Wednesday, 31 July 2013

अब 'दमखम' दिखाने उतरेगी भारतीय युवा ब्रिगेड

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सीरीज़ में 3-0 की विजयी बढ़त बनाने के बाद टीम इंडिया जिम्बाब्वे के खिलाफ गुरुवार को चौथे वनडे में अपनी बेंच स्ट्रेंथ को आजमा सकती है।
   
तीसरे वनडे में सात विकेट से मिली जीत से भारत ने सीरीज़ में 3-0 की बढ़त बना ली लिहाजा अब बाकी दो मैच औपचारिकता मात्र बचे हैं। टीम प्रबंधन ऐसे में टीम संयोजन में प्रयोग कर सकता है। भारतीय टीम से प्रमुख खिलाड़ियों को आराम देकर चेतेश्वर पुजारा, परवेज रसूल, मोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे को मौका दिया जा सकता है।
    
रहाणे को पारी की शुरूआत का और पुजारा को मध्यक्रम को मजबूती देने का जिम्मा सौंपा जा सकता है। वहीं जम्मू कश्मीर के हरफनमौला परवेज रसूल को हरफनमौला रविंद्र जडेजा या अमित मिश्रा की जगह उतारा जा सकता है।
   
तेज गेंदबाज मोहित के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल होगा क्योंकि जयदेव उनादकट, मोहम्मद शमी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। अब देखना यह है कि कप्तान विराट कोहली खराब फॉर्म में चल रहे आर विनय कुमार की जगह मोहित को मौका देते हैं या नहीं।
   
कोहली और शिखर धवन ने सर्वाधिक रन बनाए हैं जबकि अंबाती रायुडू ने तीन वनडे में 101 रन जोड़े हैं। रोहित शर्मा अभी तक तीन मैचों में 35 रन बना सके हैं। उनकी नजरें अपना फॉर्म हासिल करने पर होगी। गेंदबाजी में अमित मिश्रा ने नौ विकेट लिए हैं।
जिम्बाब्वे के लिए तीन मैचों में तीन हार पचाना मुश्किल है। कप्तान ब्रेंडन मैकुलम को अपने खिलाड़ियों को बचे हुए मैचों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना होगा। तीनों मैचों में मेजबान के लिए बल्लेबाजी समस्या रही है और अच्छी शुरूआत का वे फायदा नहीं उठा सके हैं।
   
जिम्बाब्वे के लिए सिकंदर राजा, ई चिगुंबुरा और वुसी सिबांडा ने सर्वाधिक रन बनाए लेकिन उन्हें और बेहतर प्रदर्शन करना होगा। गेंदबाजों में बी वी विटोरी और प्रोस्पर उत्सेया ने तीन-तीन विकेट लिए। उनके अलावा कोई और प्रभावित नहीं कर सका।   
टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, दिनेश कार्तिक, चेतेश्वर पुजारा, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू, अजिंक्य रहाणे, रविंद्र जडेजा, अमित मिश्र3, परवेज रसूल, शमी अहमद, आर विनय कुमार, जयदेव उनादकट, मोहित शर्मा। जिम्बाब्वे : ब्रेंडन टेलर (कप्तान), सिकंदर रजा, तेंडेइ चतारा, माइकल चिनोया, एल्टन चिगुंबुरा, ग्रेम क्रेमर, काइल जार्विस, टिमीसेन मारूमा, हैमिल्टन मसाकाडजा, नत्साइ एमशांग्वे, टी मुतोंबजी, वुसिमुजी सिबांडा, प्रोस्पर उत्सेया, ब्रायन विटोरी, मैल्कम वॉलर, शॉन विलियम्स।
मैच का समय : दोपहर 12:30 से

सावधान! ज्यादा मोबाइल उपयोग से कैंसर का खतरा

Image Loadingएक ताजा अध्ययन से पता चला है कि मोबाइल फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करने से कोशिकाओं में एक तरह का तनाव पैदा होता है, जो कोशिकीय एवं अनुवांशिक उत्परिवर्तन से संबद्ध है तथा इसके कारण कैंसर का खतरा पैदा हो जाता है।

अध्ययन के मुताबिक मोबाइल फोन के इस्तेमाल से कोशिकाओं में उत्पन्न होने वाला विशेष तनाव (ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस) डीएनए सहित मानव कोशिका के सभी अवयवों को नष्ट कर देता है। ऐसा विषाक्त पराक्साइड एवं स्वतंत्र कणों के विकसित होने के कारण होता है।

तेल अवीव विश्वविद्यालय के औषधि संकाय एवं नाक-कान-गला विभाग के अध्यक्ष यानिव हमजानी ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों के लार का अध्ययन किया, जिसके आधार पर उन्होंने मोबाइल फोन के इस्तेमाल और कैंसर से पीडित होने की दर के बीच संबंध स्थापित किया।

हमजानी, राबिन चिकित्सा केंद्र में गर्दन की सर्जरी विभाग के अध्यक्ष भी हैं। वेबसाइट साइंसडेली डॉट कॉम के अनुसार, हमजानी और उनके सहयोगी शोधकर्ता रफील फीनमेसर, थॉमस शपित्जर, गीडॉन बहर, रफी नागलर और मोशे गेविश ने अपना शोध इस परिकल्पना के आधार पर की कि चूंकि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते समय लार ग्रंथि बहुत नजदीक रहती है, इसलिए लार में उपस्थित तत्वों के आधार पर इसे जाना जा सकता है कि क्या इसका संबंध कैंसर होने से है।

मोबाइल फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करने वाले और इस्तेमाल न करने वाले लोगों के बीच तुलनात्मक अध्ययन में उन्होंने पाया कि मोबाइल फोन का अत्यधिक इस्तेमाल करने वालों के लार में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस की उपस्थिति के संकेत अधिक हैं। यह अध्ययन, वैज्ञानिक शोधपत्रिका 'एंटीऑक्सिडेंट्स एंड रिडॉक्स सिग्नलिंग' में प्रकाशित हुआ है।

तेलंगाना पर माया गदगद, ममता नाखुश, पसोपेश में भाजपा-वाम

Image Loadingतेलंगाना पर संप्रग के फैसले पर जहां मायावती ने खुशी जताई, वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नाराजगी जाहिर की है। उधर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा व वाम दलों ने कुछ शंकाओं की ओर इशारा किया है।
अलग तेलंगाना राज्य ब नाने के संप्रग के फैसले पर प्रसन्नता और शंका दोनों जाहिर करते हुए भाजपा ने बुधवार को मांग की कि राज्य पुनर्गठन आयोग का फिर से गठन करके बुंदेलखंड राज्य सहित पृथक राज्य बनाने के सभी प्रस्तावों पर विचार किया जाए। पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती और प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने नई दिल्ली में संयुक्त प्रेस वार्ता में यह मांग की। उमा ने कहा कि राज्य पुनर्गठन आयोग को फिर से बनाया जाए और अलग राज्य बनाने के जो अन्य प्रस्ताव फैसले से वंचित रह गए हैं, उन पर भी विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि इनमें मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्रों को मिलाकर उसे पृथक राज्य बनाने और उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में बांटने के बसपा प्रमुख मायावती के प्रस्ताव सहित ऐसी सभी मांगों पर विचार हो। मायावती की मांग को हालांकि उन्होंने राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि जब चुनाव करीब होते हैं, तभी वह ऐसी मांग उठाती हैं। लोकसभा चुनाव करीब आता देख उन्होंने यह मांग की है और इससे पहले यूपी के अपने शासन के अंतिम दिनों में उन्होंने उत्तर प्रदेश को पूर्वांचल, पश्चिम प्रदेश, अवध प्रदेश और बुंदेलखंड में बांटने का प्रस्ताव पारित कराया था। भाजपा नेता ने कहा, बहरहाल जिस भी उद्देश्य से पृथक राज्यों की मांग की गई हो, अच्छा यही होगा कि राज्य पुनर्गठन आयोग का फिर से गठन हो और उसमें अलग राज्यों के सभी प्रस्तावों पर विचार के बाद संसद में उन पर व्यापक चर्चा से अंतिम फैसला किया जाए। तेलंगाना राज्य बनाने के संप्रग के निर्णय पर उमा ने कहा, इस फैसले से भाजपा को प्रसन्नता के साथ शंका और चिंता भी है, क्योंकि एक तो कांग्रेस में ही इसे लेकर फूट है और दूसरे यह कि इस मुद्दे पर यह पार्टी बार-बार धोखाधड़ी करती आई है। वामदलों के अलग अलग सुर
उधर, तेलंगाना के मुद्दे वामदल विभाजित नजर आए। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी [माकपा] और रिवोल्यशुनरी सोशलिस्ट पार्टी [आरएसपी] ने इसका विरोध किया। जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी [भाकपा] और फारवर्ड ब्लाक उसके पक्ष में खड़ी हो गयी। हालांकि चारो दल इस पक्ष में थे कि नये तेलंगाना राज्य के गठन पर आगे बढ़ने के सरकार के फैसले के आलोक में आंध्रप्रदेश के लोग शौहार्द  बनाए रखे।
     
फारवर्ड ब्लाक ने पृथक विदर्भ राज्य के गठन एवं द्वितीय राज्य पुनर्गठन समिति बनाने की भी मांग की ताकि छोटे राज्यों सभी पुरानी मांगों को उचित हल ढूढ़ा जा सके। माकपा पोलित ब्यूरो ने यहां जारी एक बयान में कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि तेलंगाना राज्य बनाने का फैसला आगामी लोकसभा चुनाव से बाध्य है। इससे अन्य स्थानों पर पृथक राज्यों की मांगों को बढ़ावा मिलेगा।  
     
तेलंगाना की मांग का समर्थन करने वाली माकपा ने कहा कि वह हमेशा भाषाई राज्य के लोकतांत्रिक सिद्धांत के आधार पर राज्यों की अखंडता के पक्ष में खड़ी रही है। उसने कांग्रेस और संप्रग पर आंध्रप्रदेश को बांटकर तेलंगाना बनाने का फैसला काफी हीलाहवाली तथा श्रीकृष्णा समिति की रिपोर्ट मिलने के दो साल से भी अधिक समय बाद किया। माकपा महासचिव प्रकाश करात से इससे पहले कहा कि तेलंगाना राज्य बनाने से देश के अन्य हिस्सों में ऐसी मांग बढ़ेगी। करात ने कहा कि केंद्र सरकार को यह देखने की जिम्मेदारी लेनी होगी कि राज्यों का और विभाजन न हो, चाहे वह पश्चिम बंगाल हो या अन्य कोई। यह स्पष्ट कर दिया जाना चाहिए कि आप राज्य के अंतहीन विभाजन या नये राज्यों का गठन नहीं कर सकते। लेकिन भाकपा सचिव डी राजा ने इस फैसले को काफी देरे से लिया गया निर्णय करार दिया और कहा कि उनकी पार्टी गहर विचार विमर्श और सभी विकल्पों पर गौर फरमाने के बाद पृथक तेलंगाना पर सहमत हुई। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश के सभी क्षेत्रों को इस फैसले को बिना किसी वैमनस्य या कटुता के भाईचारा के रूप में लेना चाहिए। उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि सैद्धांतिक तौर पर भाकपा छोटे राज्यों के गठन के पक्ष में नहीं है, लेकिन तेलंगाना एक बड़ा क्षेत्र है और पृथक राज्य के लिए आंदोलन लंबे समय से चल रहा है। आरएसपी नेता अबनी राय ने कहा कि उनकी पार्टी छोटे राज्यों के गठन का विरोध करती रही है और झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के गठन के समय भी उसने विरोध किया था। राय ने कहा, यदि लोग चाहते हैं और सरकार राजी हो जाती है तब हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन छोटे राज्यों की मांग त्वरित विकास की जरूरत से प्रेरित होती है। पर, झारखंड और उत्तराखंड के हमारे अनुभव ने दर्शा दिया है कि यह नहीं हो रहा है। इन जनजाति बहुल राज्यों में लोगों का विकास नहीं हुआ। हालांकि फारवार्ड ब्लाक ने इस कदम का स्वागत किया और कांग्रेस पर देरी करने एवं क्षेत्र के लोगों को लंबे समय से बेवकूफ बनाने का आरोप लगाया। उसने यहां जारी एक बयान में सरकार से महाराष्ट्र से विदर्भ बनाने की भी मांग पर विचार करने की मांग की। ममता कांग्रेस पर आग बबूला
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पृथक तेलंगाना राज्य को मंजूरी देने के लिए कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की बुधवार को आलोचना की और इसे 'विभाजनकारी राजनीति' करार दिया। ममता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर उनसे पूछा है कि आखिर इस निर्णय के पीछे क्या कारण हैं? ममता ने यहां राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ''मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पूछा है कि यह निर्णय सही है या गलत।'' तेलंगाना पर संप्रग के निर्णय ने उत्तरी बंगाल में अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को तेज कर दिया है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने अपनी मांग के समर्थन में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। इन सबके मद्देनजर ममता ने कहा कि मैं तेलंगाना के खिलाफ नहीं हूं, यह उनका विशेषाधिकार है। लेकिन अन्य राज्यों से भी यदि इसी तरह की मांग उठने लगे तो क्या होगा? क्या कांग्रेस इन सभी मांगों को मंजूरी देगी और देश को कई टुकड़ों में बांट देगी? यह देश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों पर जिम्मेदारी है, वही गैर-जिम्मेदाराना तरीके से व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आखिर यह निर्णय ऐसे वक्त में क्यों लिया गया, जब आम चुनाव होने वाले हैं? कांग्रेस ने पांच साल पहले अपने घोषणा-पत्र में कहा था कि वह पृथक तेलंगाना के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन यह निर्णय अभी क्यों लिया गया, जबकि चुनाव होने वाले हैं? सिर्फ इसलिए कि इससे कुछ अधिक सीटें मिल जाएंगी? ममता ने कहा कि मैं इस रवैये की आलोचना करती हूं और इस पर हैरान हूं। राजनीतिक उद्देश्य एवं आपसी झगड़ों के कारण संवैधानिक जवाबदेहियों को खतरे में नहीं डाला जाना चाहिए। मायावती गदगद
उधर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने नया तेलंगाना राज्य बनाए जाने का समर्थन करते हुए बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से छोटे राज्यों की पक्षधर रही है। इसलिए वह केंद्र के इस कदम का समर्थन करती हैं। मायावती ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के विभाजन को लेकर भी केंद्र को जल्द ही प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। राजधानी लखनऊ में पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मायावती ने जहां उप्र के विभाजन की अपनी मांग को फिर से हवा दी, वहीं दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी जमकर हमला बोला। पृथक तेलंगाना राज्य का समर्थन करते हुए मायावती ने कहा, ''केंद्र सरकार द्वारा यह देर से उठाया गया कदम है, लेकिन केंद्र सरकार के इस कदम के बाद तेलंगाना क्षेत्र के लोगों की उम्मीदें और आकांक्षाएं पूरी हुई हैं। उम्मीद है कि उनका बेहतर विकास होगा।'' मायावती ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के पद चिन्हों पर चलने वाली बसपा ने हमेशा छोटे राज्यों और छोटी इकाइयों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, ''उप्र की चार बार मुख्यमंत्री रही हूं और इस दौरान हमने तहसीलों, जिलों एवं मंडलों के अलावा नए पुलिस जोनों को स्थापित किया।'' मायावती ने कहा कि उप्र की 20 करोड़ जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए राज्य के विभाजन का प्रस्ताव पहले मंत्रिमंडल और फिर विधानसभा में पारित कर 23 नवंबर, 2011 को केंद्र के समक्ष भेजा गया था। प्रस्ताव में उप्र को चा र भागों पूर्वांचल, बुंदेलखंड, पश्चिमी एवं हरित प्रदेश में विभाजित करने की बात कही गई थी। यह प्रस्ताव अब तक केंद्र सरकार के समक्ष लंबित है। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से मांग करती हूं कि जल्द से जल्द उप्र के विभाजन की प्रक्रिया भी शुरू की जाए, ताकि लोगों का और उपेक्षित क्षेत्रों का समुचित विकास हो सके। मायावती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा, ''उप्र के मुख्यमंत्री मुझे राज्य में न आने की नसीहत दे रहे हैं। इसकी बजाय उन्हें अपने पिता मुलायम सिंह यादव को उप्र में न घुसने का फरमान जारी करना चाहिए, क्योंकि वह खुद सरकार की कार्यशैली पर कई बार सवाल खडे़ कर चुके हैं। निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन को वापस लेने की मांग करते हुए मायावती ने कहा कि सपा के शासन में ईमानदार और निष्ठावान अधिकारियों को काम करने की छूट नहीं है। यह सरकार गुंडों और माफियाओं के हवाले हो चुकी है। सूबे में कानून का राज नहीं रह गया है। मायावती ने कहा कि दुर्गाशक्ति नागपाल के मामले में राज्यपाल और केंद्र को भी संज्ञान लेना चाहिए, वर्ना आने वाले समय में ईमानदार अधिकारियों के सामने और चुनौतियां आ सकती हैं। मायावती ने कहा कि मैं पहले भी कह चुकी हूं कि उप्र में कानून का राज समाप्त हो गया है और इसलिए यहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए और आज मैं फिर अपनी वही मांग दोहरा रही हूं।

