पाकिस्तान में तालिबानियों समेत हर तरह के आतंकवादियों और गुंडों की जमकर
पिटाई कर रही है एक औरत, जिसकी शक्ल नजर नहीं आती क्योंकि वह फाइट करते
समय काले रंग का बुर्का पहने रहती है. मगर दिन के वक्त बुर्का एवेंजर नाम
की यह सुपर हीरोइन जिया नाम की टीचर के रूप में नजर आती है और बच्चों को
पढ़ाती है. ये कहानी है पाकिस्तान की पहली एनिमेशन सीरीज बुर्का एवेंजर की,
जिसे जल्द ही 60 और देशों में दिखाया जाएगा.ये बुर्का एवेंजर क्या है
ये एक एनिमेशन सीरीज है. हमारे शक्तिमान की तरह. इसे बनाया है पाकिस्तान के मशहूर पॉप स्टार हारून ने. सीरीज के हर ऐपिसोड को एक सीख के साथ जोड़ा गया है और अली जफर जैसे रॉक स्टार इसके अंत में एक गाना गाते भी नजर आते हैं. बुर्का एवेंजर का मकसद है लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना है.
क्या है जिया की कहानी
एक गांव है, नाम है हलवापुर. पहाड़ियों के बीच घिरा सुंदर गांव. यहां के गर्ल्स स्कूल में पढ़ते हैं दो जुड़वां बच्चे. लड़की आशू और लड़का इम्मू. उनका बेस्ट फ्रेंड है मूली और एक बकरी भी साथ है, जिसका नाम है गोलू. इनकी टीचर जी हैं जिया मैडम.जिया को उसे गोद लेने वाले पिता कबड्डी जान ने कराटे सिखा रखे हैं.
एक लोकल बदमाश नेता है टकलू टाइप, जिसका नाम है वडेरो पजेरो. उसे स्कूल के लिए फंड मिलता है, जिसे वह खुद ही खाना चाहता है. इसलिए वह तालिबानी से गुंडे जिसका नाम है बाबा बंदूक, उसे स्कूल बंद कराने को कहता है.बाबा बंदूक बुरा जादूगर भी है. बंदूक स्कूल में ताला डालता है. अंशू उसे हड़काने के लिए भाषण देती है, मगर है तो बच्ची है. तभी आती है बुर्का वुमेन. मारती है गुंडों को मगर बंदूक क्रूर सिंह के अय्यारों की तरह धुंआ कर भाग जाता है.
फिर बंदूक एक रोबॉट बनाता है. जो लंदन न्यू यॉर्क पैरिस उड़ा देगा. उसका चूजा पूछता है, भाई यहां जाने का वीजा कैसा मिलेगा. इंतजाम होता है, मगर तभी दुनिया बचाने के लिए आ जाती है बुर्का एवेंजर.
बुर्का क्यों पहनाया जिया को
पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में बुर्का तालिबानियों के औरतों पर अत्याचार का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में हारून और सीरीज बनाने वाले राशिद से पूछा गया कि बुर्का क्यों. उनका जवाब था कि अगर हम वेस्टर्न सुपर हीरो मसलन कैट वुमेन की तरह स्किन टाइट सूट पहना देते, तो पाकिस्तान में लोग कनेक्ट नहीं कर पाते. दूसरा लॉजिक ये दिया गया कि जिया को अपनी पहचान छुपाने के लिए एक दुशाना पहना होता. यहां हमने काले बुर्के से काम चला लिया.
ये एक एनिमेशन सीरीज है. हमारे शक्तिमान की तरह. इसे बनाया है पाकिस्तान के मशहूर पॉप स्टार हारून ने. सीरीज के हर ऐपिसोड को एक सीख के साथ जोड़ा गया है और अली जफर जैसे रॉक स्टार इसके अंत में एक गाना गाते भी नजर आते हैं. बुर्का एवेंजर का मकसद है लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना है.
क्या है जिया की कहानी
एक गांव है, नाम है हलवापुर. पहाड़ियों के बीच घिरा सुंदर गांव. यहां के गर्ल्स स्कूल में पढ़ते हैं दो जुड़वां बच्चे. लड़की आशू और लड़का इम्मू. उनका बेस्ट फ्रेंड है मूली और एक बकरी भी साथ है, जिसका नाम है गोलू. इनकी टीचर जी हैं जिया मैडम.जिया को उसे गोद लेने वाले पिता कबड्डी जान ने कराटे सिखा रखे हैं.
एक लोकल बदमाश नेता है टकलू टाइप, जिसका नाम है वडेरो पजेरो. उसे स्कूल के लिए फंड मिलता है, जिसे वह खुद ही खाना चाहता है. इसलिए वह तालिबानी से गुंडे जिसका नाम है बाबा बंदूक, उसे स्कूल बंद कराने को कहता है.बाबा बंदूक बुरा जादूगर भी है. बंदूक स्कूल में ताला डालता है. अंशू उसे हड़काने के लिए भाषण देती है, मगर है तो बच्ची है. तभी आती है बुर्का वुमेन. मारती है गुंडों को मगर बंदूक क्रूर सिंह के अय्यारों की तरह धुंआ कर भाग जाता है.
फिर बंदूक एक रोबॉट बनाता है. जो लंदन न्यू यॉर्क पैरिस उड़ा देगा. उसका चूजा पूछता है, भाई यहां जाने का वीजा कैसा मिलेगा. इंतजाम होता है, मगर तभी दुनिया बचाने के लिए आ जाती है बुर्का एवेंजर.
बुर्का क्यों पहनाया जिया को
पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में बुर्का तालिबानियों के औरतों पर अत्याचार का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में हारून और सीरीज बनाने वाले राशिद से पूछा गया कि बुर्का क्यों. उनका जवाब था कि अगर हम वेस्टर्न सुपर हीरो मसलन कैट वुमेन की तरह स्किन टाइट सूट पहना देते, तो पाकिस्तान में लोग कनेक्ट नहीं कर पाते. दूसरा लॉजिक ये दिया गया कि जिया को अपनी पहचान छुपाने के लिए एक दुशाना पहना होता. यहां हमने काले बुर्के से काम चला लिया.
और भी... http://aajtak.intoday.in/story/pakistani-cartoon-series-burqa-avenger-set-to-go-global-1-738298.html
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