Thursday, 25 July 2013

अमर्त्य सेन का भारत रत्न छीनने की मांग, मचा बवाल...

Image Loadingनोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमर्त्य सेन की भारत रत्न की उपाधि छीनने की मांग से आज कांग्रेस-भारतीय जनता पार्टी की जुबानी जंग में एक बार फिर उबाल गया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने इसे फासी वाद का नमूना बताया, तो कांग्रेस के प्रवक्ता शकील अहमद ने इस असहिष्णुता की इंतहा करार दिया।  तिवारी ने भाजपा सांसद चंदन मित्रा की सेन का भारत रत्न छीनने की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बोलने की आजादी पर बड़ा प्रहार है। यह फासीवाद नहीं तो और क्या है। 
    
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने के कारण मित्रा ने टिप्पणी की थी कि अगली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार को सेन का भारत रत्न छीन लेना चाहिए। इस पर तिवारी ने पूछा कि भाजपा के सांसद अभिव्यक्ति की आजादी में यकीन रखते हैं या नहीं। क्या वे चाहते हैं कि लोगों को अपने विचार रखने का हक न हो। 
    
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने इस मांग को दुर्भाग्यपूर्ण मानसिकता करार देते हुए कहा कि ये लोग मानते हैं कि जो उनके साथ नहीं है वह उनके खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कल के दिन तो ये नोबेल पुरस्कार छीनने की भी मांग करेंगे। 
    
शकील अहमद ने टिप्पणी की कि जो भाजपा के साथ नहीं, वह उनके खिलाफ हैं और उसका अलंकरण छीन लेना चाहिए। यह तो असहिष्णुता की हद है।

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