2जी: अदालत ने मित्तल-रुईया से सुप्रीम कोर्ट जाने को कहा

Image Loading2जी मामले की सुनवाई कर रही दिल्ली की विशेष अदालत ने आज भारती एयरटेल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुनील मित्तल और एस्सार के प्रवर्तक रवि रुईया को अतिरिक्त स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में सुनवाई रोकने के मामले में अपने अंतरिम आदेश के संबंध में स्पष्टीकरण प्राप्त करने के लिए उच्चतम न्यायालय जाने को कहा है।
   
सीबीआई अदालत के विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने दोनों कंपनियों के प्रमुखों को कहा कि वे 14 अगस्त तक इस मामले में उच्चतम न्यायालय से स्पष्टीकरण मांगें। न्यायाधीश ने इस मामले की सुनवाई तब तक के लिए स्थगित कर दी है।
   
न्यायाधीश ने कहा इस मामले की सुनवाई 14 अगस्त तक मुल्तवी की जाती है। इस बीच आप इस मामले में जारी (इस अदालत के) आदेश के बारे में उच्चतम न्यायालय से स्पष्टीकरण मांगें। इस मामले की सुनवाई की अगली तारीख 14 अगस्त तय की गई है।
   
यह आदेश मित्तल और रुईया की ओर से पेश वकीलों द्वारा सुनवाई स्थगित करने की मांग के बाद दी गई। मित्तल और रुईया को इस मामले में आरोपी के तौर पर सम्मन जारी किया गया था।
   
अभियुक्त रूप में तलब मित्तल और रुईया के वकीलों ने इस आधार पर सुनवाई स्थगित करने की मांग की कि उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले दोनों आरोपियों को जारी सम्मन को चुनौती देने वाली अलग याचिकाओं पर विशेष अदालत में सुनवाई टाल थी।
   
सीबीआई ने हालांकि उनकी अपील का यह कहते हुए विरोध किया कि उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में इस मामले में सुनवाई को स्थगित नहीं किया है और यह दोनों आरोपियों का कर्तव्य है कि वे स्पष्टीकरण मांगें।
   
सीबीआई के वकील के के गोयल ने कहा ऐसा नहीं हो सकता कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में सूचीबद्ध नहीं होगा इसलिए यहां इस सुनवाई को स्थगित कर दिया जाए, यह उनका कर्तव्य है कि वे उच्चतम न्यायालय स्पष्टीकरण मांगें। वे अपने घर में बैठकर यह नहीं कह सकते कि इस मामले को यहां स्थगित किया जाए।
   
न्यायाधीश ने भी बचाव पक्ष के वकील से कहा कि इस मामले की सुनवाई स्थगित करने के संबंध में उन्हें उच्चतम न्यायालय का कोई आदेश नहीं मिला है। न्यायाधीश ने कहा अब तक स्थगन की कोई स्थिति नहीं है। मुझे अगली तारीख देने से कोई गुरेज नहीं है लेकिन स्थगन जैसी कोई बात नहीं है।
   
उच्चतम न्यायालय ने 26 अप्रैल के अंतरिम आदेश में सुनवाई अदालत में उन्हें व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होने से छूट दे दी थी और कहा था कि उनके खिलाफ सुनवाई अगली तारीख तक मुल्तवी रहेगी। मित्तल और रुईया की ओर से विशेष अदालत द्वारा 19 मार्च को जारी सम्मन के आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गयी थी।
   
विशेष अदालत ने 19 मार्च को मित्तल, रुईया और असीम घोष को पेशी का सम्मन जारी किया था। रुईया आरोपी कंपनियों में शामिल स्टर्लिंग सेल्यूलर लिमिटेड के निदेशक थे। असीम घोष को अब तक सम्मन नहीं पहुंचा है। इनके नाम 31 दिसंबर को इस मामले में सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र में शामिल नहीं थे।
   
आज की सुनवाई के दौरान रईया की ओर से पेश वकील एस वी राजू ने अदालत से कहा कि उनका मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है। उन्होंने इस आधार पर यहां मामले की सुनवाई चार सप्ताह तक स्थगित रखे जाने की मांग की।
मित्तल की ओर से पेश वकील सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय अगले आदेश तक विशेष अदालत के सामने सुनवाई टालने का अंतरिम आदेश दिया था। उन्होंने कहा आठ अप्रैल से विशेष अदालत के समाने सुनवाई टली हुई है।
    
अग्रवाल ने अदालत से कहा कि उच्चतम न्यायालय का विशेष अदालत में सुनवाई टालने का आदेश अभी बरकरार है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने यह नहीं कहा है कि यह अंतरिम आदेश कब तक जारी रहेगा।

तो क्या अबभी फुकुशिमा पर मंडरा रहा है रेडियोएक्टिव भूत

Image Loadingजापान में ढाई साल पहले सुनामी लहरों से बुरी तरह तबाह हुये फुकूशिमा परमाणु संयंत्र में रेडियो सक्रिय विकरण के अब भी उच्च स्तर होने के कारण संयंत्र की सफाई में जुटे सुरक्षा विशेषज्ञों की चिंता कम नहीं हो रही है।
 
समुद्री सुनामी के बाद इसके तटीय क्षेत्रों में रेडियोएक्टिव विकिरण का स्तर समुद्री जल और जलीय जीवों में हानिकारक स्तर से ऊपर पाया गया है। परमाणु विभिषिका से उपजे हालातों और फुकूशिमा संयंत्र की सफाई में जुटे विशेषज्ञों को घटना के ढाई साल बाद भी कई प्रश्नों का ठोस उत्तर नहीं मिल रहा है। मसलन संयंत्र के तहखाने में भूमिगत जल का रिसाव कैसे हुआ, भूजल का रेडियो सक्रिय तत्वों से संक्रमित होना, रिएक्टर के कूलिंग सिस्टम का कार्य न करना इत्यादि।
       
सफाई में जुटी टोक्‍यो इलेक्‍ट्रिक पावर कंपनी [टेपको]के विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्र में फैले उच्च विकिरण के कारण वे सफाई कार्य सुचारू रुप से नहीं कर पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 11 मार्च, 2011 को आये 9.0 तीव्रता वाले भूकंप और उसके बाद उठी सुनामी से जापान के पूर्वी तट पर बसे विभिन्न शहरों को तबाह कर दिया, जिसमें करीब 20 हजार लोग मारे गये थे। इसमें जापान में अधिकतर परमाणु संयंत्रों को भारी नुकसान पहुंचा था।

इसमें फुकूशिमा परमाणु संयंत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था। इसके रिएक्टर  से हाइड्रोजन विस्फोट से समुद्री जल हवा में रेडियो एक्टिव विकिरण उच्च स्तर पर पहुंच गया और संयंत्र को बंद करना पडा़। बीते जनवरी माह में टेपको के विशेषज्ञों ने जांच के दौरान समुद्री मछली में विकिरण स्तर अत्यधिक मापी थी। हालांकि इससे पहले स्थानीय मछुआरे और स्वतंत्र जांचकर्मी इस बात की आशंका पहले भी जता चुके थे, पर टेपको ने इस घटना पर जापानी जनता को अंधेरे में रखा।

इस घटना के बाद टेपको ने अपनी आंतरिक जांच रिपोर्ट में तटीय क्षेत्रों के भूमिगत जल में रेडियोसक्रिय सीजियम, ट्रिटियम और स्ट्रांशियम जैसे तत्व पाये गये थे। टेपको के ऊपर सुनामी से तबाह हुये जापान में करीब पचास रिएक्टरों को दुरुस्त करने का जिम्मा दिया गया है।

अमेरिका के दूसरे गुरुद्वारे में भी तोड़फोड़, आहत हुए सिख

Image Loadingअमेरिका में विस्कोंसिन के ओकक्रीक गुरुद्वारे में हुए हमले के एक साल बाद कैलिफोर्निया के रिवरसाइड स्थित एक सिख गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। इसे नस्लीय हिंसा का नतीजा माना जा रहा है। उपद्रवियों ने गुरुद्वारा परिसर में चारों ओर ‘टेररिस्ट!’ शब्द भी लिखा दिया है।
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (एसएएलडीईएफ) ने मंगलवार को कहा कि तोड़फोड़ की यह घटना 29-30 जुलाई की रात किसी समय घटी। एसएएलडीईएफ के मुताबिक, वह रिवरसाइड काउंटी के प्रशासकीय विभाग, पुलिस विभाग, संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) तथा न्याय विभाग के संपर्क में है। उसने घटना की जांच कराने और दोषियों को सजा देने की मांग की है। एसएएउलडीईएफ के कार्यकारी निदेशक जसजीत सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थल पर हमला बेहद दुखद है। हम पिछले साल विस्कॉन्सिन में ओक क्रीक गुरुद्वारे पर हमला झेल चुके हैं, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे हमलों की अमेरिका के सभी समुदायों को निंदा करनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से भी इन हमलों को नस्लीय हिंसा के रूप में देखने का आग्रह किया है। दूसरी तरफ अमेरिका में विस्कोंसिन के ओकक्रीक गुरुद्वारे में हुए हमले के एक साल बाद सिख समुदाय चढ़दी कला की भावना के साथ इस दुखद घटना की पहली बरसी मनाएगा। गुरुद्वारे में श्वेत हमलावर की गोलीबारी में छह श्रद्धालु मारे गए थे। विस्कोंसिन के सिख गुरुद्वारे ने सोमवार को अपनी बेबसाइट पर कहा कि गुरुओं द्वारा हमारे मन में भरी गई चढ़दी कला की भावना से समुदाय फिर उठ खड़ा हो रहा है और जान गंवाने वाले अपने प्रियजनों को याद कर रहा है। पिछले साल 5 अगस्त को एक श्वेत हमलावर के हमले में जान गंवाने वालों के प्रति सम्मान में कई कार्यक्रमों की घोषणा की गयी है जो शुक्रवार से शुरू हो रहे हैं। गुरुद्वारे ने लोगों से अपील करते हुए कहा है, दुखद घटना के दिन जान गंवाने वालों और पीड़ितों की याद में अगर आप हमारे साथ जुड़ते हैं तो हमें खुशी होगी। आपकी मौजूदगी यह साबित करेगी कि यह केवल सिखों के लिए त्रासदी नहीं है, बल्कि अमेरिकी त्रासदी है। हमें इस हिंसा से हर हाल में लड़ना होगा। यह लड़ाई हिंसा से नहीं, बल्कि प्यार और दया के साथ लड़े जाने की जरूरत है।

जेएनयू में छात्रा पर हमला, आरोपी मरे, पीड़िता गंभीर

Image Loadingदक्षिणी दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रा पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला करने वाले लड़के की मौत हो गई और लड़की की हालत गंभीर बनी हुई है। जेएनयू में बुधवार सुबह लड़के ने क्लास में घुसकर लड़की पर जानलेवा हमला किया और बाद में खुद भी जहर खा लिया। दो नों तृतीय वर्ष के विद्यार्थी थे और कोरियाई भाषा की पढ़ाई कर रहे थे।
लड़के को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। लड़की को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुरुआती जांच में इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताया जा रहा है, क्योंकि लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे को जानते थे। सूत्रों के मुताबिक हमला करने वाला लड़का किसी बात को लेकर लड़की से नाराज था। बुधवार को जब क्लास चल रही थी तो लड़का क्लास में घुसा और फिर लड़की से उसकी नोंकझोंक हुई। इसके बाद लड़के ने कुल्हाड़ी से लड़की पर हमला कर दिया। हमला करने के बाद उसने खुद भी जहर खा लिया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया और घटना की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि हमला करने वाला लड़का किसी बात को लेकर लड़की से नाराज था और इसी वजह से उसने हमला किया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी जांच की जा रही है। इस मामले में दोनों के साथी छात्रों से पूछताछ की जा रही है। इस घटना के बाद जेएनयू की सुरक्षा व्‍यवस्‍था पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं जेएनयू प्रशासन का कहना है कि छात्र जेएनयू का ही था और किसी भी छात्र को कैंपस में कही भी आने जाने की कोई मनाही नहीं होती है।

शत्रु को उमा की नसीहत, भाजपा-जदयू में वाकयुद्ध तेज

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Bihari Babu Satrighan sinha........
भाजपा और जदयू में अलगाव के बाद कड़वाहट बढ़ती जा रही है। दोनों दल एक-दूसरे को सबक सिखाने और रसातल में मिलाने की धमकी दे रहे हैं। वहीं, उमा भारती ने शत्रुघ्न सिन्हा को ठीक से बोल ने की नसीहत दी है।
शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मैटेरियल बताए जाने पर भाजपा ने उन्हें सचेत किया है कि वह अनुशासन में रहें और जो कुछ कहना है पार्टी के मंच पर कहें। उधर पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने उनकी तुलना कांग्रेस के दिग्विजय सिंह से करते हुए कहा कि बॉलीवुड के इस स्टार की बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। उमा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा इतना ज्यादा शूट करते हैं कि उनकी ओर से की जाने वाली प्रशंसा या आलोचना का कोई महत्व नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि शत्रुघ्न और दिग्विजय सिंह को सबसे बड़ा दंड देना यह होगा कि उनकी बातों पर प्रतिक्रिया ही नहीं की जाए। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पार्टी यह जरूर चाहती है कि उसका हर नेता अनुशासन में रहे और उसे जो कुछ कहना है पार्टी के मंच पर ही कहे। नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मैटेरियल बताने की सिन्हा की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि संविधान कहता है कि जो लोकसभा में 272 सांसद जुटा लेगा, वह प्रधानमंत्री बन जाएगा और शत्रुघ्न सिन्हा जिस पार्टी में हैं केवल उसी में यह संख्या जुटाने का दम है। शत्रुध्न ने मंगलवार को कहा था कि नीतीश कुमार ने बिहार में अच्छा काम किया है, वह प्रधानमंत्री पद के योग्य हैं। उनकी क्षमता पर सवाल ही नहीं उठता। इससे पहले नीतीश ने कहा था कि भाजपा की हालत पहले जैसी हो जाएगी, वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि आने वाले समय में जदयू की हालत पतली होगी। भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगले चुनाव में भाजपा की हालत समझा देने की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि यह बात जदयू पर ही लागू होगी। कुमार की सोमवार को राज्य विधानसभा में की गयी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि वास्तव में ऐसी स्थिति जदयू की होगी। मुख्यमंत्री ने कल भाजपा के संदर्भ में पुन: मूषको भव: की टिप्पणी की थी। यादव ने कहा कि वर्ष 1998 में जब नीतीश कुमार की समता पार्टी से भाजपा का गठबंधन हुआ था, जो बाद में जदयू में मिल गयी थी, तब उसके मात्र सात विधायक थे, जबकि भाजपा के 41 विधायक थे। नीतीश सरकार में सडक निर्माण मंत्री और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की राज्य इकाई के संयोजक यादव ने कहा कि वे लोग आगामी चुनावों में उसी स्थिति में पहुंच जायेंगे। वरिष्ठ भाजपा विधायक प्रेम कुमार, अरुण कुमार सिन्हा, विनोद नारायण झा, उषा विद्यार्थी और अन्य के साथ संवाददाता सम्मेलन में मौजूद विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि जदयू और राष्ट्रीय जनता दल के बीच चोरी छिपे तालमेल हो गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कल साफ साफ राजद विधायकों से उनका साथ देने का आग्रह किया कि अब इस चोरी छिपे हुए तालमेल के बारे में और प्रमाण की क्या जरूरत है। यादव ने यह प्रतिक्रिया नीतीश कुमार के उन आरोपों के जवाब में व्यक्त की जिसमें वे बार बार भाजपा और राजद के बीच सांठ गांठ की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में राजनीतिक परिदृश्य साफ होता जा रहा है। जदयू का राजद, कांग्रेस और भाकपा से महागठबंधन होगा और भाजपा एकमात्र विपक्षी पार्टी होगी। उधर, बिहार भाजपा के प्रवक्ता पद से हटाये गये रामकिशोर सिंह ने सुशील मोदी पर तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्हें भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना और बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार की तारीफ करने के बाद कल प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मंगल पांडेय द्वारा प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था। भाजपा पार्षद सिंह ने अपना इस्तीफा राज्य प्रमुख को भेज दिया। सिंह ने सार्वजनिक तौर पर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर संदेह जताया था और मुख्यमंत्री एवं जदयू नेता नीतीश कुमार की तारीफ की थी, जिसके बाद उन्हें प्रवक्ता के पद से हटा दिया गया था। उन्होंने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मैंने पार्टी नेताओं से आज प्रात: ग्यारह बजे तक मामले पर चर्चा करने को कहा था, लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो मैंने अपना इस्तीफा बिहार भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय को भेज दिया।

