Monday 2 December 2013

शिकारियों के साथ हवालात में बंद हैं तरुण तेजपाल

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हवालात में पहली रात हत्या के दो आरोपियों के साथ काटने के बाद तहलका के संपादक तरुण तेजपाल ने दूसरी रात कछुओं और मेंढ़कों का शिकार करने के आरोप में बंद लोगों के साथ काटी।
   
50 वर्षीय यह पत्रकार छह दिन की पुलिस हिरासत में है और उसे पुर्तगाली काल की एक इमारत में बनी हवालात में रखा गया है। एक सुरंग के जरिए इस हवालात के तीन प्रकोष्ठों तक पहुंचा जाता है। इनमें से दो प्रकोष्ठ पुरुषों के लिए हैं और एक महिलाओं के लिए। जिस प्रकोष्ठ में तेजपाल हैं, वह लगभग 8 फुट लंबा और 4 फुट चौड़ा है। 5 मीटर की उंचाई वाले इस प्रकोष्ठ में एक छोटी-सी दीवार के पीछे शौचालय की सुविधा है।
   
पुलिस के सूत्रों ने कहा, नींद की कमी और शायद बहुत सी पूछताछ की वजह से तेजपाल थके हुए और परेशान दिख रहे थे। उनका चेहरा थोड़ा सूजा हुआ और आंखें लाल थीं।
   
सूत्रों ने कहा कि उनके परिवार के सदस्य आज सुबह अपराध शाखा के अधिकारियों के साथ यहां आए थे। परिवार के सदस्यों ने उन्हें गोवा की पाव भाजी दी। इससे पहले उन्होंने पुलिस द्वारा कैदियों को दी जाने वाली चाय पी थी। उन्होंने कहा कि अपराध शाखा द्वारा पूछताछ के बाद हवालात में लाए जाने पर तेजपाल ने साथ में बंद चार कैदियों के साथ बातचीत शुरू करने की कोशिश की थी। लेकिन कछुओं और मेंढ़कों के शिकार के चारों आरोपियों -डैमियन कोलेको, नातालो फर्नांडीज, लॉरेंस  कोलेको और सैंटन कोलेको ने उनकी बातों का जवाब नहीं दिया, क्योंकि वे हिंदी नहीं समझते।
  
पणजी के हवालात का इस्तेमाल वन विभाग द्वारा भी किया जाता है, क्योंकि उसके पास अपनी कारागार की सुविधा नहीं है। सूत्रों ने कहा कि तेजपाल ने चार कैदियों से पूछा कि वे किस अपराध के लिए जेल में बंद हैं, लेकिन उन्होंने तेजपाल के चेहरे को घबराहट के साथ देखते हुए जवाब देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि तेजपाल रात को दो बार पानी लेने उठे।
  
तेजपाल को तहलका में अपनी सहकर्मी महिला पत्रकार का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उनका परिवार उनके लिए गद्दा लेकर आया था, लेकिन अपराध शाखा के अधिकारियों ने यह कहकर मना कर दिया कि अदालत के आदेश इसकी अनुमति नहीं देते।
  
चूंकि हवालात में पंखा नहीं है, इसलिए तेजपाल ने स्थानीय अदालत में एक अर्जी देकर पंखा उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट शमा जोशी ने रविवार को तेजपाल को 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश सुनाया था। अभियोजन पक्ष ने 14 दिन की हिरासत की मांग की थी।
  
एक बार हिरासत मिल जाने पर अपराध शाखा के अधिकारी तहलका के संस्थापक को डोना पौला स्थित अपने मुख्यालय में ले गए। वहां उन्होंने तेजपाल से उनकी सहकर्मी के साथ दो बार यौन उत्पीड़न करने के आरोप पर पूछताछ शुरू कर दी। सरकारी वकील फ्रांसिस टवेरा ने यह कहते हुए तेजपाल की पुलिस हिरासत की मांग की थी कि अपराध की प्रकृति देखते हुए हिरासत में पूछताछ जरूरी है।
  
तेजपाल के वकीलों ने यह कहते हुए पुलिस हिरासत की मांग का विरोध किया था कि वे अपराध शाखा के साथ सहयोग कर रहे हैं। महिला पत्रकार ने तहलका पत्रकार तेजपाल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बीते 7 और 8 नवंबर को गोवा के पांच सितारा होटल की लिफ्ट में उसका यौन उत्पीड़न किया था।
  
तेजपाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354ए (महिला की अस्मिता से खिलवाड़) और 376(2)(के) (बंधक बनाकर बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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