यह जामुन का मौसम है। इस मौसम में सेहत के लिए बेहद फायदेमंद जामुन को
डायबिटीज जैसी कुछ बीमारियों के लिए वरदा
न माना जाता है। इसके फायदे के
बारे में बता रहे हैं वैध हरि कृष्ण पाण्डे ‘हरीश’
यह रंग की चमक बिखेरते काले जामुन का मौसम है। सड़क किनारे ढाक के
पत्ते पर रखकर बिकने वाले जामुन को देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। सभी
जगह मिलने वाले जामुन का पौधा स्वयं भी पैदा होता है तथा लगाया भी जाता है।
सदा हरा-भरा रहने वाले इस पेड़ के फल के साथ-साथ इसके पत्ते व छाल भी
फायदेमंद हैं। इस कारण इसे औषधीय गुणों वाला पेड़ भी माना जाता है।
लीवर को मजबूत बनाए
जामुन लीवर, दांतों, मसूड़ों को मजबूत करने वाला फल है। यह मुंह के छाले
मिटाने, जहरीला कीड़ा काटने पर होने वाली पीड़ा को शांत करने तथा डायबिटीज
के रोगियों को आश्चर्यजनक लाभ देने वाला फल है।
मसूढ़ों को मजबूत बनाए
दांतों, मसूढ़ों से खून आता हो, पानी लगता हो, मसूढ़े फूलते हों
तो इसके पत्तों की राख को दांतों पर मलने से मसूढ़े मजबूत होते हैं, दांत
चमकीले बन जाते हैं।
गला बैठ जाए तो
गला बैठ गया हो, स्वरभंग हो गया हो, आवाज बेसुरी हो गयी हो, गले
में छाले हो गये हों तो इसके पत्ते पानी में उबाल कर उसे थोड़ा ठंडा कर
उससे गरारे करने से लाभ होता है। सिरदर्द हो तो इसका रस रगड़ने से लाभ होता
हैं।
बदहजमी में फायदेमंद
पेट में अफारा हो, बदहजमी हो तो जामुन का सिरका बहुत फायदेमंद साबित होता है।
धड़कन की गति सुधारे
दिल की धड़कन असामान्य हो तो जामुन खाना लाभकारी होता है।
डायबिटीज रोगियों के लिए अमृत
डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के लिए तो यह अमृत फल के समान है। जामुन की
सूखी गुठलियों को साफ कर कूट-पीस-छानकर चूर्ण बनाकर लगभग चौथाई चम्मच चूर्ण
दिन में दो-तीन बार पानी से लेने से पेशाब के माध्यम से शरीर से शुगर बाहर
निकलती है और रोगी को बेहद लाभ होता है।
जहरीला जानवर काट ले तो..
जहरीले जानवर के काटने पर हो
ने वाली वेदना को शांत करने के लिए इसके पत्ते
पानी के साथ पीस कर पिलाने तथा पत्तों को दर्द वाली जगह पर लगाने से आराम
मिलता है।
फोड़ा-फुंसी से राहत दिलाए
जामुन खाने से फोड़ा-फुंसी एवं समस्त रक्तविकारों में लाभ होता है।
खूनी दस्तों से मुक्ति दिलाए
इसके फल का शर्बत बना कर सेवन करने से खूनी दस्त, बवासीर और जी मिचलाने में लाभ होता है।
मुंह में छाले हों तो आजमाएं
लोगों को अक्सर मुंह में सफेद और लाल छाले की शिकायत रहती है। इस कारण उनके
लिए कुछ खाना-पीना तो दूर, मुंह खोलने-बोलने में भी परेशानी होती है। ऐसे
में जामुन के कच्चे पत्तों को पानी के साथ पीस कर गरारे करने से लाभ होता
है।
नशा उतारता है
अफीम (अमल) का नशा उतारने के लिए दस पत्ते पानी में घोट कर पिलाने से लाभ होता है।
पथरी का रामबाण
पथरी होने पर जामुन खाना हितकारी है। इसके अलवा जामुन के सिरके में मूली के
कतरे डाल कर भोजन के साथ खाने से पाचन सही होता है और भूख बढ़ती है।
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