Tuesday, 30 July 2013

मोदी और राहुल गांधी के बाद अब सिब्बल पर वेबसाइट बनाकर व्यंग्य करेगी मुंबई की हाउस वाइफ

 नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की खिल्ली उड़ाती वेबसाइट्स के बाद अब तैयारी हो रही है कांग्रेस नेता और यूपीए के मंत्री कपिल सिब्बल पर वेबसाइट बनाने की. इसकी तैयारी में जुटी हैं मुंबई की एक हाउस वाइफ. उनका नाम है विद्युत. क्यों उन्हें इन राजनेताओं से इतना परहेज है. वो व्यंग्य के जरिए, साइबर स्पेस में क्या संदेश देना चाहती है. ये सब जानिए उनकी कहानी से, जो हम आपके सामने ला रहे हैं उन्हीं की जुबानीये है मेरी पहचान
‘मैं एक हाउस वाइफ हूं, एक यंग बेटे की मां हूं और मुंबई में रहती हूं.घर पर ही रहकर काम करती हूं. ये काम है ब्लॉगिंग का. इसके अलावा आमजनता के नाम से एक साइट भी चलाती हूं.
गुस्से का नतीजा है ये
मेरी कोई चालू पॉलिटिक्स नहीं है.मैं बीजेपी या कांग्रेस की सपोर्टर नहीं हूं. मैं सपोर्टर हूं तो लोगों की. इसीलिए जब ये पॉलिटीशियन कुछ गलत बोलते हैं, या अपने वादे से मुकरते हैं, तो गुस्सा आता है. उसी गुस्से को कभी ट्वीट, कभी साइट और कभी पोस्ट के जरिए लोगों के सामने रखती हूं.इसीलिए मैं न बीजेपी के नरेंद्र मोदी को बख्शती हूं और न कांग्रेस के राहुल गांधी को.इसका मकसद सिर्फ इतना रहता है कि लोगों को, उनकी चेतना को जगाने में मदद कर सकूं.
हिम्मत किसी की जो दे धमकी
जो ट्विटर वर्ल्ड में हैं या फेसबुक पर हैं. उन्हें पता है कि इस मिस को डिस्टर्ब नहीं करना है किसी घटिया हरकत से. वैसे भी जो लोग मेरे ख्यालों से टकराते हैं, मैं उन्हें तर्कसंगत जवाब देने की कोशिश करती हूं. और जिन लोगों को लगता है कि वे अपना नाम या प्रोफाइल जाहिर किए बिना हमला करेंगे, उनको ये नहीं पता कि इस तरह की घटिया हरकत से उनके मकसद को कोई मजबूती नहीं मिलती.
अब बारी सिब्बल की है
राहुल और मोदी के बाद अब मैं कपिल सिब्बल पर एक फनी वेबसाइट बनाने की सोच रही हूं. ये आदमी है कि बंकर. जब प्रेस के सामने आता है, कभी फोन टैपिंग की बात करता है, तो कभी आजादी छीनने के तरीकों पर मगजमारी करता दिखता है.उसको देखते ही दिमाग खराब होने लगता है. इसलिए अब मैंने सोचा है कि कपिल सिब्बल पर भी एक साइट बनाई जाए.’
कैसे आई खबरों में विद्युत
www.rajkumar.desipirates.in ये साइट है राहुल गांधी के बारे में. इस पर सबसे पहले नजर आएंगे माथा पकड़े राहुल गांधी. साथ में लाल रंग का दिल बना होगा. नीचे उनकी तारीफ में वही सारे शब्द लिखे होंगे, जो मैसूर की एक टेक्स्ट बुक में गांधी परिवार की चापलूसी करते हुए लिखे गए थे. मगर ये क्या साइट पर एक क्लिक करते ही सब कुछ टूटकर नीचे गिरने लगता है. तारीफ वाला लेख इधर उधर बिखर जाता है, दिल टूट जाता है और बचती है तो बस माथा पकड़े राहुल की तस्वीर.इसे विद्युत ने बनाया है. जब लोगों ने ट्विटर पर उनसे सवाल किया कि क्यों आप सिर्फ बीजेपी को निशाना बना रही हैं, तो विद्युत ने जवाब दिया कि कांग्रेसी राजकुमार के लिए भी है कुछ मेरे पास.
इसी तरह से नरेंद्र मोदी पर सवालिया निशान लगाती एक वेबसाइट को भी विद्युत ने दोबारा शुरू किया है. विद्युत ट्विटर और फेसबुक पर भी सक्रिय हैं और राजनेताओं पर व्यंग्य करती रहती हैं.

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