Sarabjeet singh |
स्वप्नदीप कौर को जालंधर में पत्र सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरबजीत सिंह राष्ट्रीय शहीद थे, क्योंकि भारतीय होने के कारण पाकिस्तानी जेल में उन्हें अंतहीन पीड़ा झे लनी पड़ी थी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक बादल ने कहा कि स्वप्नदीप कौर की नायब तहसीलदार पद पर नियुक्ति राष्ट्र हित में सरबजीत के बलिदान को राज्य सरकार की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि हमने अपनी नैतिक जिम्मेदारी पूरी की है, क्योंकि यह हर सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह राष्ट्रीय हित के लिए शहीद होने वाले नायकों का सम्मान करे। स्वप्नदीप कौर को शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि वह अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी एवं प्रतिबद्धता से निभाएगी। मुख्यमंत्री ने सरबजीत सिंह की याद में आयोजित प्रार्थना सभा में स्वप्नदीप कौर को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी और इसके बाद इसी साल 28 मई को कैबिनेट ने इसे अपनी मंजूरी दे दी थी। पाकिस्तान के उच्च सुरक्षा वाले जेल में एक कैदी के हमले में बुरी तरह घायल होने के बाद 49 वर्षीय सरबजीत को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां दो मई को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी।
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