Tuesday 6 August 2013

खेलमंत्री राष्ट्रमंडल, एशियाई खेलों की तैयारियों से असंतुष्ट

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Sports Minister Jitender Singh Sai
खेलमंत्री जितेंद्र सिंह ने साई अधिकारियों के साथ हुई बैठक में अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के लिये भारत की तैयारियों का जायजा लिया और अब तक की प्रगति पर असंतोष भी जताया।
खेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय खेल मंत्री जितेंद्र सिंह ने पांच अगस्त को साई के अधिकारियों के साथ बैठक करके राष्ट्रमंडल खेल 2014 और एशियाई खेल 2014 की तैयारियों की समीक्षा की। इसमें कहा गया कि बैठक के दौरान जितेंद्र सिंह ने इस पर असंतोष जताया कि सिर्फ कुछ राष्ट्रीय खेल महासंघों ने संभावित पदक दावेदारों के अभ्यास कार्यक्रम का ब्योरा दिया है। सिंह ने भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों को कई निर्देश दिये और तैयारियों का जायजा लेने के लिये खेल सचिव पीके देब की अध्यक्षता में संचालन समिति का भी गठन किया। विज्ञप्ति में कहा गया कि मंत्री ने निर्देश दिया कि हर खेल में एक मुख्य कोच और सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति की जाये और उनकी टीम को संभावित खिलाडिम्यों को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी जाये। इसमें आगे कहा गया कि मंत्री ने खेल सचिव की अध्यक्षता में एक संचालन समिति के गठन का भी निर्देश दिया जिसकी बैठक हर सप्ताह होगी। यह व्यवस्था राष्ट्रमंडल खेल होने तक जारी रहेगी। मंत्री ने खिलाड़ियों की तैयारियों पर हो रहे खर्च का ब्योरा भी मांगा। मंत्रालय ने कहा कि खिलाड़ियों की तैयारियों पर मुख्य खर्च एनएसएसफ को सहायता की मद से होगा। साई के महानिदेशक को खिलाड़ियों की तैयारियों पर होने वाले संभावित खर्च का ब्योरा देने के लिये भी कहा गया। विज्ञप्ति में कहा गया कि बैठक में तय किया गया कि सभी संभावित खिलाड़ियों का वैज्ञानिक डाटा समय-समय पर एकत्र किया जायेगा और कोचों को दिया जायेगा, ताकि वे हर खिलाड़ी के अनुरूप कोचिंग कार्यक्रम तैयार कर सकें। सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों से कुश्ती और तीरंदाजी को बाहर किये जाने पर भी अप्रसन्नता जताई। विज्ञप्ति के अनुसार, मंत्री इस बात से चिंतित थे कि अगले राष्ट्रमंडल खेलों से तीरंदाजी, ग्रीको रोमन कुश्ती और निशानेबाजी टीम स्पर्धाओं को हटाये जाने से भारत को कम से कम 30 पदकों का नुकसान हो सकता है।

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