अमेरिका में विस्कोंसिन के ओकक्रीक गुरुद्वारे में हुए हमले के एक साल बाद
कैलिफोर्निया
के रिवरसाइड स्थित एक सिख गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की घटना
सामने आई है। इसे नस्लीय हिंसा का नतीजा माना जा रहा है। उपद्रवियों ने
गुरुद्वारा परिसर में चारों ओर ‘टेररिस्ट!’ शब्द भी लिखा दिया है।
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (एसएएलडीईएफ) ने मंगलवार को कहा कि तोड़फोड़ की यह घटना 29-30 जुलाई की रात किसी समय घटी। एसएएलडीईएफ के मुताबिक, वह रिवरसाइड काउंटी के प्रशासकीय विभाग, पुलिस विभाग, संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) तथा न्याय विभाग के संपर्क में है। उसने घटना की जांच कराने और दोषियों को सजा देने की मांग की है। एसएएउलडीईएफ के कार्यकारी निदेशक जसजीत सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थल पर हमला बेहद दुखद है। हम पिछले साल विस्कॉन्सिन में ओक क्रीक गुरुद्वारे पर हमला झेल चुके हैं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे हमलों की अमेरिका के सभी समुदायों को निंदा करनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से भी इन हमलों को नस्लीय हिंसा के रूप में देखने का आग्रह किया है। दूसरी तरफ अमेरिका में विस्कोंसिन के ओकक्रीक गुरुद्वारे में हुए हमले के एक साल बाद सिख समुदाय चढ़दी कला की भावना के साथ इस दुखद घटना की पहली बरसी मनाएगा। गुरुद्वारे में श्वेत हमलावर की गोलीबारी में छह श्रद्धालु मारे गए थे। विस्कोंसिन के सिख गुरुद्वारे ने सोमवार को अपनी बेबसाइट पर कहा कि गुरुओं द्वारा हमारे मन में भरी गई चढ़दी कला की भावना से समुदाय फिर उठ खड़ा हो रहा है और जान गंवाने वाले अपने प्रियजनों को याद कर रहा है। पिछले साल 5 अगस्त को एक श्वेत हमलावर के हमले में जान गंवाने वालों के प्रति सम्मान में कई कार्यक्रमों की घोषणा की गयी है जो शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं। गुरुद्वारे ने लोगों से अपील करते हुए कहा है, दुखद घटना के दिन जान गंवाने वालों और पीड़ितों की याद में अगर आप हमारे साथ जुड़ते हैं तो हमें खुशी होगी। आपकी मौजूदगी यह साबित करेगी कि यह केवल सिखों के लिए त्रासदी नहीं है, बल्कि अमेरिकी त्रासदी है। हमें इस हिंसा से हर हाल में लड़ना होगा। यह लड़ाई हिंसा से नहीं, बल्कि प्यार और दया के साथ लड़े जाने की जरूरत है।
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (एसएएलडीईएफ) ने मंगलवार को कहा कि तोड़फोड़ की यह घटना 29-30 जुलाई की रात किसी समय घटी। एसएएलडीईएफ के मुताबिक, वह रिवरसाइड काउंटी के प्रशासकीय विभाग, पुलिस विभाग, संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) तथा न्याय विभाग के संपर्क में है। उसने घटना की जांच कराने और दोषियों को सजा देने की मांग की है। एसएएउलडीईएफ के कार्यकारी निदेशक जसजीत सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थल पर हमला बेहद दुखद है। हम पिछले साल विस्कॉन्सिन में ओक क्रीक गुरुद्वारे पर हमला झेल चुके हैं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे हमलों की अमेरिका के सभी समुदायों को निंदा करनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से भी इन हमलों को नस्लीय हिंसा के रूप में देखने का आग्रह किया है। दूसरी तरफ अमेरिका में विस्कोंसिन के ओकक्रीक गुरुद्वारे में हुए हमले के एक साल बाद सिख समुदाय चढ़दी कला की भावना के साथ इस दुखद घटना की पहली बरसी मनाएगा। गुरुद्वारे में श्वेत हमलावर की गोलीबारी में छह श्रद्धालु मारे गए थे। विस्कोंसिन के सिख गुरुद्वारे ने सोमवार को अपनी बेबसाइट पर कहा कि गुरुओं द्वारा हमारे मन में भरी गई चढ़दी कला की भावना से समुदाय फिर उठ खड़ा हो रहा है और जान गंवाने वाले अपने प्रियजनों को याद कर रहा है। पिछले साल 5 अगस्त को एक श्वेत हमलावर के हमले में जान गंवाने वालों के प्रति सम्मान में कई कार्यक्रमों की घोषणा की गयी है जो शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं। गुरुद्वारे ने लोगों से अपील करते हुए कहा है, दुखद घटना के दिन जान गंवाने वालों और पीड़ितों की याद में अगर आप हमारे साथ जुड़ते हैं तो हमें खुशी होगी। आपकी मौजूदगी यह साबित करेगी कि यह केवल सिखों के लिए त्रासदी नहीं है, बल्कि अमेरिकी त्रासदी है। हमें इस हिंसा से हर हाल में लड़ना होगा। यह लड़ाई हिंसा से नहीं, बल्कि प्यार और दया के साथ लड़े जाने की जरूरत है।
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