अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी के बाद बनी
गतिरोध की स्थिति के जल्दी समाधान की संभावनाओं पर विदेश मंत्री सलमान
खुर्शीद ने रविवार
को कहा कि कुछ होगा। भारत और अमेरिका इस मुद्दे का हल
निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं वहीं खोबरागड़े ने मुकदमा पूर्व
प्रक्रिया में शामिल होने से छूट मांगी है। उनकी अर्जी पर फैसला कल पता
चलेगा। देवयानी का तबादला संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन में किया जा
चुका है।
इस मुद्दे के जल्दी समाधान को लेकर खुर्शीद कितने आशान्वित हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया आगे बढ़ती रहती है, दुनिया कभी मरती नहीं, दुनिया कभी रकती नहीं। कुछ होगा। भारत-अमेरिका संबंधों पर अपने बयानों का अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा स्वागत किए जाने पर खुर्शीद ने कहा, उन्हें (अमेरिका को) कुछ करना चाहिए। स्वागत करना ही काफी नहीं है। खुर्शीद ने अमेरिका को मूल्यवान साझेदार करार देते हुए कहा था कि दोनों पक्षों को अत्यधिक असाधारण मूल्यवान रिश्तों को बचाकर रखने की जरूरत है। न्यूयॉर्क में उप महावाणिज्यदूत के तौर पर कार्यरत 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी 39 वर्षीय देवयानी को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों में पिछले हफ्ते अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें 2,50,000 डालर का मुचलका जमा करने पर छोड़ा गया।
इस मुद्दे के जल्दी समाधान को लेकर खुर्शीद कितने आशान्वित हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया आगे बढ़ती रहती है, दुनिया कभी मरती नहीं, दुनिया कभी रकती नहीं। कुछ होगा। भारत-अमेरिका संबंधों पर अपने बयानों का अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा स्वागत किए जाने पर खुर्शीद ने कहा, उन्हें (अमेरिका को) कुछ करना चाहिए। स्वागत करना ही काफी नहीं है। खुर्शीद ने अमेरिका को मूल्यवान साझेदार करार देते हुए कहा था कि दोनों पक्षों को अत्यधिक असाधारण मूल्यवान रिश्तों को बचाकर रखने की जरूरत है। न्यूयॉर्क में उप महावाणिज्यदूत के तौर पर कार्यरत 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी 39 वर्षीय देवयानी को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों में पिछले हफ्ते अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें 2,50,000 डालर का मुचलका जमा करने पर छोड़ा गया।
No comments:
Post a Comment