Sunday 4 August 2013

भारत के आतंक विरोधी अभियानों से प्रभावित अमेरिका

Image Loading
भारतीय सेना के सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों से प्रभावित अमेरिकी सेना प्रमुख ने दोनों देशों की सेना के बीच साझा प्रशिक्षण का प्रस्ताव दिया है।
दोनों देशों की सेना के बीच सीखने की बहुत कुछ संभावनाओं का उल्लेख करते हुए अमेरिका के सेना प्रमुख जनरल रे ओडिएर्नो ने साझा प्रशिक्षण का आह्वान किया है, ताकि जटिल परिस्थितियों में आतंकवाद विरोधी अभियान के भारत के अनुभव से लाभ हासिल किया जा सके। ओडिएर्नो ने कहा कि हम पर्वतीय परिस्थिति में साझा प्रशिक्षण करना पसंद करेंगे, क्योंकि बीते कई वर्षों में भारतीय सेना ने जो सीखा है और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में हमने जो सीखा है, हम उसे साझा करना पसंद करेंगे। हम अनुभवों को साझा करना और यह देखना चाहेंगे कि हम एक-दूसरे से कैसे सीख सकते हैं तथा भविष्य में प्रत्यक्ष तौर पर इसका कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे में मेरे के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। ओडिएर्नो (58) ने पिछले महीने के अपने भारत दौरे के समय रक्षा मंत्री एके एंटनी से मुलाकात के अलावा अपने भारतीय समकक्ष जनरल विक्रम सिंह से भेंट की थी और उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के मुख्यालय का दौरा किया था। भारतीय सेना के सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों से प्रभावित ओडिएर्नो ने कहा कि अमेरिका भारतीय अनुभव से यह सीखना चाहेगा कि जटिल परिस्थिति और मुश्किल भरे इलाके में कैसे आतंकवादियों से लड़ा जाता है। यह पूछे जाने पर कि वह अफगानिस्तान की तरह कठिन इलाकों वाले जम्मू-कश्मीर में साझा अभ्यास करना चाहेंगे तो उन्होंने कहा कि वह इस पर गौर करना पसंद करेंगे। अमेरिकी सेना प्रमुख ने कहा कि मेरा मानना है कि हम इस पर विचार करना चाहेंगे। हम यह सीखना चाहेंगे कि इन परिस्थितियों में आप कैसे प्रशिक्षण लेते हैं और अपना अभियान चलाते हैं। ये सब अभी शुरुआती चर्चा के स्तर पर है, अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। यह ऐसी चीज है जिस पर हम दिलचस्पी लेना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि हर कोई इस बात को मानता है कि भारत और अमेरिका में बहुत कुछ चीजें समान हैं तथा हमारे दीर्घकालीन संबंध को कायम रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है। ओडिएर्नो ने कहा कि हमारे के लिए ऐसे दीर्घकालीन संबंध को बरकरार रखना महत्वपूर्ण है जो समान है, जो एक-दूसरे की रणनीतिक स्वायत्ता का सम्मान करता है। परंतु यह हमें एक-दूसरे से सीखकर साथ विकसित होने तथा कई मुद्दों से निपटने में मददगार होना चाहिए। भारत और अमेरिका के सैनिक साल 2003 में लद्दाख के पर्वतीय क्षेत्र में साझा अभ्यास कर सकेंगे।

No comments:

Post a Comment