तेलंगाना पर कांग्रेस में घमासान, कैबिनेट की बैठक टली

Image Loadingपृथक तेलंगाना का रास्ता साफ होने से जहां एक तबका काफी खुश है, तो दूसरा धरा खासा नाराज है। फैसले की घोषणा के बाद जहां दिल्ली स्थित आंध् र प्रदेश भवन में लड्डू बांटने और जय तेलंगाना की गूंज के बीच जश्न का माहौल देखा गया, वहीं, दूसरी ओर इस्तीफे का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस के एक सांसद और सीमांध्र के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एन तुलसी रेड्डी ने भी विरोध जताते हुए इस्तीफा दे दिया। उधर, तेलंगाना राज्य के गठन पर मुहर लगाने के लिए पीएम आवास पर केंद्रीय कैबिनेट की आज होने वाली बैठक टल गई है। कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति ने अपनी बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर निश्चित समय सीमा के भीतर अलग तेलंगाना राज्य गठित करने की दिशा में कदम उठाने का केन्द्र से आग्रह करने का निर्णय किया। कांग्रेस ने केन्द्र सरकार से हैदराबाद को 10 साल के लिए आंध्रप्रदेश और प्रस्तावित तेलंगाना राज्य की साझा राजधानी बनाने की सिफारिश करने का भी निर्णय किया। पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के बारे में कांग्रेस कार्य समिति और संप्रग का यह महत्वपूर्ण फैसला करीब एक सप्ताह के गहरे विचार विमर्श के बाद सामने आया है। यह देश का 29वां राज्य होगा। इसमें एकीकृत आंध्र प्रदेश के 23 में से 10 जिले शामिल होंगे।

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव और पार्टी के आंध्र प्रदेश मामलों के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल तेलंगाना में दस जिलों को रखने का विचार है, लेकिन और क्षेत्रों को शामिल करने के बारे में अंतिम फैसला मंत्री समूह करेगा। आंध्र प्रदेश की लोकसभा की 42 और विधानसभा की 294 सीटों में से प्रस्तावित तेलंगाना में लोकसभा की 17 और विधानसभा की 119 सीटें होने की संभावना है।

सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी उपध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया। बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि पथक तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले से पूरे आंध्र क्षेत्र को मदद मिलेगी। बैठक में सोनिया गांधी ने इस मुद्दे पर ऐतिहासिक परिपेक्ष्य पेश किया। दिग्विजय सिंह ने प्रस्ताव पेश किया जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।

प्रस्तावित तेलंगाना राज्य में हैदराबाद, मेडक, आदिलाबाद, खम्माम करीमनगर, महबूबनगर, नलगोंडा, निजामाबाद, रंगारेडडी और वारंगल शामिल होंगे। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में इस बात का उल्लेख किया गया है कि संप्रग-1 सरकार के साझा न्यूनतम कार्यक्रम में मई 2004 और उसी साल संसद के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति के अभिभाषण में विचार विमर्श के बाद सर्वसम्मति से अलग तेलंगाना राज्य के गठन की बात कही गई थी।

इसके बाद संप्रग दो के कार्यकाल के दौरान नौ दिसम्बर 2009 को तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने तेलंगाना राज्य बनाने के बारे में एक बयान जारी किया था। कांग्रेस कार्य समिति में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि दस साल के भीतर आंध्र प्रदेश के लिए नई राजधानी का निर्माण करने में सहयोग किया जाएगा। इसमें यह भी कहा गया कि कोलावरम सिंचाई परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया जायेगा और इसके पूरा होने के लिए उचित कोष उपलब्ध कराया जायेगा।

प्रस्ताव के अनुसार आंध्र प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों अथवा जिलों की पहचान करके उनकी विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनके विकास के लिए उचित कोष दिया जाएगा। अलग तेलंगाना राज्य बनने के बाद आंध्र प्रदेश सहित दोनों राज्य सरकारों को अपने अपने क्षेत्रों और जिलों में शांति और सौहार्द तथा कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सहयोग किया जाएगा।

कांग्रेस कार्य समिति ने सभी कांग्रेसजनों और आंध्र प्रदेश के तेलगू भाषी लोगों से अपील की कि वे अपना पूर्ण सहयोग दे जिससे कि इस प्रस्ताव को इस तरह लागू किया जा सके जिससे दोनों राज्यों में शांति, सौहार्द, प्रगति और खुशहाली सुनिश्चित हो सके। दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में कहा कि अलग तेलंगाना राज्य बनाने का फैसला किसी राजनीतिक आवश्यकता या राजनीतिक मजबूरी के तहत नहीं किया गया है। दोनों राज्यों के बीच संसाधनों के बंटवारे के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि इस विषय पर मंत्री समूह का गठन होगा जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच भूमि, जल, राजस्व, परिसंपत्तियों तथा देनदारियों के मसले को देखेगा। दिग्विजय सिंह ने सवालों के जवाब में इस बात को गलत बताया कि किन्ही राजनीतिक कारणों से तेलंगाना राज्य बनाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि यह लंबे समय से चली आ रही मांग थी और इसका चुनावों से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र आंध्र प्रदेश विधान सभा से आग्रह करेगा कि वह तेलंगाना राज्य बनाने के बारे में प्रस्ताव पारित करे।

तेलंगाना राष्ट्र समिति की चर्चा करते हुए सिंह ने कहा कि इसके अध्यक्ष के चन्द्र शेखर राव ने कहा है कि तेलंगाना राज्य बन जाने पर उनकी पार्टी कांग्रेस में विलय कर लेगी। हमें उनकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है। हम इस मुद्दे पर चर्चा करने के पक्ष में हैं। सोनिया गांधी के निवास दस जनपथ पर हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के पहले सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के नेताओं की बैठक में तेलंगाना के गठन के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से समर्थन किया गया। रालोद नेता एवं केन्द्रीय मंत्री अजीत सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास पर संप्रग घटक दलों के नेताओं की बैठक के बाद संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संप्रग ने तेलंगाना के पक्ष में एकमत से निर्णय किया है। राकांपा प्रमुख शरद यादव ने कहा कि इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हुई तथा संप्रग घटक दल तेलंगाना राज्य के गठन को सहमति देने के मामले में पूरी तरह से एकमत थे। सिंह और पवार के अलावा नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, वित्त मंत्री पी चिदंबरम और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाग लिया। केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस में आंध्र प्रदेश के पूर्व प्रभारी गुलाम नबी आजाद, पार्टी में आंध्र प्रदेश के वर्तमान प्रभारी दिग्विजय सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल भी बैठक में मौजूद थे। यह बैठक करीब एक घंटे तक चली। तेलंगाना के गठन को लेकर कांग्रेस के अंदर विरोध के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्य समिति में लिये गये फैसले के साथ पूरी तरह खड़ी है। सिंह ने पृथक राज्य के गठन को लेकर विभिन्न राज्यों से उठ रही मांगों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि सिर्फ आंदोलन के आधार पर राज्यों का गठन नहीं होता है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का अध्ययन करना होता है।

उत्तर प्रदेश के थानों में पांच रुपये में भर पेट भोजन कराती है पुलिस !

यूपी पुलिस
केन्द्रीय योजना आयोग द्वारा गरीबी का बेतुका मानक तय किए जाने के बाद भर पेट भोजन को लेकर देश भर में हायतौबा मची है. लेकि
न उत्तर प्रदेश पुलिस अभी भी हिरासती व्यक्ति को पिछले एक दशक से पांच रुपये में भर पेट भोजन करा रही है.
केन्द्रीय योजना आयोग ने हाल ही में ग्रामीण क्षेत्र में 27 रुपये और शहरी क्षेत्र में 33 रुपये रोजाना खर्च करने वाले को अमीर का दर्जा दिए जाने का बेतुका मानक तय किया. इसके बाद कांग्रेसी नेताओं के बयानों के बाद समूचे देश में भोजन को लेकर गरीबी और अमीरी को परिभाषित करने की बहस छिड़ गई है.
उल्लेखनीय है कि राज बब्बर ने 12 रुपये, रशीद मसूद ने पांच रुपये और केन्द्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला एक रुपये में भर पेट भोजन की बात कही थी. कांग्रेसी नेता रोजाना कितने रुपये में पेट भरते हैं, यह तो वे खुद जानें, पर तल्ख सच्चाई यह है कि देश के किसी भी हिस्से में नेताओं के रेट पर भर पेट भोजन नहीं मिलता और उत्तर प्रदेश की पुलिस पिछले एक दशक से, हिरासत में लिए गए व्यक्ति को पांच रुपये के सरकारी मानक में भर पेट भोजन करा रही है, और इसी मानक के अनुसार सूबे की सरकार भुगतान भी करती आई है.
हालांकि भोजन के इस पांच रुपये में भी पुलिस खेल करती रहती है, क्योंकि ज्यादातर थानों के हवालातों में बंद व्यक्ति के भोजन का इंतजाम उसके परिजन ही करते हैं.
बांदा के अपर पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद के अनुसार, एक दशक पूर्व, हिरासत में लिए गए व्यक्ति के भोजन के लिए शासन से सिर्फ दो रुपए प्रति खुराक का प्रावधान था, बाद में मंहगाई को देखते हुए यह रकम बढ़ा कर पांच रुपये कर दी गई है. रकम थाना प्रभारियों को उपलब्ध करा दी जाती है.
स्वामी प्रसाद कहते हैं, 'आज आसमान छू रही मंहगाई को देखते हुए यह धनराशि ऊंट के मुंह में जीरा भी नहीं है, लेकिन एक दशक से इस धनराशि में कोई इजाफा नहीं किया गया.' वह कहते हैं, 'होटल से पांच रुपये में अच्छी चाय भी नहीं मिल पाती, परंतु पुलिस किस तरह पांच रुपये में भर पेट भोजन उपलब्ध कराती होगी? आप अंदाजा लगा सकते हैं.'
बिसंडा के थानाध्यक्ष पंकज तिवारी का कहना है, 'वैसे तो हिरासत में लिए गए आसपास के गांवों के व्यक्तियों के भोजन का इंतजाम उनके परिजन ही करते हैं, यदि दूर-दराज का व्यक्ति पकड़ा गया तो सिपाहियों का पेट काट कर भोजन देना मजबूरी होती है.'
उनके अनुसार जिले के अधिकारी उसी व्यक्ति के नाम का भुगतान करते हैं, जिन्हें न्यायालय में पेश किया जाता है. जबकि अक्सर ऐसे भी व्यक्ति हिरासत में लिए जाते हैं, जिन्हें जेल नहीं भेजा जा सकता और उनके पेट का प्रबंध अपनी जेब से करना पड़ता है.
पुलिस हिरासत में भोजन की हकीकत जानने के लिए एक संवाददाता ने बांदा जेल में बंद रहे तेन्दुरा गांव के विचाराधीन युवक रिंकू उर्फ संकल्प से मुलाकात की. उसने बताया कि उसे चार दिन नरैनी पुलिस की हिरासत में रहना पड़ा था. एक भी दिन पुलिस ने खाना नहीं दिया. तीसरे दिन उसके परिजन खाना लेकर पहुंचे, तब कहीं भूख मिटी.
मुकदमा अपराध संख्या-149/20013 में गिरफ्तार इस युवक के नाम भुगतान की गई धनराशि के बारे में पुलिस लाइन बांदा में तैनात प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) ने बताया कि नरैनी पुलिस को तीन खुराक के हिसाब से केवल 15 रुपये का भुगतान किया गया है. अब इस युवक के मामले से साफ जाहिर होता है कि स्थानीय पुलिस ने उसे एक बार भी भोजन नहीं दिया और उसके नाम पर मिले 15 रुपये भी हजम कर गई.


और भी... http://aajtak.intoday.in/story/-up-police-feeds-prisoner-in-5-rs--1-737691.html

Tuesday, 30 July 2013

मोदी और राहुल गांधी के बाद अब सिब्बल पर वेबसाइट बनाकर व्यंग्य करेगी मुंबई की हाउस वाइफ

 नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की खिल्ली उड़ाती वेबसाइट्स के बाद अब तैयारी हो रही है कांग्रेस नेता और यूपीए के मंत्री कपिल सिब्बल पर वेबसाइट बनाने की. इसकी तैयारी में जुटी हैं मुंबई की एक हाउस वाइफ. उनका नाम है विद्युत. क्यों उन्हें इन राजनेताओं से इतना परहेज है. वो व्यंग्य के जरिए, साइबर स्पेस में क्या संदेश देना चाहती है. ये सब जानिए उनकी कहानी से, जो हम आपके सामने ला रहे हैं उन्हीं की जुबानीये है मेरी पहचान
‘मैं एक हाउस वाइफ हूं, एक यंग बेटे की मां हूं और मुंबई में रहती हूं.घर पर ही रहकर काम करती हूं. ये काम है ब्लॉगिंग का. इसके अलावा आमजनता के नाम से एक साइट भी चलाती हूं.
गुस्से का नतीजा है ये
मेरी कोई चालू पॉलिटिक्स नहीं है.मैं बीजेपी या कांग्रेस की सपोर्टर नहीं हूं. मैं सपोर्टर हूं तो लोगों की. इसीलिए जब ये पॉलिटीशियन कुछ गलत बोलते हैं, या अपने वादे से मुकरते हैं, तो गुस्सा आता है. उसी गुस्से को कभी ट्वीट, कभी साइट और कभी पोस्ट के जरिए लोगों के सामने रखती हूं.इसीलिए मैं न बीजेपी के नरेंद्र मोदी को बख्शती हूं और न कांग्रेस के राहुल गांधी को.इसका मकसद सिर्फ इतना रहता है कि लोगों को, उनकी चेतना को जगाने में मदद कर सकूं.
हिम्मत किसी की जो दे धमकी
जो ट्विटर वर्ल्ड में हैं या फेसबुक पर हैं. उन्हें पता है कि इस मिस को डिस्टर्ब नहीं करना है किसी घटिया हरकत से. वैसे भी जो लोग मेरे ख्यालों से टकराते हैं, मैं उन्हें तर्कसंगत जवाब देने की कोशिश करती हूं. और जिन लोगों को लगता है कि वे अपना नाम या प्रोफाइल जाहिर किए बिना हमला करेंगे, उनको ये नहीं पता कि इस तरह की घटिया हरकत से उनके मकसद को कोई मजबूती नहीं मिलती.
अब बारी सिब्बल की है
राहुल और मोदी के बाद अब मैं कपिल सिब्बल पर एक फनी वेबसाइट बनाने की सोच रही हूं. ये आदमी है कि बंकर. जब प्रेस के सामने आता है, कभी फोन टैपिंग की बात करता है, तो कभी आजादी छीनने के तरीकों पर मगजमारी करता दिखता है.उसको देखते ही दिमाग खराब होने लगता है. इसलिए अब मैंने सोचा है कि कपिल सिब्बल पर भी एक साइट बनाई जाए.’
कैसे आई खबरों में विद्युत
www.rajkumar.desipirates.in ये साइट है राहुल गांधी के बारे में. इस पर सबसे पहले नजर आएंगे माथा पकड़े राहुल गांधी. साथ में लाल रंग का दिल बना होगा. नीचे उनकी तारीफ में वही सारे शब्द लिखे होंगे, जो मैसूर की एक टेक्स्ट बुक में गांधी परिवार की चापलूसी करते हुए लिखे गए थे. मगर ये क्या साइट पर एक क्लिक करते ही सब कुछ टूटकर नीचे गिरने लगता है. तारीफ वाला लेख इधर उधर बिखर जाता है, दिल टूट जाता है और बचती है तो बस माथा पकड़े राहुल की तस्वीर.इसे विद्युत ने बनाया है. जब लोगों ने ट्विटर पर उनसे सवाल किया कि क्यों आप सिर्फ बीजेपी को निशाना बना रही हैं, तो विद्युत ने जवाब दिया कि कांग्रेसी राजकुमार के लिए भी है कुछ मेरे पास.
इसी तरह से नरेंद्र मोदी पर सवालिया निशान लगाती एक वेबसाइट को भी विद्युत ने दोबारा शुरू किया है. विद्युत ट्विटर और फेसबुक पर भी सक्रिय हैं और राजनेताओं पर व्यंग्य करती रहती हैं.

