नई दिल्ली। भाजपा-जदयू के टूटते रिश्ते के बीच कांग्रेस ने इस साल कई राज्यों में विधानसभा और आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। फेरबदल के लिए जानबूझ कर उसी दिन का चुनाव किया गया, जिस दिन भाजपा-जदयू अपने रिश्तों पर लगे जख्म को सहला रहे थे।
रविवार को हुए कांग्रेस के संगठनात्मक फेरबदल में राहुल गांधी की पूरी छाप पड़ी है। राहुल खुद कांग्रेस कार्यसमिति में शामिल हुए हैं। वे एनएसयूआई और युवक कांग्रेस जैसे फं्रटल ऑर्गेनाइजेशन पर अपनी पकड़ ढीली नहीं करना चाहते हैं और पहले की तरह प्रभारी हैं। मोतीलाल वोरा कोषाध्यक्ष, कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी संगठन के मामले देखेंगे।
सोमवार शाम केंद्रीय केबिनेट में बदलाव होगा। गिरिजा व्यास, जेडी सिलम का मंत्री बनना तय है, जबकि संगठन से हटाए गए वीरेन्द्र सिंह व ऑस्कर फर्नाडीस शामिल हो सकते हैं। शीशराम ओला और माणिकराव गावित को मंत्री बनाने की चर्चा है।
किसका कद बढ़ा?
सीपी जोशी
महासचिव, कांग्रेस कार्यसमिति में सदस्य, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, अंडमान व निकोबार द्वीप का जिम्मा।
गुरूदास कामत
राजस्थान और गुजरात का प्रभार।
अंबिका सोनी
महासचिव बनीं, सोनिया गांधी के कार्यालय का जिम्मा, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर की प्रभारी।
अजय माकन
महासचिव बने, कांग्रेस कार्यसमिति में सदस्य, मीडिया विभाग के प्रभारी।
मोहन प्रकाश
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया गया।
शकील अहमद
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ का प्रभार।
बीके हरिप्रसाद
छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा के प्रभारी।
किसका कद घटा?
अहमद पटेल : अपनी पुरानी भूमिका में हैं, लेकिन सोनी को सोनिया के कार्यालय का प्रभार दिए जाने से कद घटा है।
दिग्विजय सिंह : उत्तर प्रदेश का जिम्मा छीना, आंध्र प्रदेश का प्रभार, अलग तेलंगाना राज्य बनाने की मांग से जूझना होगा।
मुकुल वासनिक : राजस्थान का प्रभार छीना, केरल, पुडुचेरी और तमिलनाडु का प्रभारी बनाया गया।
वीरेंद्र सिंह : दिल्ली से छुट्टी।
सचिवों में मीनाक्षी नटराजन, भंवर जितेंद्र सिंह, शनिमोल इस्लाम और माणिक टैगोर जैसे नेता सचिव पद से हटाए गए हैं। हालांकि, मीनाक्षी को राहुल के नेतृत्व वाली एक उच्चस्तरीय समिति में रखा जा सकता है।
एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर चलते हुए गुलाम नबी आजाद महासचिव पद से हटाए गए हैं।
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