Thursday, 4 July 2013

हर फन में माहिर ‘सर’ जडेजा

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भारतीय क्रिकेट टीम ने 23 जून को इंग्लैंड को उसी के घर में हरा कर आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी पर दूसरी बार कब्जा किया। इस तरह टीम इंडिया ने यह टूर्नामेंट सबसे ज्यादा बार जीतने के ऑस्ट्रेलिया के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। यूं तो इस जीत में टीम के सभी खिलाड़ियों का योगदान है, लेकिन कहा जाए कि इस जीत में सबसे ज्यादा योगदान बायें हाथ के दो खिला ड़ियों का रहा तो गलत नहीं होगा।
ये खिलाड़ी हैं ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा। एक और समानता इन दोनों में है। दोनों की मूछें भी बहुत कड़क हैं। शिखर ने जहां टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 363 रन बनाएं, वहीं जडेजा ने सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए। फाइनल मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए जडेजा को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया। पिछले एक दो सालों में जडेजा बहुत तेजी से भारतीय क्रिकेट में चमके हैं। आज वह हर फॉर्मेट में भारतीय टीम का अहम हिस्सा हैं। चाहे टेस्ट क्रिकेट हो, वनडे हो या फिर टी-20, सबमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन दिखाया है। टीम के साथी उन्हें प्यार से जड्डू और रॉकस्टार बुलाते हैं। टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी उन पर बहुत भरोसा करते हैं और मजा़क में उन्हें ‘सर जडेजा’ कहते हैं। वे सही मायने में एक शानदार ऑलराउंडर हैं। अपनी लेग स्पिन से अच्छे से बल्लेबाजों को छका देते हैं तो बल्लेबाजी में भी अच्छे-अच्छे गेंदबाजों की कुटाई कर देते हैं। फील्डर तो वे गजब के हैं। वे दुनिया के सबसे अच्छे फील्डरों में गिने जाते हैं। मजा़ल है जो गेंद उनके आसपास से भी निकल जाए! वे भारत के इकलौते ऐसे स्पिनर है, जिन्होंने इंग्लैंड में वनडे मैच में पांच विकेट लेने का कारनामा किया है। इसके अलावा उन्होंने बल्लेबाजी में एक ऐसा कमाल किया है, जिसे सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग जैसे बहुत बड़े खिलाड़ी भी नहीं कर पाए हैं। वो कमाल है फस्ट क्लास क्रिकेट में तीन ट्रिपल सेंचुरी बनाने का। वे 2008 में मलेशिया में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य थे। 2008 में पहले आईपीएल का खिताब जीतने वाली राजस्थान रॉयल्स की टीम के भी वे अहम सदस्य थे। पिछले दो सालों से आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेल रहे हैं। जडेजा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में 8 फरवरी 2009 को की थी, लेकिन टेस्ट खेलने का मौका उन्हें करीब चार साल बाद इंग्लैंड के खिलाफ 13 दिसंबर 2012 को मिला। अब तक वे 5 टेस्ट मैचों में 97 रन बना चुके हैं और 27 विकेट ले चुके हैं। 70 वनडे मैचों में अब तक उन्होंने कुल 1108 रन बनाए हैं और 82 विकेट भी हासिल किए हैं। जडेजा अभी तक कुल 14 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिनमें 74 रन बनाए हैं और 7 विकेट लिए हैं। 6 दिसंबर 1988 को गुजरात के जामनगर में जन्मे जडेजा का पूरा नाम रवींद्र सिंह अनिरुद्ध सिंह जडेजा है। जडेजा एक बहुत ही मामूली परिवार से हैं। उनके पिता अनिरुद्ध सिंह एक प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी में वॉचमैन थे। उनके पास अपने बेटे पर खर्च करने के लिए बहुत साधन नहीं थे, लेकिन जडेजा अपनी लगन और मेहनत से आज देश में एक जाना पहचाना नाम बन गए हैं।

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