प्यार के दीवानों, तैयार हो जाओ 'आशिकी 3' के लिए

बॉलीवुड में फिल्मों के सीक्वल के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए फिल्म निर्माता भूषण कुमार फिल्म 'आशिकी' और 'भूतनाथ' का विशेष विक्रय अधिकार खरीदने का मन बना रहे हैं. साथ ही उन्होंने संकेत दिए कि  'आशिकी' फिल्म की तीसरी और चौथी सीक्वल भी बनाई जा सकती है.
खबरों के मुताबिक भूषण कुमार रोमांटिक फिल्म 'आशिकी', जिसकी सीक्वल 'आशिकी 2' हाल में हिट हुई है; भूतों पर आधारित कॉमेडी फिल्म 'भूतनाथ' तथा थ्रीडी हॉरर फिल्म 'क्रियेचर' का विशेष विक्रय अधिकार खरीदेंगे. थ्रीडी हॉरर फिल्म 'क्रियेचर' अभी तक रिलीज नहीं हुई है.
भूषण कुमार ने बताया कि प्रेम कहानियों का कभी अंत नहीं होता है. इसलिए 'आशिकी' फिल्म की तीसरी और चौथी सीक्वल भी बनाई जा सकती है. हम इन फिल्मों को एक ब्रांड की तरह बना दर्शकों के पास तब तक तक ले जाएंगे जब तक वे इसे देखना पसंद करेंगे.
मोहित सूरी द्वारा निर्देशित 'आशिकी 2' के 100 करोड़ का कारोबार करने पर भूषण कुमार ने कहा कि हम इस फिल्म का अगला सीक्वल 'आशिकी 3' बनाने की सोंच रहे हैं. बॉलीवुड में फिर से रोमांस का दौर लौटने पर हमें बेहद खुशी होगी. 'आशिकी 2' फिल्म के सह-निर्माता विशेष फिल्मस और भूषण कुमार हैं.
उन्होंने कहा यदि 'भूतनाथ 2' और 'क्रियेचर' को दर्शकों ने पसंद किया तो हम इसका अगला सीक्वल बनाने पर भी विचार करेंगे. विक्रम भट्ट की हॉरर फिल्म 'क्रियेचर' हॉलीवुड के 'जूरासिक पार्क' से प्रेरित है और इस फिल्म में मुख्य भूमिका विपाशा बसु ने निभाई है.
हॉलीवुड की तर्ज पर ही वरिष्ठ फिल्मकार महेश भट्ट ने फिल्म 'मर्डर' और 'राज' का विशेष विक्रय अधिकार लिया हुआ है.

वर्ल्‍ड कप 2015: पाकिस्‍तान से होगा भारत का पहला मुकाबला

एमएस धोनीवर्ल्‍ड कप 2015 के लिए मुकाबलों और मैदानों की घोषणा कर दी गई है. मौजूदा चैंपियन भारत का पहला मुकाबला 15 फरवरी को अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्‍तान से होगा. भारत और पाकिस्‍तान के बीच पहला मुकाबला एडिलेड में खेला जाएगा. 14 मार्च को
जिम्‍बाब्‍वे के साथ भारत का ग्रुप स्‍टेज का अंतिम मैच होगा. ग्रुप स्‍टेज में भारत का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से 22 फरवरी को मेलबर्न में, क्‍वालिफायर-4 से 28 फरवरी को पर्थ में, वेस्‍ट इंडीज से 6 मार्च को पर्थ में और 10 मार्च को हैमिल्‍टन में आयरलैंड से होगा.
1992 में इमरान खान की अगुवाई में पा‍किस्‍तानी टीम ने ऑस्‍ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में इंग्‍लैंड को हराकर पहली बार पाकिस्‍तान को वर्ल्‍ड चैंपियन बनाया था. अब 23 साल बाद 2015 में एक बार फिर मेलबर्न में ही विश्‍व कप का फाइनल खेला जाएगा. विश्‍व कप के दोनों सेमीफाइनल सिडनी और न्‍यूजीलैंड के ऑकलैंड में खेले जाएंगे.
29 मार्च 2015 को मेलबर्न में विश्‍वकप का फाइनल खेला जाएगा. विश्‍व कप की शुरुआत 14 फरवरी को मेजबान न्‍यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच मुकाबले से होगी. यह मैच भूकंप से बुरी तरह क्षतिग्रस्‍त हुए क्राइस्‍टचर्च के हेगली ओवल मैदान पर होगा. उसी दिन एमसीजी में ऑस्‍ट्रेलिया का मुकाबला इंग्‍लैंड से होगा.
विश्‍व कप में 44 दिनों के भीतर कुल 49 मैच खेले जाएंगे और यह सभी मैच ऑस्‍ट्रेलिया व न्‍यूजीलैंड के 14 शहरों में आयोजित होंगे. कुल 14 टीमें इस विश्‍वकप में भाग लेंगी, जिन्‍हें दो पूल में बांटा गया है. हर पूल में 7 टीमें हैं और हर टीम अपने पूल में 6 मैच खेलेगी. पूल की 7 में से 4 टीमें क्‍वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी और इसके बाद सेमीफाइनल के लिए जंग शुरू होगी. दो सेमीफाइनल के बाद 29 मार्च को फाइनल मैच खेला जाएगा.
पूल इस प्रकार हैं
पूल ए:
इंग्‍लैंड, ऑस्‍ट्रेलिया, श्रीलंका, बांग्‍लादेश, न्‍यूजीलैंड, क्‍वालिफायर 2 और क्‍वालिफायर 3
पूल बी:
दक्षिण अफ्रीका, इंडिया, पाकिस्‍तान, वेस्‍ट इंडीज, जिम्‍बाब्‍वे, आरयरलैंड और क्‍वालिफायर 4
भारत के मैच
15 फरवरी, एडिलेड: पाकिस्तान से
22 फरवरी, मेलबर्न: दक्षिण अफ्रीका से
28 फरवरी, पर्थ: क्वालिफायर-4 से
6 मार्च, पर्थ: वेस्टइंडीज से
10 मार्च, हैमिल्टन: आयरलैंड से
14 मार्च, ऑकलैंड: जिम्बाब्वे से
क्वार्टर फाइनल
पहला: 18 मार्च, सिडनी
दूसरा: 19 मार्च, मेलबर्न
तीसरा: 20 मार्च, एडिलेड
चौथा: 21 मार्च, वेलिंग्टन
सेमीफाइनल
पहला: 24 मार्च, ऑकलैंड
दूसरा: 26 मार्च, सिडनी
फाइनल
29 मार्च, मेलबर्न

बटला हाउस एनकाउंटर मामला, शहजाद को उम्रकैद की सजा

Image Loadingदिल्ली की एक अदालत ने आज 2008 के बटला हाउस मुठभेड़ मामले के एकमात्र दोषी और इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकवादी शहजाद अहमद को उम्रकैद की सजा का ऐलान किया है। अभियोजन पक्ष ने इसे अत्यधिक गंभीर अपराध मानते हुए अहमद के लिए मृत्युदंड की मांग की थी।
बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के निरीक्षक एम.सी. शर्मा की हत्या मामले में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ निवासी शहजाद (24) को दोषी सिद्ध करने वाले अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राजेंद्र कुमार शास्त्री ने यह फैसला सुनाया। अदालत ने सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष और शहजाद के वकील की दलील सुनने के बाद फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रखा था। शहजाद के लिए मृत्युदंड मांग रहे अभियोजन पक्ष ने अदालत में बताया कि आरोपी ने शर्मा की हत्या की और कर्तव्य का निर्वाह कर रहे मुख्य कांस्टेबल बलवंत सिंह और राजबीर सिंह को जख्मी कर दिया, इसलिए उसे मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। इसने कहा कि किसी भी तरह की सजा सुनाए जाने के दौरान अदालत को निरीक्षक शर्मा के परिवार के दर्द को भी ध्यान में रखना चाहिए। बताया गया है कि शहजाद उस दौरान मुठभेड़ वाले स्थान दक्षिणी दिल्ली के जामिया नगर स्थित एल-8 मकान में मौजूद था। अदालत ने 25 जुलाई को शहजाद को पुलिस अधिकारी पर हमला करने और उन्हें उनका कर्तव्य निर्वाह करने से रोकने का दोषी पाया था। शहजाद को हत्या, हत्या के प्रयास का दोषी पाया गया, जिसके लिए अधिकतम सजा मृत्युदंड है। शहजाद के वकील सतीश टमटा ने अदालत से कहा कि यह मामला सुनियोजित अपराध की श्रेणी में नहीं आता और उन्होंने अदालत से इस पर नरम रुख रखते हुए शहजाद को सुधार का एक मौका दिए जाने का अनुरोध किया। 19 सितम्बर, 2008 को शर्मा के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के सात पुलिसकर्मियों और 13 सितम्बर 2008 को दिल्ली में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में कथित तौर पर शामिल रहने वाले इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। ये विस्फोट करोल बाग, कनॉट प्लेस, ग्रेटर कैलाश और इंडिया गेट पर हुए थे, जिनमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 130 से अधिक घायल हुए थे। पुलिसकर्मियों के दल को यह सूचना मिली थी कि पांच श्रंखलाबद्ध विस्फोटों में शामिल एक वांछित व्यक्ति जामिया नगर के चार मंजिला बटला हाउस के एल-8 फ्लैट में छिपा हुआ है। पुलिस के दल ने सुबह 10.30 बजे फ्लैट पर धावा बोला और परिणामस्वरूप दोनों तरफ से गोलीबारी हुई। तभी छिपे हुए आतंकवादी द्वारा चलाई गई गोली से शर्मा की मौत हो गई।

सीमा पर गोलीबारी में पाक सैनिक ढेर


 
जम्मू। पाकिस्तानी सैनिकों ने एक बार फिर युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय पोस्ट पर जबरदस्त गोलीबारी की है। भारत की ओर से भी जवाबी गोलीबारी की गई।

पाक सेना के प्रवक्ता आसिम सलीम बाजवा ने आरोप लगाया है कि भारतीय गोलीबारी में उनके एक जवान की मौत हो गई और एक घायल हो गया। पाक ने भारतीय पोस्ट को निशाना बनाने के लिए भारी मशीनगनों और रॉकेट प्रोजेक्टाइल ग्रेनेड्स (आरपीजी) का उपयोग किया।

जुलाई माह में युद्धविराम का पांचवीं बार उल्लंघन किया गया है। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि शनिवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर सुबह करीब साढे सात बजे गोलबारी शुरू हो गई।

बताया जा रहा है कि आतंकियों को घुसपैठ कराने के इरादे से पाक सेना ने यह फायरिंग की। इसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। फायरिंग के कारण नियंत्रण रेखा के नजदीक बसे गांवों में दहशत का माहौल है।

शाम करीब सवा पांच बजे अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांव गोलीबारी से फिर दहल उठे। हीरानगर सेक्टर की कोठा पोस्ट पर हुई गोलाबारी का बीएसएफ के जवानों ने भी जवाब दिया। बीएसएफ की 68वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल बलजीत सिंह सीमा पार से चलाई गई गोली से घायल हो गए। इसके अलावा एक ग्रामीण भी घायल हुआ है।

जुलाई माह में सीजफायर उल्लंघन

2 जुलाई को पुंछ सेक्टर में फायरिंग
6 जुलाई को पुंछ साबजियां सेक्टर में भारी फायरिंग
9 जुलाई को पुंछ में फायरिंगए नागरिक की मौत
12 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रामगढ़ सेक्टर में फायरिंग
20 जुलाई को हवेली पुंछ में की गई गोलीबारी
24 जुलाई को मेंढर में फायरिंग

13 साल की लड़की को लगा दी आग

केंद्रपाडा। शादी का प्रस्ताव ठुकराने पर महज 13 साल की एक दलित नाबालिग लड़की को दो युवकों ने आग के हवाले कर दिया। घटना ओडिशा के केंद्रपाडा की है।

महाकालपाडा थाना क्षेत्र के खरनाशी गांव में कक्षा सात की तेरह वर्षीय दलित छात्रा को उसी गांव के अठारह से बीस वर्ष के दो युवकों ने मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा दिया क्योंकि उसने एक युवक के प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।

केंद्रपाडा के एसडीपीओ नरसिंह चरणस्वैन ने बताया कि इन युवकों की पहचान प्रदीप दास और एकादशी दास के रूप में कर ली गई है। प्रदीप ने दलित लड़की को एकादशी के घर बुलाया और उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव से इनकार करने के बाद जबरदस्ती कमरे में ले जाकर दोनों युवकों ने उसे आग लगा दिया।

स्वैन ने कहा कि ग्रामीणों ने आग बुझाकर लड़की को जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती किया। लगातार खराब होती स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उसे कटक स्थित एससीबी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में भेज दिया।

पुलिस ने कहा कि आग लगाने के बाद दोनों युवक घटनास्थल से फरार हो गए लेकिन महाकालपाडा पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए खरनाशी गांव से जुड़ने वाले सभी प्रवेश बिंदुओं और जल मार्गो की नाकाबंदी कर दी है।

बेटी की अस्मत लुटाकर चाहता था प्रमोशन

बेटी की अस्मत लुटाकर चाहता था प्रमोशन
 

पुणे। एक बड़ी कंपनी के सीईओ द्वारा अपनी बेटी की अस्मत के जरिए प्रमोशन चाहने का मामला पुणे पुलिस के संज्ञान में आया है। लड़की ने शिकायत में कहा है कि उसका पिता अक्सर उस पर अपने बॉस के साथ समय बिताने के लिए दबाव डालता रहता था, लेकिन लड़की के इंकार करने के बाद उसके साथ गाली-गलौच और मारपीट की जाती थी। आरोपी ऎसा इसलिए करता था ताकि उसे उसकी कंपनी में प्रमोशन मिल जाए।

<क्च>मामले पर एक नजर

एक मैन्यूफेक्चरिंग कंपनी का 45 वर्षीय सीईओ अपनी अंडर ग्रेजुएट 19 वर्षीय लड़की की अस्मत को अपने प्रमोशन का माध्यम बनाना चाहता था। लेकिन लड़की के द्वारा ऎसा करने से इंकार करने पर पिछले तीन साल से लड़की के साथ गाली-गलौच और मारपीट की जा रही है। मामले में पुलिस ने आरोपी पिता के साथ ही लड़की के दादा और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। दादा भी लड़की के साथ गाली-गलौच और मारपीट करता था। और वे दो महिलाएं लड़की को धमकी और उसके साथ मारपीट करती थी। इनमें से एक महिला आरोपी पिता के साथ इन-रिलेशनशिप में रहती थी। घर के सदस्यों द्वारा ही मारपीट करने की वजह से लड़की ने कभी भी इसकी शिकायत किसी को नहीं की। लड़की कुछ दिनों के लिए हॉस्टल में भी रहने चली गई थी, लेकिन उसे दोबारा से घर बुला लिया गया था।

