एक ताइवानी व्यक्ति को अपनी बीमार मां को भूखों मरने के लिए छोड़े देने पर
12 साल जेल की सजा सुनाई गई है। महिला की मृत्यु के पश्चात उसके शव में
कीड़े तक पड़ गए थे। उच्च न्यायालय ने कहा कि चांग चिह चियांग (36) को अपनी
मां को छोड़ देने, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई, के अपराध में यह सजा दी
जाती है। वह इस आदेश के खिलाफ अपील कर सकता है।
ये मामला पिछले साल अगस्त में तब सामने आया जब उत्तरी ताइवान में चांग की पत्नी ने अपनी बीमार मधुमेह रोग से पीडित सास को अपने अपार्टमेंट में मृत पाकर इसकी सूचना पुलिस को दी। अधिकारियों ने वहां पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। उस समय मृत महिला का वजन 30 किलोग्राम से भी कम था और वह कचरे से भरे एक कमरे में पड़ी थी, जिससे शव में कीड़े लग चुके थे।
मृत्यु का कारण ज्ञात करने वाले अधिकारियों के मुताबिक 53 वर्षीय महिला की मौत को तकरीबन एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका था और मत्यु से कम से कम पांच दिन पहले तक उसके पेट में अन्न का एक दाना तक नहीं गया था।
स्थानीय मीडिया की खबर के मुताबिक चांग हालांकि अपनी मां के साथ रहता था, लेकिन वह अपना ज्यादातर वक्त इंटरनेट कैफे में कम्प्यूटर गेम्स खेलने में बिताता था और इसी कारण वह अपनी बीमार मां को नजरअंदाज करता था। ताइवान में हाल के वर्षों में बुजुर्गों को उनके हाल पर छोड़ देने या उनके साथ र्दुव्यवहार करने के मामले बढ़े हैं। देश में इस तरह का कानून बनाने पर विचार किया जा रहा है, जिससे माता पिता का ध्यान रखने में असफल रहने वालों को जेल की सजा दिलाई जा सके।
ये मामला पिछले साल अगस्त में तब सामने आया जब उत्तरी ताइवान में चांग की पत्नी ने अपनी बीमार मधुमेह रोग से पीडित सास को अपने अपार्टमेंट में मृत पाकर इसकी सूचना पुलिस को दी। अधिकारियों ने वहां पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। उस समय मृत महिला का वजन 30 किलोग्राम से भी कम था और वह कचरे से भरे एक कमरे में पड़ी थी, जिससे शव में कीड़े लग चुके थे।
मृत्यु का कारण ज्ञात करने वाले अधिकारियों के मुताबिक 53 वर्षीय महिला की मौत को तकरीबन एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका था और मत्यु से कम से कम पांच दिन पहले तक उसके पेट में अन्न का एक दाना तक नहीं गया था।
स्थानीय मीडिया की खबर के मुताबिक चांग हालांकि अपनी मां के साथ रहता था, लेकिन वह अपना ज्यादातर वक्त इंटरनेट कैफे में कम्प्यूटर गेम्स खेलने में बिताता था और इसी कारण वह अपनी बीमार मां को नजरअंदाज करता था। ताइवान में हाल के वर्षों में बुजुर्गों को उनके हाल पर छोड़ देने या उनके साथ र्दुव्यवहार करने के मामले बढ़े हैं। देश में इस तरह का कानून बनाने पर विचार किया जा रहा है, जिससे माता पिता का ध्यान रखने में असफल रहने वालों को जेल की सजा दिलाई जा सके।
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