Saturday 21 December 2013

तो खिली-खिली रहेगी आपकी त्वचा

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सर्दियां सबको पसंद आती है, लेकिन यह मौसम हमारी त्वचा को रास नहीं आता। इस मौसम में त्वचा को तरह-तरह की तकलीफों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में त्वचा को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है, बता रही हैं त्वचा विशेषज्ञ डॉं. दीपाली भारद्वाज व मूलचंद मेडिसिटी की त्वचा विशेषज्ञ डॉं . गुलशांत पानेसर
अपनी सेहत के लिए आप क्या कुछ नहीं करते। पौष्टिक भोजन करते हैं, अच्छी नींद लेते हैं, व्यायाम करते हैं, फिर भी सर्दियों में आपकी त्वचा की चमक कम हो जाती है। इस मौसम में कुछ लोगों की त्वचा में दाने निकलने लगते हैं तो कुछ की त्वचा सूखी-सूखी लगती है। सर्दियों का यह मौसम शादियों का भी मौसम होता है, जब हर किसी में खूबसूरत दिखने की होड़ होती है। ऐसे में अगर त्वचा में कोई समस्या हो तो वह और अधिक तकलीफदेह बन जाती है। अगर आपकी त्वचा भी ऐसी किसी समस्या से जूझ रही है तो लापरवाही न बरतें। इस मौसम में त्वचा की कुछ अतिरिक्त जरूरतों को समझें और उनका ख्याल रखें। त्वचा की तकलीफ
इस मौसम में ड्राई त्वचा को ऑयली त्वचा की तुलना में ज्यादा तकलीफ होती है। त्वचा में ड्राइनेस बढ़ जाती है, खासकर कुहनी, घुटनों आदि की त्वचा में ड्राइनेस अधिक आती है। होठ फटने लगते हैं, होठ की त्वचा पर कई बार पपड़ी पड़ने लगती है, जिसे हम दांतों से काटने की कोशिश भी करते हैं। सिर में डैंड्रफ की समस्या बढ़ जाती है। त्वचा में वायरल संक्रमण की आशंका काफी बढ़ जाती है और त्वचा के लाल होने, फोड़े-फुंसी, खुजली आदि की समस्या भी परेशान करने लगती है। इनमें डरमेटाइटिस और एग्जिमा जैसी बीमारियां भी शामिल होती हैं। होती है लापरवाही
सर्द मौसम और ठंडी हवा आपकी त्वचा की नमी को कम करती है। अगर त्वचा में पर्याप्त नमी नहीं है तो त्वचा अधिक समय तक सर्द हवा का सामना नहीं कर पाती और उस पर असर दिखने लगता है। छिन सकती है चमक
त्वचा की चमक तभी बनी रह सकती है, जब वह सेहतमंद हो। त्वचा की अंदरूनी सेहत के लिए खानपान का विशेष महत्व तो है ही, इस मौसम में त्वचा को मॉयश्चराइजर और कोल्ड क्रीम की भी जरूरत पड़ती है, इसलिए कम से कम हर शाम अपनी त्वचा को मॉयश्चराइजर की खुराक दें। आपको किस वक्त त्वचा के किस भाग पर कितने मॉयश्चराइजर की जरूरत है, इसके लिए आप अपने त्वचा विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। इस मौसम में साबुन आपकी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए चने के बेसन का इस्तेमाल करें। चाहें तो कभी-कभी उसमें दही या दूध भी मिला सकते हैं। त्वचा की ड्राइनेस और उसे फटने से बचाने के लिए स्नान से पहले अपनी त्वचा पर नारियल तेल की मालिश करें। स्नान वाले पानी में कुछ बूंद तेल डाल सकते हैं। इससे आपकी त्वचा में मॉयश्चर सुरक्षित रहेगा। लेकिन हां, स्नान के लिए ज्यादा गर्म पानी का उपयोग न करें। ज्यादा गर्म पानी त्वचा में मौजूद प्राकृतिक तेल को कम करता है। क्रीमी साबुन का इस्तेमाल भी त्वचा के लिए अतिरिक्त खुराक साबित होगा। समस्या गंभीर तो नहीं
अगर त्वचा की ड्राइनेस लगातार बनी हुई है तो ब्लड शुगर और थॉयरायड प्रोफाइल की जांच कराएं। कई बार यह वंशानुगत भी होता है। ऐसे में डॉक्टर से कुछ न छिपाएं ताकि समस्या गंभीर न हो पाए। क्या करें, क्या नहीं
त्वचा में खुजली हो तो खुजलाएं नहीं। होठ फट रहे हों तो वहां की त्वचा को चबाएं नहीं। इससे त्वचा काली भी पड़ सकती है और वहां संक्रमण भी हो सकता है। होठों पर लिप बाम लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि लिप बाम 15-20 एसपीएफ का हो, जो सूर्य की नुकसानदेह किरणों से भी आपकी त्वचा को बचाता है। अपने होठों पर तत्काल बटर या घी भी लगा सकते हैं। विटामिन डी भी है जरूरी
अपनी डाइट में विटामिन डी को भी शामिल करें। इसके लिए मछली, दूध, डेयरी उत्पाद, अंडे, चीज, मशरूम आदि को अपने भोजन में शामिल करें। रोजाना 10 से 20 मिनट धूप में बैठ कर आप अपने शरीर की विटामिन डी की जरूरत को पूरी कर सकते हैं। अधिक देर धूप में बैठना ठीक नहीं। खाने में चाहिए अतिरिक्त
इस मौसम में त्वचा को चाहिए अतिरिक्त खुराक, इसलिए अपने भोजन में कुछ चीजों को प्रमुखता से शामिल करें। त्वचा की अंदरूनी परत को बेहतर करने में विटामिन सी की अहम भूमिका होती है। इसके लिए आंवले को अपने भोजन में नियमित रूप से शामिल करें। रोज 3-4 लीटर पानी अवश्य पिएं। पानी भी त्वचा के मॉयश्चर को सुरक्षित रखने में सहायक होता है। फल और हरी सब्जियों को अपने भोजन में नियमित रूप से शािमल करें। अपनी डाइट में प्राइमरोज सिरप या कैप्सूल और ऑलिव आयल को भी शामिल करें। इससे आपकी त्वचा मुलायम होगी और खिली-खिली लगेगी। अधिक चाय या कॉफी पीने से बचें। ज्यादा तली हुई चीजें न खाएं। त्वचा की सामान्य देखभाल
अच्छे प्राकृतिक क्लिंजर का प्रयोग करें।
त्वचा के खुले हिस्से पर 30 एफपीएफ सन्सक्रीन का प्रयोग करें।
गर्म कपड़ों के अंदर पतला मुलायम कॉटन का कपड़ा पहनें।
रक्तचाप को दुरुस्त रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
धूम्रपान से दूर रहें। स्कल्प की सेहत के लिए एंटी डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल करें।

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