भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा है कि भाजपा
में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए किसी प्रकार की होड़ नहीं है और इस
संबंध में कोई भी निर्णय पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही लेगा।
सिंह ने यहां मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि भाजपा में एक प्रणाली के तहत यह निर्णय लिया जाता है कि प्रधानमंत्री या किसी राज्य के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में किसे पेश किया जाएगा। इस प्रकार के निर्णय लेने का उचित फोरम केवल केंद्रीय संसदीय बोर्ड है। उन्होंने प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि मैं बेशक केंद्रीय संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष हूं लेकिन संसदीय बोर्ड पार्टी के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में हमेशा सर्वसम्मति से निर्णय लेता है।
सिंह ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने के संबंध में पूछे गए प्रश्न के जवाब में कहा कि मोदी देश के एक बहुत बहुत लोकप्रिय नेता हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है कि पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार किसे बनाया जाएगा।
सिंह ने भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के दावेदारों के रूप में किसी का भी नाम लेने से बचते हुए कहा कि मैं उचित समय आने पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाउंगा। जो भी निर्णय होगा वह सर्वसम्मति के आधार पर ही लिया जाएगा।
यह पूछने पर कि क्या इस समय इस संबंध में कोई निर्णय लेने पर पार्टी में अंदरूनी मतभेद हैं, उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा को लेकर कोई समस्या नहीं है और ऐसा इसलिए है, क्योंकि अब तक यह भाजपा की परंपरा रही है कि इन पदों के लिए कभी कोई होड़ नहीं रही। केवल भाजपा में ही ऐसी स्वस्थ परंपरा है।
सिंह ने कहा कि क्योंकि कांग्रेस की सरकार है इसलिए उसे यह बताना चाहिए कि उनका प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा। पार्टी नेतृत्व में मोदी का कद बढ़ाने पर सर्वसम्मति को लेकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में सिंह ने कहा कि यदि सर्वसम्मति नहीं होती, तो अध्यक्ष के तौर मैं उन्हें चुनाव समिति का अध्यक्ष कैसे बनाता। उन्होंने बताया कि अमेरिका में कुछ लोगों ने मोदी को वीजा जारी नहीं करने के औचित्य पर सवाल भी उठाए हैं, लेकिन उन्होंने इस मामले में किसी का नाम बताने से इनकार कर दिया।
सिंह ने मोदी को अमेरिकी वीजा के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मैंने उन्हें बताया कि यह हमारे लिए मुद्दा नहीं है। यह यहां के प्रशासन के लिए मुद्दा है। मोदी को वीजा नहीं देने का अनुरोध करते हुए 65 सांसदों द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को लिखे गए पत्र के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर करने वाले कुछ सांसदों ने पत्र की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पत्र में किए गए उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत के एक बहुत वरिष्ठ नेता मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने कहा है कि पत्र में किए गए हस्ताक्षर उनके नहीं हैं।
सिंह ने यहां मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि भाजपा में एक प्रणाली के तहत यह निर्णय लिया जाता है कि प्रधानमंत्री या किसी राज्य के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में किसे पेश किया जाएगा। इस प्रकार के निर्णय लेने का उचित फोरम केवल केंद्रीय संसदीय बोर्ड है। उन्होंने प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि मैं बेशक केंद्रीय संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष हूं लेकिन संसदीय बोर्ड पार्टी के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में हमेशा सर्वसम्मति से निर्णय लेता है।
सिंह ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने के संबंध में पूछे गए प्रश्न के जवाब में कहा कि मोदी देश के एक बहुत बहुत लोकप्रिय नेता हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है कि पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार किसे बनाया जाएगा।
सिंह ने भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के दावेदारों के रूप में किसी का भी नाम लेने से बचते हुए कहा कि मैं उचित समय आने पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाउंगा। जो भी निर्णय होगा वह सर्वसम्मति के आधार पर ही लिया जाएगा।
यह पूछने पर कि क्या इस समय इस संबंध में कोई निर्णय लेने पर पार्टी में अंदरूनी मतभेद हैं, उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा को लेकर कोई समस्या नहीं है और ऐसा इसलिए है, क्योंकि अब तक यह भाजपा की परंपरा रही है कि इन पदों के लिए कभी कोई होड़ नहीं रही। केवल भाजपा में ही ऐसी स्वस्थ परंपरा है।
सिंह ने कहा कि क्योंकि कांग्रेस की सरकार है इसलिए उसे यह बताना चाहिए कि उनका प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा। पार्टी नेतृत्व में मोदी का कद बढ़ाने पर सर्वसम्मति को लेकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में सिंह ने कहा कि यदि सर्वसम्मति नहीं होती, तो अध्यक्ष के तौर मैं उन्हें चुनाव समिति का अध्यक्ष कैसे बनाता। उन्होंने बताया कि अमेरिका में कुछ लोगों ने मोदी को वीजा जारी नहीं करने के औचित्य पर सवाल भी उठाए हैं, लेकिन उन्होंने इस मामले में किसी का नाम बताने से इनकार कर दिया।
सिंह ने मोदी को अमेरिकी वीजा के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मैंने उन्हें बताया कि यह हमारे लिए मुद्दा नहीं है। यह यहां के प्रशासन के लिए मुद्दा है। मोदी को वीजा नहीं देने का अनुरोध करते हुए 65 सांसदों द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को लिखे गए पत्र के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर करने वाले कुछ सांसदों ने पत्र की प्रामाणिकता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पत्र में किए गए उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत के एक बहुत वरिष्ठ नेता मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने कहा है कि पत्र में किए गए हस्ताक्षर उनके नहीं हैं।
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