होशियारपुर। पंजाब की जेलों में मोबाइल फोन की तस्करी धड़ल्ले से
हो रही है। पूरे प्रदेश में युवा कैदी बाहरी दुनिया के साथ सोशल
नेटवरि्कंग साइट्स विशेषकर फेसबुक के माध्यम से जुड़े हुए हैं। ये कैदी ना
केवल अपने दोस्तों से जुड़े हुए हैं बल्कि जेल परिसर की फोटोग्राफ्स
धड़ल्ले से अपने सोशल साइट्स पेज पर अपलोड कर रहे हैं। कुछ फोटोग्राफ्स
अन्य कैदियों के भी हैं।
कुछ कैदियों के फेसबुक अकाउंट पर नजर डालें तो इंटरनेट पर सक्रिय कैदी ना केवल दूसरे लोगों से बातें कर रहे हैं बल्कि उनकी पोस्ट पर जेल के बाहर के लोगों के कमेंट भी आ रहे हैं। पंजाब के कपूरथला, पटियाला, लुधियाना, होशियारपुर और पंजाब के अन्य जेलों में इस तरह की गतिविधियां हो रही हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसे खतरा मानते हुए एक पूर्व पुलिस अधिकारी का कहना है कि इन जेलों में कई पाकिस्तानी कैदी भी हैं जो कि आईएसआई से संबंध रखते हैं। वे कैदी इन सोशल नेटवरि्कंग साइट्स के माध्यम से अपने आकाओं से जुड़ सकते हैं।
पंजाब पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (जेल) राजपाल मीना इन गतिविधियों से बिल्कुल अनजान हैं। उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में अभी कुछ भी मालूम नहीं है अगर आपके पास कोई जानकारी हो तो हमें बताएं।
कपूरथला जेल अधिक्षक जीएस औलख का कहना है इस जेल में करीब 4 हजार कैदी हैं इन सब पर नजर रखना और इन गतिविधियों को रोकना मुश्किल है। पूर्व एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (जेल) शाही कांत जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बदलाव लाए थे का कहना है कि जेल के अंदर फोन की तस्करी और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना पुलिस अधिकारियों की मिलिभगत के बिना संभव नहीं है।
होशियारपुर के जिला पुलिस प्रमुख सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि जेल मैन्युल के सेक्शन 42 के अंतर्गत कैदी किसी भी बाहरी व्यक्ति से किसी भी तरह का कम्यूनिकेशन नहीं कर सकता। गौरतलब है कि पंजाब प्रशासन ने पिछले वर्ष जेल में कैदियों को अपने परिजनों से बातचीत करने के लिए एक बार मोबाइल सरि्वस के इस्तेमाल करने की घोषणा की थी।
कुछ कैदियों के फेसबुक अकाउंट पर नजर डालें तो इंटरनेट पर सक्रिय कैदी ना केवल दूसरे लोगों से बातें कर रहे हैं बल्कि उनकी पोस्ट पर जेल के बाहर के लोगों के कमेंट भी आ रहे हैं। पंजाब के कपूरथला, पटियाला, लुधियाना, होशियारपुर और पंजाब के अन्य जेलों में इस तरह की गतिविधियां हो रही हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसे खतरा मानते हुए एक पूर्व पुलिस अधिकारी का कहना है कि इन जेलों में कई पाकिस्तानी कैदी भी हैं जो कि आईएसआई से संबंध रखते हैं। वे कैदी इन सोशल नेटवरि्कंग साइट्स के माध्यम से अपने आकाओं से जुड़ सकते हैं।
पंजाब पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (जेल) राजपाल मीना इन गतिविधियों से बिल्कुल अनजान हैं। उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में अभी कुछ भी मालूम नहीं है अगर आपके पास कोई जानकारी हो तो हमें बताएं।
कपूरथला जेल अधिक्षक जीएस औलख का कहना है इस जेल में करीब 4 हजार कैदी हैं इन सब पर नजर रखना और इन गतिविधियों को रोकना मुश्किल है। पूर्व एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (जेल) शाही कांत जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बदलाव लाए थे का कहना है कि जेल के अंदर फोन की तस्करी और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना पुलिस अधिकारियों की मिलिभगत के बिना संभव नहीं है।
होशियारपुर के जिला पुलिस प्रमुख सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि जेल मैन्युल के सेक्शन 42 के अंतर्गत कैदी किसी भी बाहरी व्यक्ति से किसी भी तरह का कम्यूनिकेशन नहीं कर सकता। गौरतलब है कि पंजाब प्रशासन ने पिछले वर्ष जेल में कैदियों को अपने परिजनों से बातचीत करने के लिए एक बार मोबाइल सरि्वस के इस्तेमाल करने की घोषणा की थी।
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