<क्च>तो फिर किसने की शिकायत में मदद

लड़की की मां उसके पिता से अलग रहती थी। हालही में जब लड़की अपनी मां से मिलने गई तो उसने सारी गाथा अपनी मां को बताई। फिर मां ने लड़की की मदद पुलिस को शिकायत करने में की।

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कैदी धड़ल्ले से यूज कर रहे हैं मोबाइल

होशियारपुर। पंजाब की जेलों में मोबाइल फोन की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है। पूरे प्रदेश में युवा कैदी बाहरी दुनिया के साथ सोशल नेटवरि्कंग साइट्स विशेषकर फेसबुक के माध्यम से जुड़े हुए हैं। ये कैदी ना केवल अपने दोस्तों से जुड़े हुए हैं बल्कि जेल परिसर की फोटोग्राफ्स धड़ल्ले से अपने सोशल साइट्स पेज पर अपलोड कर रहे हैं। कुछ फोटोग्राफ्स अन्य कैदियों के भी हैं।


कुछ कैदियों के फेसबुक अकाउंट पर नजर डालें तो इंटरनेट पर सक्रिय कैदी ना केवल दूसरे लोगों से बातें कर रहे हैं बल्कि उनकी पोस्ट पर जेल के बाहर के लोगों के कमेंट भी आ रहे हैं। पंजाब के कपूरथला, पटियाला, लुधियाना, होशियारपुर और पंजाब के अन्य जेलों में इस तरह की गतिविधियां हो रही हैं।


राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसे खतरा मानते हुए एक पूर्व पुलिस अधिकारी का कहना है कि इन जेलों में कई पाकिस्तानी कैदी भी हैं जो कि आईएसआई से संबंध रखते हैं। वे कैदी इन सोशल नेटवरि्कंग साइट्स के माध्यम से अपने आकाओं से जुड़ सकते हैं।


पंजाब पुलिस के एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (जेल) राजपाल मीना इन गतिविधियों से बिल्कुल अनजान हैं। उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में अभी कुछ भी मालूम नहीं है अगर आपके पास कोई जानकारी हो तो हमें बताएं।


कपूरथला जेल अधिक्षक जीएस औलख का कहना है इस जेल में करीब 4 हजार कैदी हैं इन सब पर नजर रखना और इन गतिविधियों को रोकना मुश्किल है। पूर्व एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (जेल) शाही कांत जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बदलाव लाए थे का कहना है कि जेल के अंदर फोन की तस्करी और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना पुलिस अधिकारियों की मिलिभगत के बिना संभव नहीं है।


होशियारपुर के जिला पुलिस प्रमुख सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि जेल मैन्युल के सेक्शन 42 के अंतर्गत कैदी किसी भी बाहरी व्यक्ति से किसी भी तरह का कम्यूनिकेशन नहीं कर सकता। गौरतलब है कि पंजाब प्रशासन ने पिछले वर्ष जेल में कैदियों को अपने परिजनों से बातचीत करने के लिए एक बार मोबाइल सरि्वस के इस्तेमाल करने की घोषणा की थी।

आतंकी शहजाद को मिली उम्रकैद


 
नई दिल्ली। साल 2008 के बटला हाउस एनकाउंटर मामले में दिल्ली की एक अदालत ने मंगवालर को उम्रकैद की सजा सुनाई। इस मामले में आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी शहजाद अहमद को एक पुलिस अधिकारी की हत्या का दोषी पाया गया है।

सोमवार को सजा पर दलीले सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया। कोर्ट ने 25 जुलाई को शहजाद को इस मामले में दोषी पाया था। शहजाद को हत्या का प्रयास व हत्या सहित विभिन्न अपराधों में दोषी करार दिया था।


शहजाद को हैड कांस्टेबल्स बलवंत सिंह व राजबीर सिंह की हत्या के प्रयास व इंस्पेक्टर एमसी शर्मा की हत्या का दोषी पाया गया है। यह एनकाउंटर जामिया नगर इलाके के बाटला हाउस के एल-18 घर में हुआ था।


यह एनकाउंटर दिल्ली में हुए सिरीयल ब्लास्ट्स के छह दिन बाद हुआ था। इन धमाकों में 26 लोगों की मौत हो गई थी व 133 घायल हो गए थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि बम धमाकों में लिप्त कुछ संदिग्ध आतंकी बटला हाउस में छिपे हुए हैं।


वहां मौजूद पांच आतंकियों में से दो अतीफ अमीन व मोहम्मद साजिद एनकांउटर में ढेर हो गए थे। आतंकियों की गोली से इंस्पेक्टर एमसी शर्मा शहीद हो गए थे। हैड कांस्टेबल बलवंत सिंह घायल हो गया था।


एक आतंकी आजिज खान उर्फ जुनैद को भगोड़ा घोषित किया गया था। अभियोजन पक्ष के अनुसार मोहम्मद सैफ को इस मामले में अभियुक्त नहीं बनाया गया। उसने शांतिपूर्वक सरेंडर कर दिया था तथा इस पूरे घअनाक्रम में वह मौजूद नहीं था।

तेजाब से हमले की वारदात को गैरजमानती अपराध बनाने का सर्वोच्च न्यायलय का निर्देश

सर्वोच्च न्यायलय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेन्द्र मल लोढ़ा की अध्यक्षता वाली पीठ ने केन्द्र, राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिया कि तेजाब से हमले की वारदात को गैरजमानती अपराध बनाया जाए. साथ ही सरकारों को इस तरह के हमलों के पीड़ितों के इलाज एवं पुर्नवास के लिए तीन लाख रुपए की अनुग्रह राशि दिए जाने का आदेश भी दिया. पीठ ने केंद्र और राज्य सरकारों को इस मसले पर एकजुट होकर काम करने तथा विष अधिनियम, 1919 (पॉयजन एक्ट) के तहत आवश्यक कानून बनाने के लिए निर्देश दिया.

पीठ ने यह निर्देश तेजाब हमले की शिकार दिल्ली निवासी लक्ष्मी की ओर से वर्ष 2006 में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए नई दिल्ली में 18 जुलाई 2013 को दिया.

सर्वोच्च न्यायलय की पीठ ने 17 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों को क्षतिपूर्ति संबंधी योजनाओं के बारे में कहा कि इस समय पीड़ितों को दी जा रही धनराशि पर्याप्त नहीं है. इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि तेजाब से हमलों के पीड़ितों को कई बार प्लास्टिक सर्जरी और अन्य इलाज की जरूरत होती है. पीठ ने कहा कि सॉलिसीटर जनरल मोहन परासरन ने हमें सुझाव दिया है कि राज्यों की ओर से तेजाब से हमले के पीड़ितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि कम से कम तीन लाख रुपए की जानी चाहिए. इसके आधार पर हम आदेश देते हैं कि संबंधित राज्य पीड़ितों को उनके इलाज और पुनर्वास के खर्च के लिए कम से कम तीन लाख रुपए की अनुग्रह राशि दें. इस राशि में से एक लाख रुपए हमले की जानकारी राज्य सरकार को मिलने के 15 दिनों के भीतर पीड़ित को उपलब्ध कराई जाए. शेष दो लाख रुपए संबंधित राज्य या केंद्र सरकार घटना के दो माह के अन्दर पीड़िता को प्रदान करें.

पीठ ने अपने निर्देश में कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले ही तेजाब खरीद सकेंगे और उनके पास सरकार द्वारा जारी वैध पहचानपत्र होना जरूरी है. क्रेता को तेज़ाब खरीदने का उद्देश्य बताना अनिवार्य है. तेजाब विक्रेता को तीन दिन के अन्दर तेजाब की बिक्री से संबंधित ब्यौरा स्थानीय पुलिस को देना होगा. तेज़ाब के अघोषित स्टॉक को जब्त करने और पचास हजार रूपये तक का जुर्माना करने का भी निर्देश दिया.

सर्वोच्च न्यायलय की पीठ ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को तेजाब की बिक्री नियंत्रित करने और नियमावली बनाने के लिए तीन माह का समय दिया.

नगर निगम की फाइलें जांचने पहुंचा बंदर


 
इंदौर। नगर निगम में कामकाज कैसे होता है, कौन अफसर कहां बैठता है और क्या काम करता है? यह देखने कल दोपहर 2 बजे वानरराज (बंदर) निगम मुख्यालय पहुंच गए। निरीक्षण की शुरूआत एमआईसी सदस्य अजय सिंह नरूका के केबिन से की। थोड़ी देर नरूका की टेबल पर बैठकर इंतजार होने लगा, मगर कोई मतलब नहीं रहा, नरूका पहुंचे ही नहीं।

वानरराज के आने की खबर निगम गलियारों में फैलते ही देखने वालों की भीड़ लग गई। बाबू से लेकर कर्मचारी अपना काम छोड़कर उनकी आवभगत में लग गए। नरूका के न मिलने पर वानरराज ने सोचा चलो साहब यानी मेयर मोघे से मुलाकात कर ली जाए। फिर क्या था, वानरराज केबिन से निकले और दिलीप शर्मा, गोपाल मालू और सुरेश कुरवाड़े के केबिन में झांकते हुए पहुंच गए परिषद कार्यालय के गलियारे में।

यहां पहले सभापति राजेंद्र राठौर से मिलने के लिए वानरराज उनके केबिन की तरफ बढ़े, लेकिन न जाने क्या हुआ कि अपने कदम पीछे कर लिए। शायद वानरराज को पता था कि मिलने पर यहां कुछ होना नहीं इसलिए वह परिषद कार्यालय में फाइलें चेक करने पहुंच गए। दफ्तर में वानरराज को 3 बज गए।

हालांकि वानरराज को बाहर निकालने के लिए निगमकर्मियों ने रिश्वत के रूप में चने, बिस्कुट, जाम और केले देने की कोशिश की, लेकिन इससे नाराज होकर उन्होंने निगमकर्मियों को फटकार लगाकर चांटा मारने की कोशिश की।

नक्शों की देखी फाइल

परिषद कायार्लय में निरीक्षण के बाद वानरराज निगम के मलाईदार विभाग भवन अनुज्ञा शाखा यानी नक्शा विभाग में पहुंचे। जिस हॉल में बिल्डिंग अफसर और इंस्पेक्टर बैठते हैं, उसमें सबसे पहले वानरराज पहुंचे। जैसे ही अफसरों ने उनको देखा सब कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए। टेबल पर रखी फाइलें चेक करने के बाद वानरराज सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह के केबिन की तरफ बढ़े, लेकिन वह मिले नहीं। वानराज को आता देख नक्शा विभाग के कर्मचारियों ने विभाग का दरवाजा लगा दिया, जिसे उन्होंने कैसे न कैसे खुलवा लिया।

बीवी से पैंट की जिप खुलवाकर फंसे अक्षय

मुंबई। बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार को पत्नी टि्वंकल खन्ना से अपने पैंट की जिप खुलवाना भारी पड़ने वाला है। बोम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को मुंबई पुलिस को कहा कि वह अश्लीलता से जुड़े मामले में अक्षय कुमार और टि्वंकल खन्ना के खिलाफ मुकदमा चलाएं।

कोर्ट ने इस मामले में इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की सचिव के खिलाफ अभियोग चलाने को मंजूरी नहीं दी। मामला 2009 के लैक्मे फेशन वीक से जुड़ा है। न्यायाधीश अभय थिप्से ने इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की ए.रोसा के खिलाफ दर्ज शिकायत को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि रोसा ने अश्लील एक्ट की स्क्रिप्ट नहीं लिखी थी।

न्यायाधीश ने पुलिस से कहा कि फैशन शो के निदेशक और एक्टर्स के खिलाफ मुकदमा चलाना चाहिए। न्यायाधीश ने टि्वंकल खन्ना से कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि अक्षय कुमार आपके पति हैं। सार्वजनिक रूप से आप उनके पैंट की जिप नहीं खोल सकती। मार्च 2009 में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया था जब टि्वंकल खन्ना ने लैक्मे फैशन शो के दौरान रैंप पर कैट वॉक कर रहे अपने पति अक्षय कुमार के जिंस की जिप खोल दी थी। अक्षय कुमार ने एक डेनिम ब्रांड
के प्रमोशन के लिए ऎसा किया था।

30 मार्च 2009 को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने वकोला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के सचिव अबिगेल ने यह कहते हुए अपने खिलाफ दर्ज शिकायत को खारिज करने की मांग की थी कि उन्हें बेवजह इस मामले में घसीटा गया है। पुलिस ने एफआईआर में बतौर आयोजक रोसा का नाम दर्ज किया था। रोसा को गिरफ्तार कर लिया गया था। 25 अगस्त 2009 को उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था।

लोग सो रहे थे, आधी रात को घरों में घुसी आफत और मच गया हड़कम्प

कोटा। अनंतपुरा तालाब बस्ती व उससे सटी हुई केसर कॉलोनी में लोग रविवार की रात 1 बजे को गहरी नींद में सो रहे थे और उनके घरों में पानी घुस रहा था। पानी बिस्तरों तक पहुंचा तो लोगों को पता चला। पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों ने बच्चों को छतों पर भेजना शुरू किया।
लोग सो रहे थे, आधी रात को घरों में घुसी आफत और मच गया हड़कम्प
कुछ लोग सामान छोड़कर बच्चों को साथ लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। कुछ लोग सामान बचाने की जुगत में लगे रहे तो पानी से घिर गए। सुबह 4 बजे प्रशासन अलर्ट हुआ। नगर निगम के अधिकारी व गोताखोर मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू कर घरों में फंसी कुछ महिलाओं को निकाला। कई लोगों ने निकलने से ही मना कर दिया। सोमवार की दोपहर तक भी वहां 3 से 4 फीट पानी भरा हुआ था।

कर्णेश्वर की तरफ से पानी की आवक तेज होने के साथ ही अनंतपुरा तालाब व उसके आसपास के क्षेत्रों में बसे लोगों के लिए खतरे के संकेत शुरू हो जाते हैं। रविवार को भी यही हुआ। शाम तक बस्ती के लोग पानी को लेकर काफी अलर्ट थे, लेकिन रात रात 9-10 बजे तक भी पानी मामूली आया तो लोग बेफिक्र सो गए। पानी की आवक रात करीब 12 बजे से शुरू हुई और 1 घंटे में ही पूरी बस्ती को चपेट में ले लिया।

किनारे खड़े होकर ताकते रहे आधे डूबे मकान: घरों में 3 से 4 फीट पानी भर चुका था। उस समय जो लोग अपनी जान बचाने के लिए मकान पर ताला लगाकर निकल गए, कुछ देर बाद ही उन्हें घर की चिंता सताने लगी। वे तालाब बनी बस्ती के किनारे पर खड़े होकर अपने आधे डूबे मकानों को ताकते रहे। केशर कॉलोनी के रुखसाना, सलमान तथा तालाब गांव ((बस्ती)) निवासी हलीम खान का कहना था कि इस साल फिर नुकसान हो गया। पिछले साल भी फर्नीचर खराब हो गया था और उसके पिछले साल भी यही हाल हुआ था।

कई घरों में चूल्हे नहीं जले
घरों में पानी भरने के कारण कई घरों में चूल्हे ही नहीं जले थे। खाने-पीने का सामान भी घरों में ही रह गया था। उन्होंने अनंतपुरा क्षेत्र में ही रहने वाले अपने रिश्तेदारों के यहां शरण ली।

