जयपुर। भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में लीजेंड का दर्जा रखने वाले मिल्खा सिंह के जीवन पर बनी फिल्म "भाग मिल्खा भाग" पर्दे पर रिलीज हो गई। ऎसे कई मौके आए है जब खिलाडियों पर फिल्म बनी है। ऎसी ही कुछ स्टोरी राकेश मेहरा ने दर्शकों के समक्ष पेश की है। फिल्म में दिखाया गया है मंजिल को पाने के लिए मिल्खा भागता रहता है। जो फिल्म के टाइटल को देखकर प्रतीत होता भाग मिल्खा भाग...
स्टोरी:
फिल्म की कहानी मिल्खा सिंह (फरहान अख्तर) के इर्द गिर्द घुमती है। मिल्खा सिंह 1960 में हुए ओलंपिक में अपनी मंजिल की तरफ दौड़ता है। मिल्खा भागता है लेकिन किस्मत उससे रूठ जाती है। होता यह है कि भारत पाक बंटवारे वह अपनों को खो देता है। उसके परिवार वाले दंगाइयों के हाथों का शिकार होते है।
दंगे के दौरान मिल्खा भागता जाता है,गिरता है,पड़ता है लेकिन आखिकार दिल्ली पहुंच ही जाता है। यह एक रिफ्यूजी कैंप के दौरान मिल्खा की मुलाकात बहन (दिव्या दत्ता) से होती है। वह शाहदरा इलाके में रहता है जहां वह निर्मल कौर (सोनम कपूर) को दिल दे बैठता है। अपने प्यार को पाने की चाहत में वह कुछ करना चाहता है। वह फौज में भर्ती हो जाता है।
फौज में आकर उसे पहली बार एहसास हुआ कि वह अच्छा एथलीट बन सकता है। वह कोशिश करता है और कई मुकाबले जीतता है। आखिर वह पहुंच जाता है 1960 के ओलंपिक में जहां सबकी निगाहें उस पर टिकी है। अब वह जीतता है या नहीं इसके लिए आपको सिनेमाघरों का रूख करना होगा।
परफोर्मेस:
फरहान अख्तर ने शानदार कलाकारी की है। अपनी अदाकारी से फरहान ने फिल्म में जान डाल दी। किरदार में फरहान की मेहनत बखूबी दिखाई देती है। सोनम कपूर अपने किरदार में खरी उतरी है लेकिन उसका रोल छोटा है। सोनम के रोल को देखकर लगता है कि उसने सिर्फ रोमांस का तड़का दिया है। बहन का रोल दिव्या दत्ता बखूबी निभाया है।
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