Kohli as a captaion make our hunderd |
कोहली ने 108 गेंद में 13 चौकों और एक छक्के की मदद से 115 रन की पारी खेलते हुए अपने करियर का 15वां शतक पूरा किया, जिससे भारत ने 31 गेंद शेष रहते चार विकेट पर 230 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। रायुडू ने 84 गेंद में चार चौकों की मदद से नाबाद 63 रन बनाए और कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। इससे पहले जिंबाब्वे ने पाकिस्तान के सियालकोट में जन्में सिकंदर रजा के 82 और एल्टन चिगुंबुरा के 34 गेंद में नाबाद 43 रनों की उम्दा पारी से सात विकेट पर 228 रन बनाए थे। दो साल से भी अधिक समय बाद वनडे खेल रहे लेग स्पिनर अमित मिश्र ने भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उन्होंने 43 रन देकर तीन विकेट चटकाए। बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा ने भी किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 33 रन दिए लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। भारत के सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और शिखर धवन अधिक देर तक नहीं टिक सके। धवन ने काइल जार्विस पर दो चौके जड़े, लेकिन इसी तेज गेंदबाज की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप फाइन लेग पर मैल्कम वालेर को कैच दे बैठे। रोहित भी 40 गेंद में 20 रन बनाने के बाद एल्टन चिगुंबुरा की आफ साइड से बाहर की गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में विकेटकीपर कप्तान ब्रैंडन टेलर को कैच थमा गए। कप्तान कोहली ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की। उन्हें रायुडू के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। दोनों ने स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी, लेकिन कोहली ने खराब गेंदों को सबक सिखाने में कोई कोताही नहीं बरती। कोहली ने टिनोतेंडा मुटोमबोदजी की गेंद पर एक रन के साथ 23वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया। भारतीय कप्तान ने इसी लेग स्पिनर पर चौका और फिर एक रन के साथ 57 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली और रायुडू ने इसके बाद खुलकर बल्लेबाजी की। दोनों ने आसानी से रन बटोरे। रायुडू ने चिगुंबुरा की गेंद डीप प्वाइंट पर एक रन के लिए खेलकर 74 गेंद में पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में ही पहला अर्धशतक बनाया। कोहली ने इसके बाद तेंडाई चेतारा की गेंद को प्वाइंट पर एक रन के लिए खेलकर 102 गेंद में 15वां वनडे शतक पूरा किया। कोहली ने अगले ओवर में मुटोमबोदजी को निशाना बनाते हुए उनके ओवर में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 20 रन जोड़कर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। उत्सेया ने अगले ओवर में कोहली को सिबांडा के हाथों कैच कराया लेकिन तब भारत को जीत के लिए सिर्फ 13 रन चाहिए थे। उत्सेया ने एक गेंद बाद सुरेश रैना :00: को भी पवेलियन भेजा लेकिन रायुडू ने मुटोमबोदजी पर चौका जड़कर टीम को जीत दिला दी। दिनेश कार्तिक आठ रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले रजा ने 112 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 82 रन बनाए। उन्होंने सिबांडा के 34 के साथ पहले विकेट के लिए 72 रन भी जोड़े। रजा और सिबांडा ने धीमी बल्लेबाजी की लेकिन भारतीय गेंदबाजों को 22वें ओवर तक सफलता से महरूम रखा। दोनों ने पहले 10 ओवर में सिर्फ 27 रन जोड़े। रजा ने इसके बाद जडेजा पर दो चौके मारे और पदार्पण कर रहे जयदेव उनादकट की गेंद पर एक रन के साथ 16वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। रजा को 28 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला जब जडेजा की गेंद पर कोहली ने स्लिप में उनका आसान कैच टपका दिया।
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