नई दिल्ली. उत्तराखंड में बाढ़ की तबाही जारी है। यहां
भागीरथी नदी के किनारे बना प्रसिद्ध मणिकर्णिका मंदिर शुक्रवार सुबह नदी की
लहरों की चपेट में आकर बह गया। ऐसा पानी का बहाव और जलस्तर बढ़ने के चलते
हुआ। उधर बुधवार को उत्तराखंड की ही मंदाकिनी नदी में बहे रुदप्रयाग के
एसडीएम अजय अरोड़ा का अब तक पता नहीं चला है। उन्हें खोजने के लिए शुक्रवार
को भी प्रशासन की कोशिश जारी रही।
लगभग आधा भारत जहां बाढ़ से त्रस्त है, वहीं गुरुवार सुबह उत्तर भारत के कई शहरों में भूकंप से दहशत फैल गई।
मानसून ने आधे भारत को अपनी जद में ले लिया है। उत्तराखंड में तबाही
रुकने का नाम नहीं ले रही है तो विदर्भ, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश,
पंजाब और हरियाणा में भी पानी ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। नागपुर में
एक अधिकारी सहित दो रेलकर्मी पानी की तेज बहाव में बह गए। संयोगवश इनमें से
एक पेड़ का सहारा मिलने से बच गया, लेकिन अधिकारी का कोई पता नहीं चल सका
है। इसके अलावा नागपुर और आसपास के इलाकों में पानी में बहकर पांच लोगों की
मौत हो गई। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बाढ़ के पानी से परेशान लोगों ने
वहां के डीएम डा.इंद्रवीर सिंह यादव और एसपी पीयूष श्रीवास्तव को मारने के
लिए दौड़ा लिया। एमपी में भी बाढ़ का पानी कहर ढा रहा है और कई जिलों
में यातायात बाधित हो गया है।
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