लेग स्पिनर अमित मिश्रा के कैरियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बदौलत भारत
ने पांचवें और आखिरी वनडे क्रिकेट मैच में जिम्बाब्वे को सात विकेट से
हराकर विदेशी
सरजमीं पर पहली बार सीरीज 5-0 से जीत ली। मिश्रा ने 48 रन
देकर छह विकेट लिये जिसकी बदौलत जिम्बाब्वे की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए
39.5 ओवर में 163 रन पर आउट हो गई। भारत ने 16 ओवर शेष रहते लक्ष्य हासिल
कर लिया।
भारत ने पिछले पांच साल में तीन सीरीजें 5-0 से जीती है। उसने इंग्लैंड का दो बार और न्यूजीलैंड का एक बार सफाया किया है लेकिन विदेश में किसी सीरीज में 5-0 से जीत उसे पहली बार मिली है। मिश्रा ने एक सीरीज में 18 विकेट लेने के जवागल श्रीनाथ के रिकार्ड की बराबरी की। श्रीनाथ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2002-03 में सात मैचों में 18 विकेट लिये थे जबकि मिश्रा ने यहां पांच मैचों में 18 विकेट चटकाए हैं। सीरीज में पहला मैच खेल रहे अजिंक्य रहाणे ने 66 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाये जो 17 वनडे मैचों में उनका तीसरा अर्धशतक है। उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ तीसरे विकेट के लिये 71 रन जोड़े। जडेजा ने 77 गेंद में नाबाद 48 रन बनाए। जडेजा ने छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई। भारत ने 34 ओवर में तीन विकेट पर 167 रन बनाए।
पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला करने वाली भारतीय टीम को पहले ही ओवर में सफलता मिली। सीन विलियम्स (51) एकमात्र मेजबान बल्लेबाज थे जो कुछ देर टिक सके। जवाब में भारत ने लंच का ब्रेक होने तक छह ओवर में एक विकेट पर 43 रन बनाए थे। अजिंक्य रहाणे (7) और शिखर धवन (34) क्रीज पर थे। भारत ने पांच मैचों की सीरीज शुरुआती चार मैच जीतकर पहले ही अपने नाम कर ली है। जिम्बाब्वे की पारी का पतन जल्दी शुरू हो गया जब सलामी बल्लेबाज वुसी सिबांडा (5) चौथे ओवर में जयदेव उनादकट की गेंद पर विकेट के पीछे दिनेश कार्तिक को कैच थमा दिया। हैमिल्टन मसाकाजा कुछ देर टिके रहे लेकिन रविंद्र जडेजा ने उनकी पारी का अंत किया। मसाकाजा ने 46 गेंद में 32 रन बनाए। ब्रेंडन टेलर ने मोहित शर्मा की गेंद पर दूसरी स्लिप में सुरेश रैना को कैच दिया। जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी रहा। विलियम्स ने कुछ देर टिके रहने की कोशिश की और 65 गेंद की पारी में छह चौके लगाए। मिश्रा ने उसकी पारी का अंत करके उसे पहली स्लिप में लपकवाया। इससे पहले उसने एल्टन चिगुंबुरा (17) को पवेलियन भेजा। काइल जार्विस (नाबाद 12) और नटसाइ एमशांग्वे (16) भी भारतीय गेंदबाजों का ज्यादा देर सामना नहीं कर सके।
भारत ने पिछले पांच साल में तीन सीरीजें 5-0 से जीती है। उसने इंग्लैंड का दो बार और न्यूजीलैंड का एक बार सफाया किया है लेकिन विदेश में किसी सीरीज में 5-0 से जीत उसे पहली बार मिली है। मिश्रा ने एक सीरीज में 18 विकेट लेने के जवागल श्रीनाथ के रिकार्ड की बराबरी की। श्रीनाथ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2002-03 में सात मैचों में 18 विकेट लिये थे जबकि मिश्रा ने यहां पांच मैचों में 18 विकेट चटकाए हैं। सीरीज में पहला मैच खेल रहे अजिंक्य रहाणे ने 66 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाये जो 17 वनडे मैचों में उनका तीसरा अर्धशतक है। उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ तीसरे विकेट के लिये 71 रन जोड़े। जडेजा ने 77 गेंद में नाबाद 48 रन बनाए। जडेजा ने छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई। भारत ने 34 ओवर में तीन विकेट पर 167 रन बनाए।
पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला करने वाली भारतीय टीम को पहले ही ओवर में सफलता मिली। सीन विलियम्स (51) एकमात्र मेजबान बल्लेबाज थे जो कुछ देर टिक सके। जवाब में भारत ने लंच का ब्रेक होने तक छह ओवर में एक विकेट पर 43 रन बनाए थे। अजिंक्य रहाणे (7) और शिखर धवन (34) क्रीज पर थे। भारत ने पांच मैचों की सीरीज शुरुआती चार मैच जीतकर पहले ही अपने नाम कर ली है। जिम्बाब्वे की पारी का पतन जल्दी शुरू हो गया जब सलामी बल्लेबाज वुसी सिबांडा (5) चौथे ओवर में जयदेव उनादकट की गेंद पर विकेट के पीछे दिनेश कार्तिक को कैच थमा दिया। हैमिल्टन मसाकाजा कुछ देर टिके रहे लेकिन रविंद्र जडेजा ने उनकी पारी का अंत किया। मसाकाजा ने 46 गेंद में 32 रन बनाए। ब्रेंडन टेलर ने मोहित शर्मा की गेंद पर दूसरी स्लिप में सुरेश रैना को कैच दिया। जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी रहा। विलियम्स ने कुछ देर टिके रहने की कोशिश की और 65 गेंद की पारी में छह चौके लगाए। मिश्रा ने उसकी पारी का अंत करके उसे पहली स्लिप में लपकवाया। इससे पहले उसने एल्टन चिगुंबुरा (17) को पवेलियन भेजा। काइल जार्विस (नाबाद 12) और नटसाइ एमशांग्वे (16) भी भारतीय गेंदबाजों का ज्यादा देर सामना नहीं कर सके।
No comments:
Post a Comment