निगम कार्यालय में फाइलें भीगीं
पानी भरने पर लोगों की सहायता करने वाले नगर निगम के दफ्तर भी महफूज भी नहीं रहे। महाराव उम्मेदसिंह स्टेडियम परिसर में स्थित निगम के सेक्टर कार्यालय में भी रविवार की रात को पानी भर गया। सोमवार की सुबह जब कर्मचारी वहां पहुंचे तो दरवाजा खोलते ही उन्हें इसका पता चला। पानी भरने के कारण वहां रखी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित कई फाइलें खराब हो गई।
गोताखोर बुलाते रहे, लोग आए नहीं
मुख्य अग्निशमन अधिकारी एवं बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी संजय शर्मा के अनुसार सुबह 4 बजे गोताखोर विष्णु श्रृंगी व अन्य लोग नाव से लोगों के घरों पर पहुंचे। दरवाजा बजाया और बाहर आने के लिए कहा, लेकिन लोग बाहर आने को तैयार नहीं हुए। कुछ लोगों ने तो अभद्रता तक की। उनका कहना था कि क्यों परेशान कर रहे हो, हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा। हमें अपने हाल पर छोड़ दो। इसके बाद सुबह 7 बजे लौट आए।
सांसद सिंह ने की कमिश्नर से वार्ता
सांसद इज्यराज सिंह ने बाढ़ से बचाव के पुख्ता इंतजाम के बारे में संभागीय आयुक्तअश्विनी भगत व जिला कलेक्टर जोगाराम से चर्चा की। उन्होंने कहा कि बस्तियों में भरे पानी को निकाला जाए। साथ ही खेतों में पानी भरने से हुए नुकसान का सर्वे करवाकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाए।

रोडवेज की कई बसें बंद

दो दिन तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश में नदी-नालों के उफान पर आने से ग्रामीण क्षेत्र के कई मार्ग अवरुद्ध हो गए। ऐसे में रोडवेज को कई मार्गों पर बसें बंद करनी पड़ी। कालीसिंध के उफान पर आने से कोटा-श्योपुर मार्ग अवरुद्ध है। इस मार्ग पर चलने वाली कोटा-मांगरोल, कोटा-श्योपुर, कोटा-दुर्जनपुरा, बागली व करवाड़ बसें बड़ोद तक ही चल रही हैं। ढीबरी, विनायका, गणेशगंज, गेता, करवाड़, इटावा, खातौली आदि गांवों के लिए बसें बंद हैं। आजादपुरा नदी के उफान पर होने से कोटा- सांगोद मार्ग पूरी तरह बंद है।

कनवास का खाल एवं धुलेट नदी के उफान पर होने के कारण कोटा-इकलेरा, धुलेट मार्ग बंद है। इस मार्ग की बसें दरा तक ही जा रही हैं। रोडवेज के यातायात प्रबंधक आरसी गोचर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में नदी-नालों के उफान पर होने से कई मार्ग बंद हैं।

कुछ ट्रेनें रद्द, कई का रूट बदला

कोटा-बीना-रुठियाई खंड के अंता व धरनौदा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी व गिट्टी बह जाने से लगभग 200 मीटर से रेल पटरी को नुकसान पहुंचा है। अंता के पास ट्रैक को दुरुस्त कर दिया गया है, जबकि धरनौदा के पास के ट्रैक को दुरुस्त किया जा रहा है। सोमवार को बीना की ओर जाने वाली ट्रेन को कोटा से छबड़ा तक ही चलाया गया।

छबड़ा से गुना के बीच आंशिक रूप से रद्द किया गया। ट्रेन के रैक को छबड़ा से कोटा के बीच चलाया जा रहा है। बीना से कोटा आने वाली ट्रेन को बीना से गुना के बीच चलाया गया। गुना से छबड़ा के बीच आंशिक रूप से रद्द किया गया। भिंड-कोटा पैसेंजर ट्रेन को गुना में आंशिक रूप से रद्द किया गया है। इसे गुना से भिंड चलाया गया। कोटा-दमोह पैसेंजर ट्रेन को छबड़ा में आंशिक रूप से निरस्त किया गया है और छबड़ा से कोटा तक चलाया गया। दयोदय एक्सप्रेस, अजमेर-संतराकाक्षी, बीकानेर-पुरी को परिवर्तित रूट वाया नागदा होकर चलाया गया।


बरसात ने उखाड़ दी सड़कें
बरसात के कारण की अधिकतर सड़कें पूरी तरह उखड़ गई हैं। उनमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। एक भी कॉलोनी ऐसी नहीं बची, जिसमें सड़क सुरक्षित हो। प्रमुख सड़कों पर भी गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। बैराज रोड, महावीरनगर सर्किल के आसपास, बसंतविहार, नयापुरा चौराहा, पुलिस लाइन रोड, कुन्हाड़ी रोड सहित अन्य इलाकों की सड़कें उधड़ गई हैं। यूआईटी ने 6 माह के भीतर लगभग 60 करोड़ रुपए सड़कें बनाने में खर्च किया था, जिनमें से अधिकतर में गड्ढे पड़ गए हैं। यूआईटी इंजीनियरों का कहना है कि 5 साल के लिए सड़कें बनाने व रखरखाव करने का ठेका दिया हुआ है।

Monday, 29 July 2013

सैफ शाकाहार कभी नहीं अपना सकते: करीना

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अभिनेता सैफ अली खान को मांसाहारी भोजन पसंद है और उनकी अभिनेत्री पत्नी करीना कपूर का कहना है कि वह मांस खाए बिना नहीं रह सकते। करीना ने कहा कि सैफ शाकाहार नहीं अपना सकते। वह कहते हैं कि वह केवल एक बार शाकाहारी भोजन ले सकते हैं और इसका क्या मतलब है, मैं समझ नहीं पाती। वैसे सैफ को इन दिनों कचौड़ियां भी खूब पसंद आ रही हैं। शाकाहार अपना चुकीं करीना ने बताया कि अब सैफ को इन दिनों कचौड़ियां और समोसे पसंद आ रहे हैं। उन्होंने लखनऊ में उनका खूब स्वाद लिया। करीना वर्तमान में प्रकाश झा की 'सत्याग्रह' के प्रचार में व्यस्त हैं। वह इमरान खान के साथ पुनीत मल्होत्रा की 'गोरी तेरे प्यार में' की शूटिंग भी कर रही हैं। सैफ और करीना अक्टूबर 2012 में विवाह के बंधन में बंधे थे।

सिर्फ सुंदर होना मायने नहीं रखता: चित्रांगदा

चित्रांगदा सिंह

अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह का मानना है कि हिंदी फिल्म जगत में अब अभिनेत्रियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो गई है. उन्होंने कहा कि अब अभिनेत्री होने का मतलब पर्दे पर सिर्फ सुंदर चेहरे का दिखाई देना नहीं है. चित्रांगदा ने बताया, 'भारतीय सिनेमा ने हाल के वर्षों में काफी तरक्की की है और अभिनेत्रियों की भूमिका में भी काफी बदलाव आए हैं. अब वे पर्दे पर दिखाया जाने वाला सुंदर चेहरा मात्र नहीं हैं, अब वे भी अभिनय में काफी आगे जा रही हैं और उनमें काफी संभावनाएं है.'
चित्रांगदा ने फिल्म 'हजारों ख्वाहिशें ऐसी' और 'ये साली जिंदगी' जैसी समानांतर फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की थी. लेकिन पिछले वर्षों में 'देसी ब्वॉयज' और 'आई, मी और मैं' से उन्होंने व्यवसायिक फिल्मों में भी कदम रखा है.
उन्होंने कहा, 'मैंने अब तक कई अलग-अलग तरह की भूमिकाएं की हैं और आगे भी नई-नई भूमिकाओं के साथ प्रयोग करना चाहती हूं, जिससे एक अभिनेत्री के रूप में मुझमें निखार आए.'
चित्रांगदा ने कहा कि वह फिलहाल एक फिल्म में काम कर रही हैं, जिसमें उनकी भूमिका बेहद चुनौतीपूर्ण है. हालांकि उन्होंने फिल्म के बारे में ज्यादा बताने से इनकार कर दिया.

'वंस अपॉन...' के कायल हुए अल पचिनो


अक्षय कुमार

मिलन लूथरिया की 'वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा' को प्रोत्साहन की जबरदस्त डोज मिल गई है. मिलन के इस रोमांटिक ड्रामा पर गॉडफादर अल पचिनो की नजर पड़ी है. पचिनो फिल्म का ट्रेलर और अक्षय का अंदाज देखकर उनके कायल हो गए हैं. पचिनो और उनके बिजनेस एसोसिएट बैरी नाविदी के बीच बातचीत में उन्होंने 'वंस अपॉन अ टाइम...' का जिक्र किया. उन्हें फिल्म का ट्रेलर देखकर मजा आ गया और उन्हें गॉडफादर के अपने दिन याद हो आए. पचिनो कहते हैं, 'मेरे दोस्त बैरी नाविदी ने मुझे अक्षय कुमार की भारतीय फिल्म का प्रोमो दिखाया. इसने गॉडफादर के मेरे दिनों की यादें ताजा कर दीं.'
इस पर अक्षय का कहना है, 'तारीफ हमेशा ही मायने रखती है, फिर चाहे किसी बड़े सितारे की ओर से हो या फिर आम दर्शक के मुंह से. अगर यह शब्द दुनिया के सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले गैंगस्टर अल पचिनो की ओर से हों तो क्या कहने. उनके फिल्म के प्रोमो देखने की बात सुनकर मेरे रौंगटे खड़े हो जाते हैं. न सिर्फ बतौर ऐक्टर बल्कि पचिनो के फैन होने की वजह से मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है. उम्मीद करता हूं कि इस प्रोमो की तरह उन्हें यह फिल्म भी पसंद आए.'
फिल्म के डायरेक्टर लूथिरया कहते हैं, 'मेरे चेहरे से मुस्कान जाने का नाम ही नहीं ले रही है, आप जानते हैं क्यों. मेरे केबिन में सिर्फ एक ही पोस्टर है और वह गैंगस्टर्स के इस गॉड का. ऑल टाइम लेजेंड और मेरे पसंदीदा. शुक्रिया.' 'वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा' 15 अगस्त को रिलीज हो रही है.

इस हफ्ते 100 करोड़ हो जाएगी भाग मिल्खा भाग की कमाई, अब तक कमाए 92 करोड़

भाग मिल्खा भाग में फरहान बॉक्स ऑफिस पर मिल्खा सिंह का  डंका तीसरे सप्ताह भी ब
जता रहा. उम्मीद है कि फिल्म भाग मिल्ख भाग इस हफ्ते 100 करोड़ का मार्क भी चूम लेगी. फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के मुताबिक 12 जुलाई तक भाग मिल्खा भाग 92 करोड़ रुपये की कमाई कर साल 2013 की तीसरी सबसे सफल फिल्म बन गई है.चूंकि फिल्म अभी भी कई मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन थिएटर में चल रही है. इसलिए उम्मीद की जा रही है कि इस हफ्ते यह 100 करोड़ क्लब में भी पहुंच जाएगी.
जानें कैसी है फिल्म भाग मिल्खा भाग. पढ़ें रिव्यू
वैसे आंकड़ों की बात करें तो साल 2013 की सबसे सफल फिल्म रही है रणबीर कपूर की ‘ये जवानी है दीवानी’. डायरेक्टर अयान मुखर्जी की 31 मई को रिलीज हुई इस फिल्म ने 188.57 करोड़ रुपये कमाए हैं.दूसरे नंबर पर अब्बास मस्तान की फिल्म रेस 2 है. साल के पहले महीने में रिलीज हुई इस फिल्म ने 100 करोड़ क्लब में एंट्री करते हुए 100.45 करोड़ रुपये कमाए.
आशिकी 2 समेत कई स्लीपर हिट रहीं इस साल
इस साल अब तक कई फिल्में बड़ी स्टार कास्ट न होने के बावजूद जबरदस्त हिट रही हैं. ट्रेड एनालिस्ट तरन आदर्श ने इसकी एक लिस्ट जारी की है. इसके मुताबिक हिट फिल्मों की लिस्ट में चौथे पर आशिकी 2, पांचवे पर स्पेशल 26, छठवें पर रांझणा, सातवें पर शूट आउट एड वडाला. आठवें पर काय पो चे, नवें पर हिम्मतवाला और दसवें पर एबीसीडी (एनीबडी कैन डांस) है.

होम मूवी मसाला फिल्‍मी खबरें ख़बरें विस्‍तार से रेकॉर्ड 144 बार पुलिस वाले का रोल निभाने वाले एक्टर जगदीश राज नहीं रहे

बॉलीवुड की 144 फिल्मों में पुलिस अधिकारी का रोल प्ले कर चुके सीनियर एक्टर जगदीश राज के निधन पर बॉलीवुड की कई हस्तियों ने शोक जताया है. राज का रविवार को उनके जुहू स्थित घर पर निधन हो गया था. उनकी उम्र 85 साल थी और पिछले कुछ सालों से वह सांस की तकलीफ से परेशान थे.जगदीश का अंतिम संस्कार रविवार शाम को मुंबई स्थित पवन हंस श्मशान घाट में किया गया. इस दौरान परिवार के लोगों के अलावा ऋषि कपूर, डेविड धवन और राहुल रवैल वहां मौजूद थे. जगदीश के निधन पर शोक जताते हुए डायरेक्टर राहुल रवैल ने ट्वीट किया कि ‘इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के ऑफीशियल ‘पुलिस इंस्पेक्टर’ जगदीश राज का निधन हो गया. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’ फिल्ममेकर अशोक पंडित ने कहा कि जगदीश राज के निधन की खबर सुन कर दुखी हूं. फिल्म जगत ने अपना महान पुलिस अधिकारी खो दिया.एक्ट्रेस सौम्या टंडन ने कहा कि जगदीश राज का काम हमेशा अमर रहेगा.
1992 में हो गए थे रिटायर
जगदीश राज सरगोधा में पैदा हुए थे. यह इलाका अब पाकिस्तान में आता है. साल 1960 में उन्होंने पहली बार कैमरे का सामना किया. फिर ये सिलसिला 1992 तक चला. इसके बाद उन्होंने संन्यास ले लिया. जगदीश की यादगार फिल्मों में दीवार, डॉन, शक्ति, मजदूर, गोपीचंद जासूस और बेशरम शामिल हैं.

