Speaking Robbet |
इसे जापान के अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए छोडा गया है। इस रोबोट का मकसद अंतरिक्ष यात्रियों की मदद के तरीके तलाशना है। जापान अंतरिक्ष एजेंसी की वेबसाइट के अनुसार इस रोबोट में बोलने और चेहरा पहचाने की तकनीक लगाई है। इससे एक यान के जरिए अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा गया है। इस यान में कई टन उपकरण और अन्य सामग्री भी भेजी गयी है।
इस रोबोट की ऊंचाई 13 इंच है और इसका रंग काला और सफेद है। यह शून्य गुरूत्वाकर्षण पर काम कर सकता है। इसका नाम जापानी शब्द (किबो) से लिया गया है जिसका तात्पर्य (आशा) होता है। माना जाता है कि अगर यह प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में मशीन और मानव के साथ-साथ रहने की संभावनाएं तलाशी जाएगीं।
हाल में एक प्रदर्शन के दौरान किरोबो ने कहा था कि ऐसी उम्मीद जगानी है कि भविष्य में मशीन और मानव एक साथ रह सके। किरोबो को टोक्यो विश्वविद्यालय, टोयोटा मोटर कार्प और देंत्सु इंक ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। अंतरिक्ष में किरोबो के साथ बातचीत मुख्य रूप से जापान के अंतरिक्षयात्री कोईची वकाता करेंगे। वह और अन्य छह अंतरिक्ष यात्री नवंबर में अंतरिक्ष स्टेशन पर जाएगें। वकाता मार्च 2014 तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहेंगे।
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