फ्रांस में फिल्मी अंदाज में 318 करोड़ के जेवरात की चोरी

jewels stolen in Franceपेरिस। फ्रांस के कान शहर में एक होटल से करोड़ों रुपये के डायमंड एवं अन्य जेवरात की चोरी हो गई है। रकम के लिहाज से यूरोप में यह अब तक दूसरी सबसे बड़ी चोरी है।
खबर है कि यहां के मशहूर पांच सितारा होटल काल्टन इंटरकॉटिनेंटल से रविवार को लगभग 318 करोड़ रुपये के डायमंड एवं जेवरात की चोरी हो गई। होटल में इजरायल के जाने-माने करोड़पति व्यवसायी लेव लेविव की लेविव डायमंड हाउस के गहनों की अस्थायी प्रदर्शनी चल रही थी।
पढ़ें : फ्रांस में समलैंगिक शादी का विरोध
पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि चोरी दोपहर में हुई है, लेकिन वह स्थानीय मीडिया के इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं कर सके कि जिसमें कहा गया था कि चोर एक ही बंदूकधारी था, जो जेवरात से भरे सूटकेस के साथ आराम से होटल के बाहर निकल गया। उसने हाथ में दस्ताना और नकाब पहन रखे थे। उन्होंने कहा कि यह सब इतनी जल्दी हुआ कि कुछ भी पता नहीं चल सका।
एक अपराध विशेषज्ञ ने कहा है कि हाल ही में जेल से 'पिंक पैंथर' ज्वेल थीफ गैंग के सदस्यों फरार होने के बाद यह घटना घटी है। इसके पीछे इस गैंग का हाथ हो सकता है।
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गौरतलब है कि 1955 में आई अल्फ्रेड हिचकॉक की प्रसिद्ध फिल्म 'टू कैच ए थीफ' को इसी होटल में फिल्माया गया था जिसमें कैरी ग्रांट ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस चोरी को भी इसी फिल्म के अंदाज में अंजाम दिया गया। इससे पहले 1994 में इसी होटल से करीब 400 करोड़ की कीमत के गहनों की चोरी हुई थी। जानकारों का मानना है यह होटल समुद्र तट पर है और यहां निकलने के कई रास्ते हैं इसलिए चोर यहां से भागने में कामयाब हो जाते हैं।
पुलिस ने बताया कि चोरी हुए बेशकीमती जेवरात अगस्त के आखिरी तक लोगों के सामने प्रदर्शित किए जाने थे। यह तुरंत नहीं पता चला पाया है कि कितने जेवरात चोरी हुए हैं। उन्होंने बताया कि तहकीकात शुरू हो गई। जल्द से जल्द हम गिरोह तक पहुंचने में कामयाब होंगे।
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यूरोप में पिछले कुछ वर्षो में गहनों की चोरी में जबरदस्त इजाफा हुआ है। खासतौर पर फ्रांस के कान में तो इसी साल मई में दो बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया जिसमें फिल्म फेस्टिवल पार्टी के दौरान 15 करोड़ के एक हार की चोरी भी शामिल है।

मैं सिंगल हूं, प्यार-मोहब्बत के लिए फुर्सत नहीं: नरगिस

Nargis Fakhriरणबीर कपूर के अपोजिट रॉकस्टार से बॉलीवुड में कदम रखने वाली नरगिस फाखरी का कहना है कि वे आजकल सिंगल हैं और उनके पास किसी के साथ प्यार-मोहब्बत करने के लिए फिलहाल फुर्सत भी नहीं है। जॉन अब्राहम के साथ नरगिस की फिल्म मद्रास कैफे 23 अगस्त को रिलीज होनी है और वे उसी की प्रमोशन में बिजी हैं।
33 वर्षीय नरगिस कहती हैं, 'मैं सिंगल हूं और यहां काम करने आई हूं। मेरा अपना लक्ष्य है और मेरा सारा ध्यान उसी लक्ष्य को हासिल करने पर केंद्रित है। आपका करियर ही आपको इतना बिजी रखता है कि दूसरी चीजों के लिए टाइम ही नहीं बचता।' नरगिस ने भले ही पिछले दो साल में एक ही फिल्म की, लेकिन बॉलीवुड सितारों के साथ नाम जुड़ने को लेकर वो हमेशा सुर्खियों में रहीं। उनका नाम रणबीर कपूर, उदय चोपड़ा, शाहिद कपूर और उद्योगपति नेस वाडिया के साथ जुड़ चुका है। लेकिन नरगिस को अपने प्रेम संबंधों की खबरें बहुत परेशान करती हैं। उनका कहना है, 'मुझे पता नहीं चलता कि ऐसी खबरें आती कहां से हैं। शुरुआत में तो आपको बहुत खराब लगता है क्योंकि आपको पता नहीं होता कि क्या चल रहा है। फिर धीरे-धीरे ऐसी चीजों की आदत होने लगती है। लोग आपको बधाई के मैसेज भेजते हैं। लेकिन आपको पता नहीं होता कि यह मैसेज हैं किसलिए।'
शूजीत सरकार की फिल्म मद्रास कैफे में यूरोपियन पत्रकार की भूमिका निभा रहीं नरगिस कहती हैं कि अब मुझे समझ आ गया है कि इन चीजों से कैसे निपटना है। आप इन चीजों को रोक तो नहीं सकते इसलिए रोने का कोई फायदा नहीं। मद्रास कैफे के प्रमोशन में बिजी नरगिस को इस फिल्म से बहुत उम्मीदें हैं। पहली बार उन्होंने फिल्म में अपने डायलॉग भी खुद ही बोले हैं। (मिड डे)

यहां खाना और स्वागत में होता है अपमान

 Dick last resort restaurantशीर्षक पढ़कर ही आप चौंकेंगे कि ऐसा कहीं होता है क्या? पर आपको बता दें कि यह सौ फीसदी सच है। हम जिन रेस्टोरेंट्स के बारे में यहां बताने जा रहे हैं वहां की विशेषता ही यही है। इन रेस्टोरेंट्स में आने वाले हर ग्राहक को अपमानित करना इनकी परंपरा है। खास बात यह है कि इनकी ये परंपराएं ही इनकी विशेषताएं हैं। लोग यहां के खाने की विशेषताओं के कारण नहीं, यहां की इन अजीबोगरीब परंपराओं के कारण आते हैं। आप सोचेंगे कि ऐसा कौन होगा जो गालियां खाने या प्लेट की जगह गंदे शरीर पर खाना खाने जाएगा? पर जनाब ऐसा होता है। इसे पसंद करने वाले लोग बड़ी संया में हैं और ये रेस्टोरेंट भी इनकी पसंद पर ही चल रहे हैं।
लास वेगास में डिक्स लास्ट रिसॉर्ट नाम का एक रेस्टोरेंट है जहां आप इसकी खूबियों से अनजान रहते हुए अगर चले जाएं तो शायद गालियां देते हुए यहां से बाहर आएंगे। यहां की खास बात यह है कि यहां खाने के साथ आपको अपमानित किया जाएगा। जी हां, यहां आने वाला हर व्यक्ति यहां के लजीज खानों का लुत्फ लेने से ज्यादा यहां के वेटरों से अपमानित होना पसंद करता है। आपको यहां खाना तो मिलेगा पर नैपकिन शायद ना मिले। नैपकिन की मांग करने पर तय है कि वेटर इसे आप के ऊपर फेंक कर जाएंगे। रेस्टोरेंट में घुसते ही यहां के वेटर आप पर फब्तियां कसेंगे। आपके सिर पर कागज से बनी एक टोपी रखेंगे जिस पर बहुत ही अपमानजनक शब्द लिखे होंगे। खाने का ऑर्डर देने पर हो सकता है आपको गालियां भी सुनने को मिलें। ऑर्डर देने में देर करने पर वेटर आपको सजा के तौर पर खाना देने से मना कर सकते हैं और वह भी बहुत बुरे अंदाज में। यहां तक कि यहां के डिश के नाम भी अजीबोगरीब और अपमानजनक हैं।
आप सुनकर आश्चर्य कर सकते हैं पर यहां आने वाला हर ग्राहक इसके मजे लेता है। दरअसल यहां आने वाला हर ग्राहक किसी न किसी कारण परेशान होता है। यहां आकर वे एक हल्के-फुल्के माहौल में अपनी परेशानियों को कम करना चाहते हैं। यहां के वेटरों के इस अपमानजनक लहजे पर वे हंसी-मजाक करते हुए अपनी मानसिक थकान भूल जाते हैं। रेस्टोरेंट के कर्मचारी और यहां आने वाले ग्राहक मानते हैं कि मजाक समझने वाले और मजाक का बुरा न मानने वालों के लिए यह मस्ती की जगह है। ऐसा भी नहीं है कि यह कुछ वर्ग विशेष के लोगों द्वारा ही पसंद किया जाता है। इस रेस्टोरेंट की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लास वेगास के अलावे भी इसकी 13 अन्य शाखाएं हैं।

KRK: फ्लॉप नहीं, वॉशआउट...

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कमाल खान
अमीषा पटेल जी 'देसी मैजिक' नाम से एक फिल्म प्रड्यूस कर रही हैं और इसमें हीरो जायेद खान होंगे। मैं गारंटी के साथ कहता हूं कि ये फिल्म फ्लॉप नहीं बल्कि टोटली वॉशआउट होगी।
29 जुलाई 2013


वाहियात, घटिया, सुपर फ्लॉप 9 फिल्में आगामी शुक्रवार को रिलीज हो रही हैं। मगर,मैं इनमें से किसी का भी रिव्यू नहीं करूंगा क्योंकि मैं बॉलिवुड का नंबर 1 क्रिटिक हूं। 28 जुलाई 2013

कांग्रेस के नेता गलत नहीं कह रहे हैं कि 5 और 12 रुपए में खाना मिल सकता है। असल में वे खयाली पुलाव की बात कर रहे हैं।
27 जुलाई 2013

रणबीर कपूर ने एक ब्लॉकबस्टर #YJHD क्या दी कि खान हीरोज का साम्राज्य हिल गया, इसलिए अब उससे निपटने के लिए सभी खान साथ आ रहे हैं। (शाहरुख-सलमान के गले लगने की खबर पर)
22 जुलाई 2013


मुझे महेश भट्ट साहब, अमित जी, अभिषेक, रितेश देशमुख, संजय गुप्ता, कुमार मंगत और अजय देवगन जैसे कुछ लोग बहुत अच्छे लगते हैं। इसलिए ये लोग मुझे कभी भी गालियां दे सकते हैं।
20 जुलाई, 2013


26 जुलाई को मुंबई में आई बाढ़ कई लोगों का जीवन तबाह कर गई। फिर 26 जुलाई को सैलाब आने वाला है। फिल्मों का यह सैलाब कई डायरेक्टर्स/ऐक्टर्स/प्रड्यूसर्स को तबाह कर देगा।
16 जुलाई, 2013


इरफान खान ने अपने इंटरव्यू में साफ-साफ कहा है कि फिल्म 'डीडे'का डाऊद या अंडरवर्ल्ड से कुछ लेना-देना नहीं है। ऐसे प्रोमो तो बस लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए हैं। 13 जुलाई 2013

एक बेवकूफ से आप पहली दफा सुना कि जिनकी इंगलिश अच्छी नहीं होती उनको अक्ल नहीं होती और उनकी ओपीनियन भी नहीं होनी चाहिए। मुझे लगता है यह मूर्ख भूल गया है कि 90 फीसदी नेताओं की इंगलिश बहुत अच्छी नहीं है, फिर भी वे अपनी ओपीनियन से ही देश को चला रहे हैं। 11 जुलाई 2013

सबसे बड़ी जांच एजेंसी एनआईए धमाकों के तीन दिन बाद भी नहीं जानती कि बोधगया धमाकों के पीछे कौन जिम्मेदार है लेकिन मीडिया को धमाकों के समय से ही इसकी जानकारी थी।
10 जुलाई, 2013

अमित शाह, जिन्हें उनकी ही सरकार ने उनके अपने ही राज्य गुजरात में जेल में लंबे समय के लिए डाल दिया था, आज भगवान से मोदी के लिए राजपाट और कांग्रेस के लिए वनवास मांग रहे हैं।
06 जुलाई, 2013

सबसे ज्यादा फर्जी एनकाउंटर तो मुंबई में हुए हैं। फिर सीबीआई उनकी जांच क्यों नहीं कर रही है? सिर्फ इसलिए क्योंकि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार है। बहुत गलत बात है।
5 जुलाई, 2013

शैतान ट्विटर पर हिट थी पर थिएटर्स में फ्लॉप हो गई। गैंग्स ऑफ वासेपुर ट्विटर पर हिट हुई पर थिएटर्स में फ्लॉप। विक्रम मल्होत्रा की नौकरी तक चली गई।
2 जुलाई, 2013

बेशक, सबको एक न एक दिन मरना ही है। सवाल सिर्फ यह है कि कौन अपनी जिंदगी से कितना संतुष्ट होकर जा रहा है।
30 जून, 2013

क्या मैं सचमुच बुड्ढा हो गया हूं कि ट्विटर पर बूढ़ी महिलाएं मुझे लाइन मार रही हैं? प्लीज मुझे सच बताओ।
28 जून 2013

टीवी पर दिखाए जाने वाले इंटरव्यू क्या झूठे हैं? एक 65 साल की महिला को यह कैसे पता कि वह 2.5 किलोमीटर ऊपर गई फिर 3.5 किलोमीटर नीचे आई और फिर 4 किलोमीटर आगे गई।
25 जून, 2013


धोनी लोगों को अपनी आलोचना का मौका कभी नहीं देंगे। वह अगला वर्ल्ड कप जीतें या हारे, वर्ल्ड कप के तुरंत बाद क्रिकेट छोड़ देंगे।
24 जून 2013

कुछ प्राइवेट हेलिकॉप्टर कंपनियां लोगों को बचाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन कितने दुख की बात है कि हमारी सेना ने उन्हें फ़्यूल देने से मना कर दिया। यह क्राइम है।
22 जून, 2013

आप लोग मेरी बात का यकीन करें या नहीं लेकिन मैं हर रोज एक घंटा, वाकई, काफी मेहनत से काम करता हूं। मैं इससे ज्यादा काम नहीं कर सकता क्योंकि मैं न तो गधा हूं और न ही दो कौड़ी का आदमी।
19 जून, 2013

बॉलिवुड में लक सबसे जरूरी है, नहीं तो भट्ट साहब की फिल्में तो सोहा, नेहा, आफताब और शेखर सुमन के बेटे ने भी की हैं।
16 जून, 2013


आप अगर सी ग्रेड की फिल्में बना कर उसे न्यूज चैनलों पर प्रमोट करते हैं, तो यह साबित करता है कि आप सबसे बड़े बेवकूफ हैं। आप सिर्फ अपना पैसा बर्बाद कर रहे हैं।
12 जून, 2013


सूरज पंचोली के साथ रहने के दौरान जिया दो बार प्रेगनेंट हुईं। इसलिए मुझे लगता है कि सूरज गलत नहीं है बल्कि वह गलत थीं। वह ऐसे इंसान के साथ क्यों थी?
10 जून, 2013

आडवाणी जी! बीजेपी के लिए आपने रथ यात्रा निकाली, भूख हड़ताल की, बाबरी मस्जिद गिरा दी, लेकिन मिला क्या? सर, इज्जत से रिटायरमेंट ले लो।
8 जून, 2013


टीम मोदीजी और टीम आडवाणीजी के बीच टी20 मैच होना चाहिए। जो भी जीते वह बीजेपी का पीएम प्रत्याशी बन जाए।
7 जून 2013

ये जवानी है दीवानी ने एक वीक में 107 करोड़ की कमाई की है मतलब सलमान और SRK के लिए जबरदस्ती की टेंशन हो गई। अब दोनों को रोज एक बॉटल की जगह दो बॉटल पीनी पड़ेगी।
07 जून 2013

अगर श्रीनिवासन बिना कुछ किए बीसीसीआई अध्यक्ष बने रह सकते हैं तो मैं भी बिना कोई फिल्म किए सुपरस्टार बना रह सकता हूं। 2 जून 2013

हीरोइनों की नई रेटिंग- 1. दीपिका 2. कटरीना 3. प्रियंका 4. जैकलीन 5. करीना 6. सोनाक्षी 7. श्रद्धा कपूर+आलिया+परी+नेहा शर्मा
01 जून 2013

अगर आप चापलूसी, चमचागिरी, मक्कारी, झूठ, फरेब और मस्का पॉलिश की हद देखना चाहते हैं तो बॉलिबुड सबसे सही जगह है।
31 मई, 2013


भारत सरकार एक आदमी (श्रीनिवासन) को उसके पद से नहीं हटा पा रही है इससे आप सरकार और लॉ एंड ऑर्डर की ताकत का अंदाजा लगा सकते हैं।
30 मई 2013

मेरे सूत्रों के हिसाब से अब कोई बड़ा क्रिकेटर या ऐक्टर नहीं पकड़ा जाएगा। मोटा माल बंट चुका है। इंडियन लॉ एंड ऑर्डर की जय हो।
28 मई 2013

इश्क इन पेरिस ने तीन दिन में 1.20 करोड़ कमाए हैं। हाहाहाहाहाहा... गजब का वॉशआउट है। क्यों कोई हिरोइन अपना बुढ़ापा स्वीकार नहीं करती? ओह गॉड!
27 मई 2013

नक्सलवादियों और आतंकवादियों को लेकर मैं थोड़ा कन्फ्यूज हूं। आखिर दोनों बेकसूरों की हत्या कर रहे हैं। या, यह केवल हिंदू और मुस्लिम का मामला है।
26 मई 2013

अगर बीसीसीआई सरकारी संस्था बन जाए तो सबसे ज्यादा खुश अपने सचिन भाई होंगे। फिर वह 65 साल की उम्र में रिटायर हो सकेंगे।
- 25 मई, 2013


घर का भेदी लंका ढाए। श्रीनिवासन के बेटे अश्विन ने अपने पिता पर ही फिक्सिंग और कई दूसरे आरोप लगाए हैं। अश्विन जी बेटा हो तो आप जैसा।
24 मई, 2013

साक्षी धोनी का यह कहना कि वह विंदू दारा सिंह को नहीं जानती हैं यह साबित करता है कि वह सबसे बड़ी झूठी हैं। साक्षी जिस तरह विंदू के साथ मैच एंज्वॉय कर रही थीं वह साबित करता है कि वह विंदू को बहुत अच्छी तरह जानती हैं।
22 मई, 2013

औरंगजेब का वीकेंड कलेक्शन 11 करोड़ है। जैसा मेरा अंदाजा था यह पूरी तरह वॉशआउट हो गई। अब बोलो। अगर मैंने कहा कि अर्जुन स्टार नहीं बन सकता तो यार वह नहीं बन सकता।
20 मई, 2013

भारत में सबसे बड़ी धोखाधड़ी बीसीसीआई कर रही है, जो एक प्राइवेट संस्था होने के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम को सिलेक्ट करती है और उस पर नियंत्रण करती है। क्यों बीसीसीआई सरकार के अंडर में नहीं है?
19 मई, 2013


महान ललित मोदी ने कहा है कि भारत में सट्टा वैध होना चाहिए। सही कह रहे हैं सर, सट्टा, पॉर्न, जुआ सब कुछ वैध होना चाहिए। शर्म करो मेरे भाई
17 मई 2013



सहवाग ने कैच छोड़ दिया। मगर, ठीक है। उन्हें फिक्स होने का हक है क्योंकि उनका करियर खत्म हो चुका है। इसलिए उन्हें और कोई आमदनी नहीं है। 16 मई 2013

रित्विक की सबसे बड़ी हिट 'अग्निपथ' ने 120 करोड़ कमाए और शाहरुख की फ्लॉप 'रावन' ने 120 करोड़ कमाए। यही फर्क है शाहरुख में और दूसरों में।15 मई 2013

अगर हर स्टार की औलाद स्टार बनने के लिए बाध्य होती तो मिथुन, शञु, राज बब्बर और राजकुमार के बेटे स्टार बन सकते थे। टैलेंट जरूरी होता है।
15 मई 2013

विक्रम भट्ट कहते हैं कि वह कटरीना और करीना के बजाय बिपाशा को प्राथमिकता देंगे। सर जी, कैट और बेबो अपना करियर बर्बाद नहीं करना चाहतीं, इसलिए उन्हें आपकी फिल्में नहीं चाहिए।

14 मई, 2013


लो जी अब सोनाक्षी सिन्हा और कंगना राणावत सलमान खान के लिए लड़ रही हैं। अरे बाबा वह आप दोनों में से किसी को फिल्म नहीं देने वाला, तो फिर लड़ना क्यों?
13 मई 2013
सुबह बीजेपी नेता कहते हैं कि सीबीआई सरकार के साए में काम कर रही है। और, शाम को कह रहे हैं कि सीबीआई को जांच करनी चाहिए। क्या मजाक कर रहे हैं नेता?
12 मई, 2013

ममता जी, आपके पूरे देश में घूमने से कांग्रेस की सरकार नहीं बदलेगी क्योंकि बंगाल के बाहर आपको दीदी नहीं ममता फफूंदी समझते हैं।
9 मई 2013


सेफ्टी के टिप्स। किसी शख्स को अगर आप अच्छी तरह जानते नहीं हैं तो उससे एक ही जगह पर दूसरी बार न मिलें। कभी किसी लड़की से उसकी कही जगह पर जाकर न मिलें। मैं तो बगैर गन लिए और बगैर अपनी जेब में कम से कम 10 बुलेट रखे कभी कॉफी पीने भी नहीं जाता। और लड़की से मिलने तो मैं स्वर्ग भी न जाऊं।
9 मई 2013
मैं भी चाहता हूं कि बंसल इस्तीफा दे दें लेकिन क्या नया मंत्री हलवा खाने आएगा? बिल्कुल नहीं। उनकी जगह लेने वाला मंत्री भी उन्हीं की तरह भ्रष्टाचार करेगा।
7 मई 2013


इसमें कौन-सी नई बात है कि पवन बंसल पांच साल में अरबपति बन गए। सभी पॉलिटिशंस की यही कहानी है। एक दफा कुर्सी मिली और जिंदगी सफल।
6 मई, 2013
आज मैंने अपने आप से वादा किया है कि मैं कभी किसी प्रड्यूसर/डायरेक्टर के आमंत्रण पर कोई फिल्म नहीं देखूंगा, वरना मुझे अच्छा रिव्यू देना होगा।
4 मई 2013
मैं फिर कहता हूं कि अगर आप भारतीय सरबजीत और चमेल के लिए वाकई कुछ करना चाहते हैं तो सभी पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स को तुरंत देश से निकाल देना चाहिए।
3 मई, 2013

यार ये सनी लियोन मुझे ऐसे क्यों घूर रही है? मेरी इज्जत को खतरा है। (तस्वीर देखने के लिए यहां क्लिक करें।)
2 मई 2013
मेरी ऑल टाइम फेवरिट मूवी 'कयामत से कयामत तक' और आमिर की बॉलिवुड में सिल्वर जुबली पर आमिर खान को बधाई। इस फिल्म को मैंने 20 से ज्यादा बार देखा होगा। 30 अप्रैल 2013

भले ही यंग सुपर स्टार्स कोक को एंडोर्स करते हों, सच यह है कि पेप्सी और कोक वैसा ही है जैसा गटर का पानी।
28 अप्रैल 2013
इन दिनों हमारे आसपास कई दिल दहला देने वाली घटनाएं हो रही हैं जिनके बारे में सुनकर रूह कांप जाती है। कोई इंसान कैसे 14 साल के व्यक्ति को 6 बार गोली मार सकता है।
28 अप्रैल, 2013
ग्रेट तेंडुलकर साहब तो 23 पर ही गए। हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा... गेल सिर्फ एक ओवर में 23 रन बना देगा।
27 अप्रैल 2013

kamal-khan'.jpgये दो कौड़ी के लोग एक ही समय में कितनी समस्याएं झेल रहे हैं? अपनी रोज़ी-रोटी की समस्या। पड़ोसी की कार की समस्या, दूसरों की अंग्रेजी की समस्या...इत्यादि। इत्यादि।
26 अप्रैल, 2013


आज लड़कियां भी दीपिका पाडुकोण को हग और किस करना चाहती हैं। मतलब यह कि अब वह बेशक बॉलिवुड की नंबर 1 ऐक्ट्रेस हैं।
25
अप्रैल 2013

बड़ी अजीब है दास्तान इस मोहब्बत की... कोई किसी को टूटकर चाहता है, और कोई किसी को चाहकर टूट जाता है।
25 अप्रैल, 2013

मुलायम सिंह, अमर सिंह और सहारा श्री...! इन 3 लोगों पर 'कुछ भी हो सकता है' टाइटल से किसी को फिल्म बनानी चाहिए कि कैसे ये लोग जीरो से हीरो बने।
24 अप्रैल, 2013

ये दो कौड़ी के गरीब लोग राजनेताओं की ट्रिक्स नहीं समझ पाते क्योंकि पॉलिटिक्स वहीं से शुरू होती है जहां दो कौड़ी के लोगों की सोच खत्म होती है।
22 अप्रैल, 2013

मैं 100 % श्योर हूं। किंग्स इलेवन पंजाब टीम क्रिकेट नहीं खेल रही है बस मजाक कर रही है।
19 अप्रैल 2013

मैंने कई बार कहा है और फिर कहना चाहता हूं कि केआरके को चैलेंज मत करना क्योंकि केआरके इंडिया का नंबर वन क्रिटिक और फिल्म बिजनस ऐनालिस्ट है।
15 अप्रैल, 2013


सर्वे बताते हैं कि पोलर्ड के मुकाबले युवराज पानी कम चाय है। इंडियन जनता किसी को भी 0 बना देती है। युवी, इज्जत के साथ रिटायर हो जा भाई।
13 अप्रैल 2013

गंभीर सहवाग का आदमी है और कोहली धोनी का और दोनों मैदान पर लड़ रहे हैं यह दिखाने को कि दोनों खेमे एक-दूसरे से कितनी नफरत करते हैं।
11 अप्रैल 2013


बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं काम कब करता हूं, मैं तो 24 घंटे ट्विटर पर रहता हूं? उन्हें मेरा जवाब है कि मुझे काम करने की क्या जरूरत है? क्या मैं दो कौड़ी के लोगों में हूं जिन्हें जिंदगी बसर करने के लिए काम करने की जरूरत पड़ती है?
10 अप्रैल 2013


सुप्रीम कोर्ट पर क्यों दोष मढ़ना जबकि संजय दत्त खुद यह कहते हैं कि नायक नहीं, खलनायक हूं मैं।वैसेसंजू नेता बनसकते हैं जो बात-बात परअपनी स्टेटमेंट बदल देतेहैं।
09 अप्रैल 2013

अगर कोई लड़की किसी के साथ एंगेज्ड है और फिर भी उसके बॉयफ्रेंड्स हैं, तो मतलब कि वह शादी के बाद भी यही जारी रहेगा और किसी दिन वह अपने पति को धोखा दे देगी।
​7 अप्रैल 2013

भारत में इन दिनों 3 बड़े सवालों पर बात हो रही है। 1. सलमान किससे शादी करेंगे? 2. KRK और राहुल गांधी से कौन शादी करेगा? 3. क्या अगले पीएम मोदी होंगे?
6 अप्रैल 2013

आपको नींद कैसे आ सकती है अगर आप अपने गरीब स्टाफ को सैलरी नहीं दे सकते और राजा की तरह जिंदगी बिता रहे हों, दूसरों के पैसों के बल पर ऐयाशी कर रहे हों?

5 अप्रैल 2013

अगर 33 साल की सनी लियोन लड़की हैं तो आलिया भट्ट निश्चित रूप से एक चाइल्ड आर्टिस्ट हैं।
2 अप्रैल 2013


साजिद खान ने हिम्मतवाला उतनी ही 'गंभीरता' से बनाई है जितनी गंभीरता से जैकलिन उन्हें प्यार करती हैं।
31 मार्च 2013



कृपया ध्यान दें, मैं बॉलिवुड की दाई अम्मा हूं। सो, दाई से पेट छुपाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।
30 मार्च 2013

जिंदगी में दुश्मन न हों तो जिंदगी को जीने का मजा ही नहीं।

28 मार्च 2013

संजू ने सच्चे मर्द की तरह कहा कि वह माफी या दया मांगने नहीं जा रहे हैं। वह एक मर्द की तरह कोर्ट के आदेश का सम्मान करने के लिए सरेंडर करेंगे।
28 मार्च 2013


हमारी अदालतों को क्या हो गया है, उन्हें रेस 2 में सेक्सी कपड़ों पर ऐतराज है लेकिन सनी लियोन की पॉर्न फिल्म पर कुछ नहीं कहा जाता।
27 मार्च, 2013


अब दो फ्लॉप पॉलिटिशन जया और अमर सिंह संजय दत्त का समर्थन कर रहे हैं। जिसका मतलब है कि बाकी सारे पॉलिटिशन खुद-ब-खुद संजू के खिलाफ हो जायेंगे।
26 मार्च

धोनी रिटायर होने से पहले इतने रेकॉर्ड बनाने वाला है कि अगले 25 साल तक कोई भी कैप्टन नहीं तोड़ पाएगा। वह बेस्ट कैप्टन है।
24 मार्च 2013

लोखंडवाला और ओशिवरा की हर कॉफी शॉप के हरेक टेबल पर लोग हर रोज 10 फिल्में बनाते और रिलीज कर देते हैं और वे सब की सब ब्लॉकबस्टर होती हैं। हा हा हा।
23 मार्च 2013


अगर हमेशा हाथ सिर्फ राजा से मिलाओगे तो आप सिर्फ प्रजा बन कर रह जाओगे। सो, राजा बनने के लिए प्रजा से हाथ मिलाना जरूरी है।
22 मार्च 2013


प्यार एक ऐसी अछूत बीमारी है जो एक बार किसी को छू जाए तो छूटे नहीं छूटती।
20 मार्च 2013



मैं 48 साल के बुड्ढे, तीन बीवियों के शौहर और 4 बच्चों के बाप आमिर भाईजान जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई देता हूं।
14 मार्च 2013

फिल्म 'एक थी डायन' का नाम 'डायनें' होना चाहिए था, क्योंकि इस फिल्म में कई असली डायनें हैं।
12 मार्च 2013


अपने हेटर्स से मैं कहता हूं - अरे जो है नाम वाला वहीं तो बदनाम है। मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है।
11 मार्च 2013

शाहरुख और आमिर खान ट्विटर से भाग गए, क्योंकि वे आलोचनाएं नहीं झेल सकते। वे बस तारीफें सुनना चाहते हैं। मतलब यह कि वे डुप्लिकेट खान हैं।
8 मार्च 2013


राहुल जी आप और सलमान खान कई युवकों के प्रेरणास्रोत हैं। इसलिए अगर आप शादी नहीं करने जा रहे हैं तो यह अच्छा फैसला है।
05 मार्च 2013


लोग सहवाग की चश्मा पहनकर खेलने के लिए आलोचना नहीं कर सकते। लोगों को सिलेक्टर्स की आलोचना करनी चाहिए जो युवाओं की जगह उन्हें चुन रहें है।
03 मार्च 2013


झुकते वो हैं जिनमें जान होती है। अकड़ना तो मुर्दों का काम होता है।
2 मार्च 2013

मैं यह साधारण सी बात जानता हूं कि अगर पाक आतंकवादी भारत में ब्लास्ट कर रहे हैं, तो पाक में अटैक कर वहां के सभी ट्रेनिंग कैप खत्म कर दो। हम किस चीज का इंतजार कर रहे हैं?

22 फरवरी 2013

लोगो, मेरा यकीन करो! हम यूपी वालों को पॉलिटिक्स सीखने की जरूरत नहीं पड़ती। पॉलिटिक्स हमारे खून में है, इसलिए यूपी के सभी लोग जन्म से ही पॉलिटिशन हैं।
21 फरवरी 2013


अगर दीपिका पादुकोण मेरी फिल्म फाइटर द स्टोरी ऑफ अ सिंगल गर्ल में काम करने को तैयार हों तो मैं उन्हें 10 करोड़ रुपये दूंगा। नैशनल अवॉर्ड पक्का।
19 फरवरी 2013


हो सकता है कि आप अपनी फील्ड में मास्टर हों, लेकिन सिर्फ पब्लिक ने ही आपको बड़ा डायरेक्टर/ऐक्टर बनाया है। इसलिए, यदि आप यह सोचते हैं कि 150 करोड़ लोग बेवकूफ हैं और केवल आप ही भगवान हैं तो आप मूर्ख हैं।
18 फरवरी 2013


हर कोई सस्ती डीज़ल कार इस्तेमाल करना चाहता है, इसलिए पल्यूशन तेजी से बढ़ रहा है और लोग मर रहे हैं। इसलिए सरकार को जल्दी से डीज़ल कारें बैन कर देनी चाहिए।
14 फरवरी 2013



एयर मार्शल त्यागी हेलिकॉप्टर डील में 350 करोड़ की घूस लेने के बाद खुशी-खुशी रिटायर हो गए। भारत में हर कोई सिर्फ पैसों के लिए सब कुछ करता है।
13 फरवरी 2013

साउथ इंडियन ऑडियंस साउथ की फिल्म में हिन्दी ऐक्टर्स को देखना पसंद नहीं करते, ठीक वैसे ही जैसे हिन्दी ऑडियंस हिन्दी फिल्म में साउथ के ऐक्टर्स को देखना पसंद नहीं करते।
13 फरवरी 2013

कश्मीर के लोगों के लिए कश्मीर तब तक स्वर्ग है, जब तक यह भारत का हिस्सा है, इसलिए उन्हें अपने इस स्वर्ग को बर्बाद करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्हें वहां शांति बनाए रखनी चाहिए।
12 फरवरी 2013


पूजा बेदी जी पूरी दुनिया को सिखा रही हैं कि शादी और रिश्तों को कामयाब कैसे बनाएं, जबकि खुद उनकी शादी और रिश्ते कबी कामयाब नहीं रहे। (तस्वीर देखने के लिए यहां क्लिक करें।)
11 फरवरी 2013